NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
भारत
राजनीति
लखनऊ : तमाम सख़्ती के बाद भी CAA का विरोध जारी, 19 को बड़ा आंदोलन
नागरिक संगठनों का कहना है कि पुलिस प्रशासन छात्रों के साथ इसलिए सख़्ती कर रहा है ताकि 19 दिसंबर को “संविधान बचाओ,देश बचाओ” आंदोलन से पहले एक डर का माहौल पैदा किया जा सके।
असद रिज़वी
17 Dec 2019
lucknow protest

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में नागरिकता क़ानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शन करने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जा रही है। लखनऊ में अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाओं के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। नागरिक संगठन मानते हैं कि पुलिस प्रशासन इसलिए सख़्ती कर रहा है कि 19 दिसंबर को “संविधान बचाओ, देश बचाओ” आंदोलन से पहले डर का माहौल पैदा किया जा सके।

उत्तर प्रदेश के सभी ज़िलों में सीएए के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों को देखते हुए धारा 144 लगा दी गई है। आज 17 दिसंबर को लखनऊ विश्वविद्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। आज सुबह नागरिकता क़ानून के विरोध के साथ जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों के पक्ष में लखनऊ यूनिवर्सिटी के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

समाजवादी पार्टी छात्र सभा के छात्रों ने आज सुबह लखनऊ विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर जामिया और अलीगढ़ में छात्रों के साथ पुलिस द्वारा की गई बर्बरता का विरोध किया। पुलिस ने पहले उनको विरोध करने से रोका लेकिन जब छात्र नहीं माने तो क़रीब 50 छात्रों को हिरासत में ले लिया गया।

15 दिसंबर, रविवार शाम से लखनऊ में छात्र नागरिकता संशोधन क़ानून का विरोध और जामिया, अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार 16 दिसंबर की सुबह नदवा कॉलेज के बाहर छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हुई। इसके अलावा लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के बाहर भी पुलिस ने छात्रों पर बल प्रयोग किया था।

पुलिस छात्रों की झड़प के बाद नदवा कॉलेज 5 जनवरी 220 तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही प्रशासन ने छात्रों को हॉस्टल छोड़ने के लिए भी कह दिया है, जिसके बाद अब तक तक़रीबन सारे हॉस्टल ख़ाली हो चुके हैं। छात्र अपने घरों को लौट रहे हैं। अब केवल विदेश से नदवा कॉलेज में पढ़ाई करने आए छात्र वहाँ मौजूद हैं।
4f7eaa9d-5552-4f41-bfd6-bbf293fa942b.jpg
कॉलेज प्रशासन ने बताया कि उनको सूचना मिली है कि अपने घरों को जा रहे कुछ छात्रों को रास्ते में पुलिस ने हिरासत में लिया है। कॉलेज प्रशासन के सूत्र बताते हैं कि आगामी 19 दिसंबर को लखनऊ में होने वाली रैली से पहले सभी छात्रों को कॉलेज से हटा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार ऐसा प्रशासन के दबाव में किया गया है, ताकि नदवा कॉलेज के छात्र 19 दिसंबर को होने वाले संविधान बचाओ देश बचाओ आंदोलन में हिस्सा न ले सकें।

इसके अलावा लखनऊ में ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन द्वारा किए गए प्रदर्शन में नामज़द लोगों की गिरफ़्तारी भी शुरू हो गई है। इस मामले में चौक थाना क्षेत्र और ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में 17 लोगों के ख़िलाफ़ नामज़द और तक़रीबन 580 अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा लिखा गया था।

पार्टी के संगठन मंत्री मोहम्मद इक़बाल ने बताया कि प्रदेश भर में उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जा रही है। मोहम्मद इक़बाल बताते हैं कि अब उनकी पार्टी के नेता अजीजुल रहमान को लखनऊ पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। इसके अलावा इसरार अहमद को प्रतापगढ़ और मौलाना ज़ाकिर को मुरादाबाद से गिरफ़्तार किया गया है।

लखनऊ में प्रशासन नागरिक संगठनों से संपर्क करके 19 दिसंबर को होने वाले प्रदर्शन को रद्द करने के लिए दबाव बना रहा है। हालाँकि नागरिक संगठनों का कहना है कि वे लोकतांत्रिक ढंग से प्रदर्शन करना चाहते हैं, जो उनका संवैधानिक अधिकार भी है।इस लिए कि किसी भी क़ीमत पर 19 दिसंबर को होने वाला कार्यक्रम रद्द नहीं किया जाएगा।

रिहाई मंच के सचिव राजीव यादव ने बताया कि स्थानीय पुलिस उन पर दबाव बना रही है की नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ होने वाले कार्यक्रम को रद्द कर दिया जाए। राजीव कहते हैं कि ये कार्यक्रम पूरे भारत में किया जा रहा है न केवल लखनऊ में इसलिए इसको स्थगित करना संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा कि दूसरे ज़िले से कार्यक्रम में आ रहे लोगों पर प्रशासन द्वारा दबाव बनाया जा रहा है की वे लखनऊ में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नहीं जाए।

राजीव यादव का आगे कहना है कि वे गांधी जी की तरह असहयोग आंदोलन करना चाहते हैं जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का रास्ता था। जिसको अपनाकर वे देश के विभाजन करने वाले नगरिकता संशोधन क़ानून का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए शासन-प्रशासन और पुलिस की अनुमति लेने की ज़रूरत नहीं है।

समाजसेवी पी आर अंबेडकर कहते हैं कि नागरिकता संशोधन क़ानून देश को धर्म के नाम पर बाँटने वाला है। इसका विरोध करना आवश्यक है। इसलिए धारा 144 लगाई जाए या और कोई दमन किया जाए लेकिन अब आंदोलन नहीं रुकेगा।

उन्होंने बताया कि संविधान बचाओ-देश बचाओ आंदोलन के लिए समाजवादी पार्टी से भी संपर्क किया गया था। पी आर अंबेडकर के अनुसार समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और उसके कार्यकर्ता भी 19 दिसंबर को लखनऊ में होने वाले प्रदर्शन में शामिल रहेंगे।

संविधान बचाओ, देश बचाओ आंदोलन के अलावा 19 दिसंबर को वामपंथी दल भी नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करेंगे। अब वामपंथी दल के नेताओं और नागरिक संगठन इस कार्यक्रम के लिए आपस में समन्वय बनाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि सभी लोग मिलकर एक जुटता के साथ नागरिकता क़ानून का विरोध करें।

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (मार्क्सवादी) के नेता डाक्टर प्रदीप शर्मा बताते हैं कि 19 दिसम्बर के प्रदर्शन में सभी वाम दल शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लोकतांत्रिक मूल्यों पर विश्वास नहीं करती है, इसलिए प्रदेश भर में छात्रों की और प्रदर्शनकारियों की गिरफ़्तारी की जा रही है। डाक्टर प्रदीप शर्मा के अनुसार योगी आदित्यनाथ सरकार अभिव्यक्ति की आज़ादी को कुचलना चाहती है।

लखनऊ में होने जा रहे प्रदर्शन में रिहाई मंच के अलावा साझी दुनिया आदि भी शामिल रहेंगे।

साझी दुनिया की सचिव डॉक्टर रूप रेखा वर्मा बताती हैं कि 19 दिसंबर को होने वाला प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से किया जाएगा। उनका कहना है कि नागरिक संगठनों की नाराज़गी आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी की विभाजनकारी नीतियों से है, जिसका नतीजा नागरिकता संशोधन क़ानून है।

लखनऊ यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति रूप रेखा वर्मा बताती हैं कि सभी लोगों से अपील की गई है कि प्रदर्शन में शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा कि सरकार बंदूक और डंडे के बल पर किसी ग़ैर-संवैधानिक क़ानून को स्वीकार नहीं करवा सकती है।

संविधान बचाओ देश-बचाओ आंदोलन में सक्रिय अमीक़ जामेई कहते हैं कि 19 दिसम्बर का आंदोलन नागरिकता संशोधन क़ानून के खिलाफ़ जनता का प्रतिरोध होगा। 19 दिसंबर को जनता सड़क पर शांतिपूर्ण ढंग से सरकार के विरोध अपना विरोध दर्ज कराएगी। उन्होंने बताया कि इन 19 दिसंबर को शहीद अश्फाक उल्लाह ख़ान और राम प्रसाद बिस्मिल की बरसी है इसी लिए आंदोलन के लिए इस दिन को चुना गया है।

उल्लेखनीय है कि लखनऊ के सभी अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाओं को पुलिस ने घेर लिया है। प्रसिद्ध शिया डिग्री कॉलेज जहाँ शताब्दी वर्ष समारोह मनाया जा रहा है, उसे भी प्रशासन ने क़िले में तब्दील कर दिया है। इसके अलावा इस्लामिया डिग्री कॉलेज, मुमताज़ हुसैन डिग्री कॉलेज आदि के बाहर भी भारी पुलिस बल तैनात है। वहीं लखनऊ की ऐरा मेडिकल यूनिवर्सिटी के बाहर भी छात्रों ने नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में प्रदर्शन किया। छात्र इस क़ानून को ग़ैर संवैधानिक तरीक़े से बनाया गया क़ानून बता रहे थे। छात्रों ने केंद्र सरकार से माँग की कि इस विभाजनकारी क़ानून वापस लिया जाए।

Lucknow
CAA
Protest against CAA
Protest Against CAA on 19th
नागरिक संगठनों
SAMAJWADI PARTY
Jamia Milia Islamia
Aligarh Muslim university
संविधान बचाओ
देश बचाओ
Lucknow University

Related Stories

लखनऊ विश्वविद्यालय: दलित प्रोफ़ेसर के ख़िलाफ़ मुक़दमा, हमलावरों पर कोई कार्रवाई नहीं!

CAA आंदोलनकारियों को फिर निशाना बनाती यूपी सरकार, प्रदर्शनकारी बोले- बिना दोषी साबित हुए अपराधियों सा सुलूक किया जा रहा

लखनऊ: देशभर में मुस्लिमों पर बढ़ती हिंसा के ख़िलाफ़ नागरिक समाज का प्रदर्शन

महानगरों में बढ़ती ईंधन की क़ीमतों के ख़िलाफ़ ऑटो और कैब चालक दूसरे दिन भी हड़ताल पर

लखनऊ में नागरिक प्रदर्शन: रूस युद्ध रोके और नेटो-अमेरिका अपनी दख़लअंदाज़ी बंद करें

देश बड़े छात्र-युवा उभार और राष्ट्रीय आंदोलन की ओर बढ़ रहा है

बंधुआ हालत में मिड डे मील योजना में कार्य करने वाली महिलाएं, अपनी मांगों को लेकर लखनऊ में भरी हुंकार

पश्चिम उत्तर प्रदेश में किसान बनाम हिंदू पहचान बन सकती है चुनावी मुद्दा

पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर अटेवा का लखनऊ में प्रदर्शन, निजीकरण का भी विरोध 

दिल्ली पुलिस की 2020 दंगों की जांच: बद से बदतर होती भ्रांतियां


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    दिल्ली उच्च न्यायालय ने क़ुतुब मीनार परिसर के पास मस्जिद में नमाज़ रोकने के ख़िलाफ़ याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने से इनकार किया
    06 Jun 2022
    वक्फ की ओर से प्रस्तुत अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि यह एक जीवंत मस्जिद है, जो कि एक राजपत्रित वक्फ संपत्ति भी है, जहां लोग नियमित रूप से नमाज अदा कर रहे थे। हालांकि, अचानक 15 मई को भारतीय पुरातत्व…
  • भाषा
    उत्तरकाशी हादसा: मध्य प्रदेश के 26 श्रद्धालुओं की मौत,  वायुसेना के विमान से पहुंचाए जाएंगे मृतकों के शव
    06 Jun 2022
    घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद शिवराज ने कहा कि मृतकों के शव जल्दी उनके घर पहुंचाने के लिए उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वायुसेना का विमान उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था, जो स्वीकार कर लिया…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    आजमगढ़ उप-चुनाव: भाजपा के निरहुआ के सामने होंगे धर्मेंद्र यादव
    06 Jun 2022
    23 जून को उपचुनाव होने हैं, ऐसे में तमाम नामों की अटकलों के बाद समाजवादी पार्टी ने धर्मेंद्र यादव पर फाइनल मुहर लगा दी है। वहीं धर्मेंद्र के सामने भोजपुरी सुपरस्टार भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं।
  • भाषा
    ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉनसन ‘पार्टीगेट’ मामले को लेकर अविश्वास प्रस्ताव का करेंगे सामना
    06 Jun 2022
    समिति द्वारा प्राप्त अविश्वास संबंधी पत्रों के प्रभारी सर ग्राहम ब्रैडी ने बताया कि ‘टोरी’ संसदीय दल के 54 सांसद (15 प्रतिशत) इसकी मांग कर रहे हैं और सोमवार शाम ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में इसे रखा जाएगा।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 
    06 Jun 2022
    देश में कोरोना के मामलों में आज क़रीब 6 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है और क़रीब ढाई महीने बाद एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 25 हज़ार से ज़्यादा 25,782 हो गयी है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License