NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
मध्य प्रदेश : “कोविड-19 मौतों का आंकड़ा छुपा रहे हैं शिवराज”, माकपा का राज्यव्यापी प्रदर्शन का आह्वान
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पर कोविड-19 मौतों के आंकड़े छुपाने का आरोप लगाते हुए इसे घोर संवेदनहीन और अमानवीय हरकत बताया है। माकपा ने इस के ख़िलाफ़ 16 जून को प्रदेश भर में राज्य शासन के पुतले जलाने का आह्वान किया है। 
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
14 Jun 2021
मध्य प्रदेश : “कोविड-19 मौतों का आंकड़ा छुपा रहे हैं शिवराज”, माकपा का राज्यव्यापी प्रदर्शन का आह्वान

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पर कोविड-19 मौतों के आंकड़े छुपाने आ आरोप लगाते हुए इसे घोर संवेदनहीन और अमानवीय हरकत बताया है। माकपा ने इस के ख़िलाफ़ 16 जून को प्रदेश भर में राज्य शासन के पुतले जलाने का आह्वान किया है। इस विरोध कार्रवाई के जरिये मांग की जाएगी कि सरकार मौतों की सही संख्या जारी कर, प्रत्येक मृतक के परिवार को मुआवजा दे और इस घपले के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

देशभर में कोरोना महामहारी के बीच लगातार मौतों की संख्या बढ़ रही है। लेकिन इस दौरन सरकारों पर आकड़े छुपाने के गंभीर आरोप लग रहे हैं। कई सरकारों पर यह आरोप है कि वो राज्य में कोरोना संक्रमण और उनसे होने वाली मौतों के सही आंकड़ों को पेश नहीं कर रही है। हाला ही में बिहार ने संसोधित आकड़े पेश किया था। हालाँकि इसके बाद भी बिहार उच्च न्यायलय ने  और कहा उन्हें सरकार के संसोधित आंकड़ों पर भी विश्वास नहीं  है।  इसी तरह उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में कोविड से मौत के आंकड़े छिपाए जाने का आरोप लग रहे हैं। मध्य प्रदेश की भाजपा की शिवराज सिंह चौहान सरकार जब मौतों को छिपा कर कोरोना की पहली और दूसरी लहर को मिलाकर सिर्फ 8510 मौतों की बात कर रही है, तब उसकी सरकार के सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम के अनुसार केवल इस साल मई महीने में ही 1 लाख 64 हजार 838 मौतें हुई हैं। इसका अर्थ है कि सिर्फ एक दिन में ही 5317 मौतें प्रदेश के अंदर हुई हैं।

अब इस आंकड़ों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमला कर रहे हैं। कांग्रेस ने जहाँ सरकार से इस्तीफ़ा मांग रही है वहीं वाम दल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने अब प्रदेश सरकार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। माकपा ने मौतों के आँकड़े छुपाबी को घोर संवेदनहीन और अमानवीय हरकत बताते हुए इसके ख़िलाफ़ 16 जून को प्रदेश भर में राज्य शासन के पुतले जलाने का आह्वान किया है। इस विरोध कार्यवाही के जरिये मांग की जाएगी कि मौतों की सही संख्या जारी करे, प्रत्येक मृतक के परिवार को मुआवजा दे। इस घपले के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।

माकपा के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने इसे चौंकाने वाला अंतर बताते हुए कहा है कि वर्ष 2021 के पांच महीनों के अंदर ही 3 लाख 48 हजार 607 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जो पिछले साल हुई मौतों से 1 लाख 84 हजार 416 ज्यादा है। पिछले पांच महीनों में रजिस्टर हुई मौतों की संख्या 1 लाख 64 हजार 191 था। जाहिर सी बात है कि मौतों में यह वृद्धि अचानक नहीं हुई है। शिवराज सरकार की कोरोना की दूसरी लहर को रोकने में नाकामी, रेमेडिसिवर और ऑक्सीजन में भ्रष्टाचार, अस्पतालों में उपचार के अभाव के कारण हुई हैं। इसलिए इन मौतों के आंकड़े छुपाकर शिवराज सरकार अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है।

माकपा नेता ने कहा है कि इन मौतों को छिपाकर भाजपा सरकार सिर्फ बदनामी से बचने की कोशिश ही नहीं कर रही है, बल्कि मृतकों के प्रति असंवेदना और उनके परिजनों को सांत्वना देने की बजाय उनके जख्मों पर नमक छिडक़ रही है। मरीजों का कोरोना के तहत उपचार हुआ है, लेकिन उनके मृत्यु प्रमाण पत्र में कोरोना दर्ज नहीं कर रही है तो यह आंकड़े छिपाने की कोशिश के साथ-साथ परिजनों को मुआवजे से वंचित रखने की साजिश भी है।

जसविंदर सिंह ने कहा है कि यह महज संयोग नहीं है कि कागजों पर चलने वाले फर्जी अस्पताल के नाम से भी दस हजार रेमेडिसिवर लेने का घोर अपराधिक मामलें मध्यप्रदेश में ही सामने आए हैं। प्रदेश सरकार इस पर कार्रवाई करने से इसलिए बच रही है क्योंकि इस मामले में पकड़े जाने पर सत्ता के नजदीकी ही बेनकाब होने वाले हैं।

कांग्रेस ने भी  शिवराज सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जिस तरह बिहार सरकार ने कोरोना से होने वाली मौत का सच स्वीकार किया है उसी तरह शिवराज सरकार को भी सच स्वीकार करना चाहिए। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट किया कि 'बिहार में मौतों के आंकड़ों में संशोधन, मध्यप्रदेश में शिवराज अब भी झूठ पर उतारू, कोरोना की मौतों को छिपाने वाली बिहार की बीजेपी सरकार ने थोड़ी सी सच्चाई स्वीकार कर ली है, लेकिन झूठाधीश शिवराज अब भी मौतों के सही आंकड़े नहीं बता रहे हैं।'

जबकि इससे पहले कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में कोविड से मौत के आंकड़े छिपाए जाने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा था कि इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों योगी आदित्यनाथ, विजय रुपाणी और शिवराज सिंह चौहान को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।

मुख्य विपक्षी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह आग्रह भी किया है कि देश में कोविड से हुई मौतों का सही आंकड़ा पता करने और आंकड़े छिपाने वालों की जवाबदेही तय करने के लिए न्यायिक जांच कराई जाए।

Madhya Pradesh
COVID-19
BJP
Shivraj Singh Chauhan
Congress

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 


बाकी खबरें

  • covid
    न्यूज़क्लिक टीम
    कोरोना अपडेट: देश में क़रीब 19 महीने बाद 6 हज़ार से कम नए मामले सामने आए 
    14 Dec 2021
    देश में एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 88 हज़ार 993 हो गयी है, लेकिन साथ ही देश में अब ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलो की संख्या बढ़कर 41 हो गयी है।
  • health sector
    ऋचा चिंतन
    भाजपा के कार्यकाल में स्वास्थ्य कर्मियों की अनदेखी का नतीजा है यूपी की ख़राब स्वास्थ्य व्यवस्था
    14 Dec 2021
    एक कमज़ोर और अपर्याप्त स्वास्थ्य कार्यबल का ही नतीजा होता है कि लोगों की स्वास्थ्य सेवा की स्थिति ख़राब हो जाती है। यूपी की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है, जहां स्वास्थ्य कर्मी, ख़ास तौर पर ग्रामीण यूपी में…
  • data protection bill
    प्रबीर पुरकायस्थ
    डेटा निजता विधेयक: हमारे डेटा के बाजारीकरण और निजता के अधिकार को कमज़ोर करने का खेल
    14 Dec 2021
    सरकार द्वारा एकत्र किए जाने वाले हमारे डेटा के व्यापारीकरण को निजी डेटा संरक्षण विधेयक के साथ जोड़ दिया गया है।
  • daily
    न्यूज़क्लिक टीम
    PM मोदी का बनारस दौरा, CBSE के प्रश्नपत्र पर विवाद और अन्य ख़बरें
    13 Dec 2021
    न्यूज़क्लिक के डेली राउंडअप में आज हमारी नज़र रहेगी पीएम के काशी दौरे पर जनता का सवाल, CBSE के स्त्री विरोधी प्रश्नपत्र पर विवाद और अन्य ख़बरों पर।
  • Farmers' Movement
    न्यूज़क्लिक टीम
    किसान आंदोलन: लंगर के लिए भी याद रखा जाएगा
    13 Dec 2021
    एक साल से लंबे संघर्ष के बाद किसानों की जीत के साथ उनका आंदोलन खत्म हुआI यह आंदोलन अपने तमाम अन्य पहलुओं के साथ-साथ सभी मोर्चों पर चल रहे लंगरों के लिए भी याद रखा जाएगाI न्यूज़क्लिक ने 10 दिसंबर यानी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License