जमैका के वर्तमान प्रधानमंत्री एंड्रेस होल्नेस को कैरेबियाई देश में 3 सितंबर को हुए आम चुनावों में शानदार जीत के साथ दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुना गया है। 80% से अधिक मतों की गिनती के साथ प्रारंभिक परिणाम में दिखाया गया है कि सत्तारूढ़ सेंटर-राइट जमैका लेबर पार्टी (जेएलपी) ने संसद की 63 में से 49 सीटें जीत ली, जबकि विपक्षी पार्टी पीपल्स नेशनल पार्टी (पीएनपी) ने पीटर फिलिप्स के नेतृत्व में केवल 14 सीटें जीतीं। जेएलपी को 57.1% वोट मिले जबकि पीएनपी को 42.8% वोट मिले।
इस जीत के साथ होल्नेस 1967 के बाद से लगातार दो आम चुनावों में निर्वाचित होने वाले पहले जेएलपी नेता बन गए। जेएलपी ने ये चुनाव इन दशकों में सबसे बड़े अंतर के साथ जीता, साथ ही इसको पहले केवल 37 % वोट भी मिले।
प्रारंभिक परिणामों की घोषणा के बाद पीएम होल्नेस ने कहा "जश्न की बात होती है, लेकिन विचार करने के लिए महत्वपूर्ण वजह भी है। कई जमैका वासी ऐसे हैं जिन्होंने भाग नहीं लिया, कई जमैका वासी जो वायरस के डर से वोट गिराने नहीं आए थे, लेकिन अन्य कारणों जैसे उदासीनता, निराशा के चलते भी भाग नहीं लेने का फैसला किया।"
1.9 मिलियन से अधिक नागरिक मतदान के पात्र थे और इस संसदीय चुनावों में कुल 126 उम्मीदवारों ने ये चुनाव लड़ा था।
संविधान के तहत 25 फरवरी से 10 जून 2021 के बीच चुनावों करानी थी। हालांकि, पीएम होल्नेस ने पिछले महीने COVID-19 महामारी के बीच जल्द चुनाव कराने का आह्वान किया। तीन हफ्ते पहले, 13 अगस्त को जमैका की संसद को भंग कर दिया गया था।
विश्लेषकों ने समय से पहले चुनाव कराने के होल्नेस के निर्णय को अपने आर्थिक एजेंडे के साथ लोगों की संतुष्टि को भुनाने के लिए और महामारी की शुरुआती प्रतिक्रिया के रूप में देखा। इन चुनावों में जेएलपी को 16 सीटों का फायदा हुआ।
पोलिंग स्टेशन में प्रवेश करने से पहले अन्य नियमों के साथ टेम्परेचर जांच से गुजरना, फेस मास्क पहनना, मतदान केंद्र में प्रवेश करने पर हाथ धोना, शारीरिक दूरी के नियमों का मानना अनिवार्य था। उन लोगों के लिए विशेष नियमों की घोषणा की गई थी जो कोरोनोवायरस के पॉजिटिव गए थे या संदेह के चलते क्वारंटीन सेंटर में थे। इन लोगों को मतदान करने के समय रोक दिया गया था।