मेवात में हुई दूसरी महापंचायत में हज़ारों की संख्या में संख्या में किसान शामिल हुए. हसन खान मेवाती को श्र्द्धांजलि देते हुए किसानों ने कहा कि उनको न्याय तभी मिलेगा जब तीन कृषि क़ानून वापिस होंगे और फसलों के दाम महँगाई को ध्यान में रखते हुए तय किए जाएँ.