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भारत
राजनीति
महाराष्ट्र: 27 को शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट, गुप्त मतदान की इजाज़त नहीं, होगा सीधा प्रसारण
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने महाराष्ट्र के राज्यपाल को निर्देश दिया कि वह 27 नवंबर को राज्य विधानसभा में शक्ति परीक्षण सुनिश्चित करें। कोर्ट ने कहा कि विधायकों की शपथ के बाद तुरंत फ्लोर टेस्ट होना चाहिए।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
26 Nov 2019
SC
Image courtesy: Delhinews

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल को निर्देश दिया कि वह 27 नवंबर को राज्य विधानसभा में शक्ति परीक्षण सुनिश्चित करें। अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बुधवार को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा।

क्या है अदालत के फैसले की प्रमुख बातें-

-शीर्ष अदालत ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को निर्देश दिया कि वह यह भी सुनिश्चित करें कि सदन के सभी निर्वाचित सदस्य बुधवार को ही शपथ ग्रहण करें। अदालत ने कहा कि समूची प्रक्रिया पांच बजे तक पूरी हो जानी चाहिए।

-न्यायमूर्ति एन वी रमण, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान गुप्त मतदान नहीं हो और विधानसभा की पूरी कार्यवाही का सीधा प्रसारण किया जाए।

-राज्यपाल राज्य विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष को भी नियुक्त करेंगे जो नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलवाएंगे।

-सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मुद्दे से कई संवैधानिक सवाल जुड़े हुए हैं इसलिए तुरंत बहुमत परीक्षण करवाना जरूरी है। शीर्ष अदालत के मुताबिक वैसे तो विधायिका और न्यायपालिका की शक्तियों में संविधान ने स्पष्ट विभाजन किया है, लेकिन कभी-कभी मौका आता है जब विधायिका के मुद्दे पर उसका दखल जरूरी हो जाता है। सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक ऐसा लोकतांत्रिक मूल्यों की सुरक्षा के लिए ही होता है।

-कोर्ट ने इन शर्तों को रखने के अलावा महाराष्ट्र के मौजूदा राजनीतिक हालात और विधायकों को लेकर मची खींचतान पर भी कड़ी टिप्पणियां कीं। जस्टिस रमन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है और विधायकों ने अभी शपथ तक नहीं ली है। कोर्ट ने कहा कि सरकार बनाने को विधायकों की खरीद-फरोख्त न हो, इसके लिए जरूरी है कि अंतरिम आदेश दिया जाए।

सरकार गठन को लेकर ताजा घटनाक्रम

सुप्रीम कोर्ट के बाद महाराष्ट्र राजनीति में जारी उठा-पटक का ताजा घटनाक्रम इस प्रकार है:

सुबह 11:03: महाराष्ट्र के राजनीतिक ड्रामे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने कहा कि भाजपा का खेल खत्म।

सुबह 11 बजे: कांग्रेस ने नेता पृथ्वीराज चह्वाण ने कहा कि उनकी पार्टी, शिवसेना और राकांपा उच्चतम न्यायालय के महाराष्ट्र विधानसभा में शक्ति प्रदर्शन के फैसले से संतुष्ट है। संविधान दिवस पर संविधान का सम्मान हुआ।

सुबह 10:42: उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से कहा कि वह सुनिश्चित करें कि बुधवार को सभी निर्वाचित सदस्य शपथ ग्रहण कर लें।

सुबह 10:39: उच्चतम न्यायालय ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस बुधवार को बहुमत साबित करें।

सुबह 9.14 : महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस को चुपचाप शपथ ग्रहण कराने को लेकर शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां एक भगत सिंह स्वतंत्रता के लिए फांसी पर चढ़ गए वहीं दूसरे ने रात के अंधेरे में लोकतंत्र को ‘फांसी पर लटका दिया।’

बहुमत साबित करने के लिए तैयार हैं: भाजपा

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को शक्ति परीक्षण कराने के उच्चतम न्यायालय के आदेश का वह सम्मान करती है और उसे पूरा भरोसा है कि वह सदन में अपना बहुमत साबित करेगी। प्रदेश भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटील ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हम शीर्ष अदालत के आदेश का सम्मान करते हैं। हम बहुमत साबित करने के लिए तैयार हैं और हम यह करके दिखाएंगे।”

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