NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
स्वास्थ्य
भारत
राजनीति
शर्मनाकः इलाज और स्ट्रेचर के अभाव में युवक के कंधे पर महिला की मौत
बिहार में एक बार फिर चिकित्सा व्यवस्था की पोल खुल गई है। प्रदेश के बेगूसराय स्थित सदर अस्पताल में एक युवक घायल महिला को लेकर इलाज के लिए भटकता रहा, लेकिन उसकी मौत युवक के कंधे पर ही हो गई।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
18 Nov 2021
begusarai sadar hospital
Image courtesy : Hindustan

बिहार में एक बार फिर शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। राज्य के बेगूसराय के सदर अस्पताल में एक घायल महिला को स्ट्रेचर नहीं मिला, जिसके चलते एक युवक उसको लेकर इधर-उधर भटकता रहा। आखिर में उस घायल महिला की मौत युवक के कंधे पर ही हो गई।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सड़क हादसे में घायल एक महिला को इलाज के लिए एक युवक गत सोमवार को सदर अस्पताल लाया, लेकिन उसे किसी ने मदद नहीं की। युवक उसे लेकर इधर-उधर भटकता रहा लेकिन न तो उसे कोई डॉक्टर मिले और न ही कोई स्वास्थ्यकर्मी। बाद में घायल महिला की मौत उस युवक के कंधे पर ही हो गई। मृतका बलिया थाना के भगतपुर की रहने वाली थी।

महिला की मौत की खबर जब अस्पताल में फैली तो डॉक्टर सामने आए और महिला की जांच तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इतना ही नहीं मौत के बाद भी महिला के शव को ले जाने के लिए अस्पताल की और से स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं की गई, तो युवक अपने कंधे पर ही शव को ले गया।

अस्पताल परिसर में मौजूद रोगी व उनके परिजनों ने इस दृश्य को देखा तो अस्तपाल प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में साफ तौर से देखा जा सकता है कि किस तरह से एक युवक के द्वारा मृतक महिला को कंधे पर लेकर दौड़ते नजर आ रहा है।

ज्ञात हो कि शनिवार को नगर थाना क्षेत्र के महमदपुर के पास एनएच-31 पर एक अनियंत्रित टेम्पो के पलट जाने से करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। इन घायलों में एक महिला की हालत बेहद गंभीर थी, तभी एक स्थानीय युवक घायल महिला को इलाज के अपने कंधे पर लेकर अस्पताल की ओर दौड़ पड़ा। लेकिन वह महिला को बचा नहीं सका।

मामला सामने आने के बाद अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.प्रमोद सिंह ने मीडिया से कहा कि मामला अतिगंभीर है। इसकी जांच करायी जा रही है। दोषी चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

इसी साल सितंबर महीने में उस वक्त भी बिहार के चिकित्सा व्यवस्था की पोल खुली थी, जब भोजपुर जिला स्थित आरा सदर अस्पताल स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण परिजन मरीज को प्लास्टिक के बोरे पर रखकर ओपीडी स्थित सीटी स्कैन सेंटर से इमरजेंसी वार्ड में ले गए थे।

इमादपुर थाना क्षेत्र के बिहटा गांव निवासी 80 वर्षीय महिला फूलझारो कुंवर इलाज के कराने के लिए अस्पताल आई थीं। बुजुर्ग महिला के बेटे के अनुसार काम करते वक्त वह अपने घर में सुबह फिसल कर गिर गई थी जिससे उसे ब्रेन हेमरेज हो गया था।

जब परिजन बुजुर्ग महिला को आरा सदर अस्पताल लेकर आए तो डॉक्टरों ने उन्हें सीटी स्कैन कराने को कहा था। स्कैन कराने के लिए इमरजेंसी वार्ड के स्वास्थ्य कर्मियों से स्ट्रेचर की मांग की तो उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिला। स्ट्रेचर न मिलने पर मजबूरन महिला के परिजन उसे प्लास्टिक के बोरे पर रखकर सदर अस्पताल के ओपीडी स्थित सिटी स्कैन सेंटर ले गए।

बता दें कि दो महीने पहले सासाराम के सदर अस्पताल का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें देखा गया कि सड़क दुर्घटना में घायल एक बहन को स्ट्रेचर के अभाव में उसका भाई पीठ पर लादकर अस्पताल परिसर में इलाज के लिए भटकता रहा। पीड़ित व्यक्ति शिवसागर थाना क्षेत्र के तेलड़ा गांव का रहने वाला था।

पीड़ित सुनील कुमार ने मीडिया को बताया था कि वो घटनास्थल से अस्पताल तक ऑटो से अपनी बहन को लेकर सदर अस्पताल पहुंचा था। उसकी बहन चलने-फिरने में असमर्थ थी इसलिए अस्पताल कर्मियों से स्ट्रेचर लेकर चलने को कहा लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी थी। मदद न मिलने पर सुनील ने अपनी बहन को पीठ पर लादा और डॉक्टर को दिखाने गया। उसकी शिकायत पर डॉक्टर ने भी कोई ध्यान नहीं दिया था।

Bihar
Bihar Health Care Facilities
Healthcare system
Nitish Kumar
Nitish Kumar Government
Begusarai Sadar hospital

Related Stories

बिहार में ज़िला व अनुमंडलीय अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी

बिहारः पिछले साल क़हर मचा चुके रोटावायरस के वैक्सीनेशन की रफ़्तार काफ़ी धीमी

बिहारः मुज़फ़्फ़रपुर में अब डायरिया से 300 से अधिक बच्चे बीमार, शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती

बिहार की राजधानी पटना देश में सबसे ज़्यादा प्रदूषित शहर

लोगों को समय से पहले बूढ़ा बना रहा है फ्लोराइड युक्त पानी

बिहार में फिर लौटा चमकी बुखार, मुज़फ़्फ़रपुर में अब तक दो बच्चों की मौत

शर्मनाक : दिव्यांग मरीज़ को एंबुलेंस न मिलने पर ठेले पर पहुंचाया गया अस्पताल, फिर उसी ठेले पर शव घर लाए परिजन

नक्शे का पेचः भागलपुर कैंसर अस्पताल का सपना अब भी अधूरा, दूर जाने को मजबूर 13 ज़िलों के लोग

बिहार में नवजात शिशुओं के लिए ख़तरनाक हुआ मां का दूध, शोध में पाया गया आर्सेनिक

बिहार की लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाः मुंगेर सदर अस्पताल से 50 लाख की दवाईयां सड़ी-गली हालत में मिली


बाकी खबरें

  • भाषा
    श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मामले में फ़ैसला सुरक्षित
    06 May 2022
    अदालत ने बृहस्पतिवार को इस मामले की पोषणीयता पर फैसला सुरक्षित रखते हुए निर्णय सुनाने के लिए 19 मई की तिथि नियत की है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    लंबे समय के बाद RBI द्वारा की गई रेपो रेट में बढ़ोतरी का क्या मतलब है?
    06 May 2022
    रेपो दरों में 40 बेसिस पॉइन्ट की बढ़ोतरी मतलब है कि पहले के मुकाबले किसी भी तरह का क़र्ज़ लेना महंगा होगा। अब तक सरकार को तकरीबन 7 से 7.5 फीसदी की दर से क़र्ज़ मिल रहा था। बैंक आरबीआई से 4.40 फ़ीसदी दर पर…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    WHO और भारत सरकार की कोरोना रिपोर्ट में अंतर क्य़ों?
    06 May 2022
    कोरोना में हुई मौतों पर डब्ल्यूएचओ ने रिपोर्ट जारी की है, जो भारत सरकार द्वारा पेश की गई रिपोर्ट से बिल्कुल अलग है।
  • भाषा
    पंजाब पुलिस ने भाजपा नेता तेजिंदर पाल बग्गा को गिरफ़्तार किया, हरियाणा में रोका गया क़ाफ़िला
    06 May 2022
    भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा बग्गा के पिता को पीटे जाने के आरोप में राष्ट्रीय राजधानी के जनकपुरी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।
  • सारा थानावाला
    क्या लिव-इन संबंधों पर न्यायिक स्पष्टता की कमी है?
    06 May 2022
    न्यायालयों को किसी व्यक्ति के बिना विवाह के किसी के साथ रहने के मौलिक अधिकार को मान्यता देनी होगी। 
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License