अक्टूबर में कारखानों, खदानों और बिजली का उत्पादन पिछले साल के तुलना में कम हुआ है। किसी विकासशील देश के लिए यह ख़तरनाक है। डूबती हुई इस अर्थव्यवस्था से हमारा ध्यान भटकाने के लिए कभी अनुच्छेद 370, कभी तीन तलाक़, तो कभी नागरिकता क़ानून को सामने लाया जाता है। आप असली मुद्दों से मत भटकिए, नहीं तो देश भटक जाएगा।