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पाकिस्तान
पाकिस्तान : प्रदर्शनकारियों ने रैली में प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के इस्तीफ़े की मांग की
इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन पाकिस्तान में 11 राजनीतिक दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट द्वारा किया गया।
पीपल्स डिस्पैच
14 Dec 2020
Pakistan Rally

सरकार द्वारा जारी चेतावनी को नकारते हुए और प्रधानमंत्री इमरान खान के इस्तीफे की मांग करते हुए रविवार 13 दिसंबर को विपक्ष की संयुक्त रैली में पाकिस्तान के लाहौर में हज़ारों लोग इकट्ठा हुए। सितंबर महीने में 11 विपक्षी पार्टियों का गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) बनने के बाद से इस गठबंधन द्वारा आयोजित यह तीसरी ऐसी सामूहिक सभा थी।

इस रैली में पाकिस्तान के सभी प्रमुख विपक्षी बलों के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भाग लिया। पीडीएम के घटकों में देश के सभी वैचारिक मतों संगठन शामिल हैं। इसमें वामपंथी अवामी नेशनल पार्टी से लेकर अति दक्षिणपंथी जमीयत अहले हदिस भी शामिल है। पीडीएम के मुख्य घटक पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी),पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) और जमीयत उलेमा ए-इस्लाम (जेयूआई-एफ) हैं।

पश्तूनों और अन्य मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की राज्य प्रायोजित हत्याओं के ख़िलाफ़ पश्तून तहफुज मूवमेंट (पीटीएम) के एक नेता मोहसिन दावर भी सितंबर महीने में इसके गठन के समय पीडीएम का एक हिस्सा थे। हालांकि वे रविवार को लाहौर की रैली में मौजूद नहीं थे।

पीडीएम ने प्रधानमंत्री इमरान खान पर देश के सभी प्रमुख आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों को हल करने में विफल रहने और पाकिस्तान सेना का कठपुतली होने का आरोप लगाया। इस रैली में वक्ताओं ने देश में बढ़ती बेरोज़गारी दर का मुद्दा उठाया। इनके अनुसार ये बेरोजगारी दोहरे अंकों तक पहुंच गया है। हालांकि आधिकारिक बेरोजगारी दर 4.5% पर कायम है। उन्होंने विश्व बैंक के अनुसार इस वर्ष लगभग 1.5% का अनुबंध करने वाली अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने में सरकार की विफलता को उजागर किया जो कि दशकों में पहला कॉन्ट्रेक्शन है। विपक्ष ने इमरान खान सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के उत्पीड़न का भी आरोप लगाया।

पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के मामले में कैद करने का प्रसंग देश में राजनीतिक उत्पीड़न के उदाहरण के रूप में बना। वर्ष 2017 में शरीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद उनको इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था, जिसके लिए उन्हें एक साल बाद दोषी ठहराया गया था। वे अब यूके में निर्वासित जीवन जी रहे हैं।

रविवार की रैली को सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के पहले दौर में अंतिम रैली के रूप में घोषित किया गया था। पीडीएम ने विरोध प्रदर्शन के दूसरे दौर की शुरुआत के रूप में जनवरी में राजधानी इस्लामाबाद तक रैली निकालने का आह्वान किया है।

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Imran Khan
Pakistan People's Party
Pakistan Muslim League

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