शुक्रवार को पुलिस अचानक मंच से सात-आठ लोगों को पूछताछ के लिए थाने ले गई। ये सारे लोग लंगर चलाने में मदद करते थे। जब यह ख़बर फैली तो कुछ प्रदर्शनकारी इससे नाराज़ होकर थाने पहुंचे। विरोध के बाद पुलिस ने गिरफ़्तार लोगों को शाम को छोड़ दिया।
साभार : अमर उजाला
शाहीन बाग पर पिछले 40 दिन से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा है। यहां 15 दिसंबर से प्रदर्शन शुरू हुआ था, लेकिन एक भी दिन हिंसा नहीं हुई।
प्रदर्शन पर बैठे लोगों में ज्यादातर महिलाएं हैं। बच्चे और बुजुर्ग भी यहां नजर आते हैं। हर धर्म के लोग यहां आकर लंगर लगाते हैं और प्रदर्शनकारियों को खाना खिलाते हैं। कोई अराजक तत्व नजर आता है तो लोग खुद ही उसे इलाके से बाहर कर देते हैं।
लेकिन शुक्रवार को पुलिस अचानक मंच से सात-आठ लोगों को पूछताछ के लिए थाने ले गई। ये सारे लोग लंगर चलाने में मदद करते थे। जब यह ख़बर फैली तो कुछ प्रदर्शनकारी इससे नाराज़ होकर थाने पहुंचे। विरोध के बाद पुलिस ने गिरफ़्तार लोगों को शाम को छोड़ दिया।