मुंबई: महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार प्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्ता गौतम नवलखा को तालोजा जेल में चश्मा नहीं दिए जाने के मामले की जांच का आदेश दिया है।
देशमुख ने मीडिया से बातचीत में इसकी जानकारी दी और इसे लेकर एक ट्वीट किया।
देशमुख का कहना है कि ‘‘भीमा-कोरेगांव मामले में आरोपी गौतम नवलखा को जेल प्रशासन ने चश्मा नहीं दिया क्योंकि उन्होंने उनके परिवार से आया पार्सल भी लौटा दिया।’’
उन्होंने कहा है, ‘‘मैंने इस मामले की जांच का आदेश दिया है। मुझे लगता है कि इसमें संवेदनशीलता दिखानी चाहिए थी, भविष्य में ऐसी घटनाओं के दोहराव से बचना होगा।’’
नवलखा के परिवार के सदस्यों ने सोमवार को दावा किया कि 27 नवंबर को तालोजा जेल में उनका चश्मा चोरी हो गया है।
उन्होंने दावा किया है कि चश्मा के बिना नवलखा लगभग ‘दृष्टिहीन हैं’ इसके बावजूद जब उन्होंने (परिवार ने) इस महीने की शुरुआत में डाक से नया चश्मा भेजा तो जेल प्रशासन ने उसे अस्वीकार कर दिया और वापस भेज दिया।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)