रिपोर्टर्स विदाउट बार्डर्स के वैश्विक प्रेस फ्रीडम सूचकांक में इस बार भारत पिछले साल के मुकाबले आठ अंक और नीचे गिरा और 180 देशो की सूची में 150 वे पर आ गया. पिछले दिनो भारत डेमोक्रेसी के वैश्विक सूचकांक में भी नीचे गिरा था. इस गिरावट का क्या मतलब है? देश की जनता के लिए इसके क्या मायने हैं? वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विचारोत्तेजक विश्लेषण: