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राजनीति
'लव-जिहाद' का शोर, 'हिंदुत्व' की जाति और अम्बेडकर
भाजपा-शासित कई राज्य सरकारें कथित लव-जिहाद को रोकने और उसके जिम्मेदारो को दंडित करने के लिए कड़े क़ानून बनाने का ऐलान कर चुकी हैं . Aaj Ki Baat में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विश्लेषण:
न्यूज़क्लिक टीम
18 Nov 2020

भाजपा-शासित कई राज्य सरकारें कथित लव-जिहाद को रोकने और उसके जिम्मेदारो को दंडित करने के लिए कड़े क़ानून बनाने का ऐलान कर चुकी हैं. कुछ दलों और संघों की नजर में अंतर-धर्मीय शादियां ही 'लव जिहाद' है. वे इसे हिंदू धर्म के लिए ख़तरा या संकट मानते हैं. लेकिन वे जाति, वर्ण और सांप्रदायिकता को क्या मानते हैं? जाति-वर्ण के खात्मे के लिए वे कानून क्यों नहीं बनाते, जिससे हिंदू धर्म की इस बडी विकृति और कमजोरी को दूर किया जा सके! Aaj Ki Baat में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विश्लेषण:

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