NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका
डोनाल्ड ट्रंप ने अफ़ग़ानिस्तान से सेना की वापसी पर प्रतिबंध लगाने वाले रक्षा विधेयक को वीटो करने की धमकी दी
वित्तीय वर्ष 2021 का ये बिल पहले ही कांग्रेस के दोनों सदनों द्वारा दो तिहाई से अधिक मतों से पारित किया गया है।
पीपल्स डिस्पैच
16 Dec 2020
ट्रंप

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव केयले मैकइने ने मंगलवार 15 दिसंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिकी कांग्रेस द्वारा पारित राष्ट्रीय रक्षा विधेयक को वीटो करेंगे। इस बिल को लेकर डोनाल्ड ट्रम्प की नई आपत्ति इसमें लिखे गए शब्दों को लेकर है जो उनके लिए अफगानिस्तान, दक्षिण कोरिया और जर्मनी से अमेरिकी सैनिकों को वापस लेने के लिए मुश्किल पैदा कर रहा है जिसकी पहले घोषणा की गई थी।

डोनाल्ड ट्रम्प को डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर एलिजाबेथ वॉरेन द्वारा लाए गए उस संशोधन को शामिल करने को लेकर भी आपत्ति है जिसके अनुसार पेंटागन को पूर्व कन्फेडरेट सैनिकों के नाम पर रखे गए सैन्य ठिकानों का नाम बदलना था।

1860 और 1865 के बीच अमेरिकी गृह युद्ध में गुलामी के उन्मूलन को लेकर कन्फेडरेट सेना ने अमेरिकन फेडरेशन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।

ट्रम्प ने कांग्रेस द्वारा इस बिल की धारा 230 हटाने में विफल होने की स्थिति में बिल को वीटो करने की धमकी दी है जो तकनीक और इंटरनेट कंपनियों को जवाबदेही से सुरक्षा प्रदान करता है। अगर विवाद हुआ तो सरकार इन कंपनियों के खिलाफ कंटेंट मॉडरेशन जैसी नीतियों को लेकर कानूनी प्रक्रिया शुरू कर सकती है। ट्रम्प प्रशासन ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान अपनी सोशल मीडिया सामग्री को मॉडरेट या फ़्लैग करने के लिए इनमें से कुछ कंपनियों की नीतियों पर आपत्ति जताई थी।

राष्ट्रीय रक्षा विधेयक या अमेरिका के रक्षा बजट को कांग्रेस के दोनों सदनों ने पहले ही मंजूरी दे दी है। रिपब्लिकन नियंत्रित सीनेट ने 11 दिसंबर को 13 की तुलना में 83 वोट से इस बिल को मंजूरी दे दी। इससे पहले डेमोक्रेटिक पार्टी के नियंत्रण वाले हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव ने इस बिल को 78 वोटों की तुलना में 335 से पारित किया था। हालांकि दोनों सदनों में इस बिल को दो-तिहाई से अधिक बहुमत मिला है फिर भी इन्हें ट्रम्प के वीटो को समाप्त करने के लिए आहूत करना होगा और न्यूनतम दो तिहाई बहुमत हासिल करने की आवश्यकता होगी।

ट्रम्प प्रशासन अपने कार्यकाल के समाप्त होने से पहले अफगानिस्तान में सैनिकों की संख्या को 4,500 की वर्तमान संख्या से घटाकर 2,500 करना चाहता है। देश में रक्षा संस्थान द्वारा इस कदम का विरोध किया गया है और अधिक संभावना है कि आने वाला जो बाइडेन प्रशासन इसकी समीक्षा करेगा।

ये बिल 2021 के वित्तीय वर्ष के लिए 740 बिलियन अमरीकी डॉलर के सैन्य बजट को मंजूरी देता है। पिछले साल सैन्य बजट 738 बिलियन अमरीकी डॉलर था।

USA
Donald Trump
National Defense Authorization Act
Afghanistan

Related Stories

भारत में धार्मिक असहिष्णुता और पूजा-स्थलों पर हमले को लेकर अमेरिकी रिपोर्ट में फिर उठे सवाल

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन में हो रहा क्रांतिकारी बदलाव

अमेरिकी आधिपत्य का मुकाबला करने के लिए प्रगतिशील नज़रिया देता पीपल्स समिट फ़ॉर डेमोक्रेसी

भोजन की भारी क़िल्लत का सामना कर रहे दो करोड़ अफ़ग़ानी : आईपीसी

छात्रों के ऋण को रद्द करना नस्लीय न्याय की दरकार है

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

तालिबान को सत्ता संभाले 200 से ज़्यादा दिन लेकिन लड़कियों को नहीं मिल पा रही शिक्षा

रूस पर बाइडेन के युद्ध की एशियाई दोष रेखाएं

पश्चिम बनाम रूस मसले पर भारत की दुविधा

पड़ताल दुनिया भर कीः पाक में सत्ता पलट, श्रीलंका में भीषण संकट, अमेरिका और IMF का खेल?


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License