NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
भारत
राजनीति
केरल में युवा कांग्रेस ने दलित विधायक के धरना स्थल का किया 'शुद्धिकरण'  
कांग्रेस ये बार-बार जताने की कोशिश करती है कि वो भाजपा से ‘किसी काम में कम नहीं’ है। इसे केरल के ताज़ा उदाहरण से समझा जा सकता है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
29 Jul 2019
Kerala Youth Congress workers ‘purify’ spot where Dalit MLA held a sit-in protest

भले ही एक स्तर पर कांग्रेस और भाजपा दो अलग-अलग पार्टी हैं और सत्ता के लिए भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की मंशा रखती है, लेकिन ज़्यादातर नीतियों और अन्य क्रियाकलापों के आधार पर कांग्रेस और भाजपा में कोई ख़ास अंतर नहीं है। और इन दिनों तो ‘हारी और डरी हुई’ कांग्रेस ये बार-बार जताने की कोशिश करती है कि वो भाजपा से ‘किसी काम में कम नहीं’ है। चुनाव के दौरान राहुल गांधी के मंदिर-मंदिर दौरे और जनेऊ प्रकरण या उससे पहले के ‘कारनामों’ को छोड़ भी दें तो इसे केरल के एक ताज़ा उदाहरण से समझा जा सकता है।

केरल में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के दलित विधायक के धरने के विरोध में प्रदर्शन के दौरान युवा कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर प्रतीकात्मक 'शुद्धिकरण कार्यक्रम' किया जिस पर विवाद खड़ा हो गया है। विधायक ने इसे जातिवादी करार देते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करायी।
राज्य के मंत्रियों ने भी युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की निंदा की और कहा कि ऐसे कृत्य स्वीकार नहीं किये जा सकते हैं।
त्रिशूर के समीप चेरप्पू में शनिवार को नत्तिका की विधायक गीता गोपी इलाके में सड़क की ‘खराब दशा’ के विरूद्ध लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी थीं। उनके विरोध में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मार्च निकाला और आरोप लगाया कि धरना लोगों को ‘बेवकूफ’ बनाने की हरकत है।
जहां पर गीता धरने पर बैठी थीं, वहां युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रतीकात्मक शुद्धिकरण के तौर पर गाय के गोबर मिश्रित पानी का छिड़काव भी किया। 
विधायक ने आरोप लगाया कि यह कार्यक्रम जातिवादी था और उन्होंने रविवार को पुलिस में शिकायत दर्ज करायी।

 इस शिकायत के बाद पुलिस ने करवाई करते हुए एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। 

केरल के संस्कृति मंत्री ए के बलान ने कहा, ‘‘ ऐसी हरकतें आम तौर पर उत्तरी भारत में देखने को मिलती है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।’’
स्वास्थ्य मंत्री के के श्यालजा ने भी इस घटना की निंदा की। 

(भाषा के इनपुट के साथ)

 

 

 

 

Kerala
Kerala Youth Congress workers
CPI
Thrissur
Dalit MLA Geetha Gopi

Related Stories

त्रिपुरा: भीड़ ने की तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या, आख़िर कौन है बढ़ती लिंचिंग का ज़िम्मेदार?

आख़िर 28 साल क्यों लगे सिस्टर अभया की हत्या मामले में फ़ैसला आने में?

हाथरस की पीड़िता के परिवार से मिला वाम दलों का प्रतिनिधिमंडल, न्यायिक जांच की मांग की

केरल : आईएएस अधिकारी की गाड़ी से टकरा कर पत्रकार की मौत

एफ़आरए : आदिवासियों की ज़मीनों पर फ़ैसला कल


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    मुंडका अग्निकांड: सरकारी लापरवाही का आरोप लगाते हुए ट्रेड यूनियनों ने डिप्टी सीएम सिसोदिया के इस्तीफे की मांग उठाई
    17 May 2022
    मुण्डका की फैक्ट्री में आगजनी में असमय मौत का शिकार बने अनेकों श्रमिकों के जिम्मेदार दिल्ली के श्रम मंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर उनके इस्तीफ़े की माँग के साथ आज सुबह दिल्ली के ट्रैड यूनियन संगठनों…
  • रवि शंकर दुबे
    बढ़ती नफ़रत के बीच भाईचारे का स्तंभ 'लखनऊ का बड़ा मंगल'
    17 May 2022
    आज की तारीख़ में जब पूरा देश सांप्रादायिक हिंसा की आग में जल रहा है तो हर साल मनाया जाने वाला बड़ा मंगल लखनऊ की एक अलग ही छवि पेश करता है, जिसका अंदाज़ा आप इस पर्व के इतिहास को जानकर लगा सकते हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    यूपी : 10 लाख मनरेगा श्रमिकों को तीन-चार महीने से नहीं मिली मज़दूरी!
    17 May 2022
    यूपी में मनरेगा में सौ दिन काम करने के बाद भी श्रमिकों को तीन-चार महीने से मज़दूरी नहीं मिली है जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
  • सोन्या एंजेलिका डेन
    माहवारी अवकाश : वरदान या अभिशाप?
    17 May 2022
    स्पेन पहला यूरोपीय देश बन सकता है जो गंभीर माहवारी से निपटने के लिए विशेष अवकाश की घोषणा कर सकता है। जिन जगहों पर पहले ही इस तरह की छुट्टियां दी जा रही हैं, वहां महिलाओं का कहना है कि इनसे मदद मिलती…
  • अनिल अंशुमन
    झारखंड: बोर्ड एग्जाम की 70 कॉपी प्रतिदिन चेक करने का आदेश, अध्यापकों ने किया विरोध
    17 May 2022
    कॉपी जांच कर रहे शिक्षकों व उनके संगठनों ने, जैक के इस नए फ़रमान को तुगलकी फ़ैसला करार देकर इसके खिलाफ़ पूरे राज्य में विरोध का मोर्चा खोल रखा है। 
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License