NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
सीरिया : सुरक्षा बलों ने इदलिब में विद्रोहियों के क़ब्ज़े वाले एक महत्वपूर्ण शहर पर नियंत्रण किया
इदलिब देश का आख़िरी विद्रोही क़ब्ज़े वाला इलाक़ा है। अगर यह आज़ाद हो जाता है तो सीरिया में 9 साल से चल रहा युद्ध ख़त्म हो जाएगा।
पीपल्स डिस्पैच
07 Feb 2020
syria

सीरिया सरकार के सुरक्षा बलों ने विद्रोहियों के क़ब्ज़े वाले इदलिब प्रांत के एक प्रमुख शहर को नियंत्रण में ले लिया है। सीरिया की अरब न्यूज़ एजेंसी के अनुसार 6 फ़रवरी को, सीरिया के सुरक्षा बल सराक़ेब और आसपास के गांवों-क़स्बों में घुस गए और और सराक़ेब-अलीपो हाईवे को नियंत्रण में ले लिया। सराक़ेब इदलिब शहर से महज़ 15 किलोमीटर दूर है, और यह राजधानी डमस्कस और देश के उत्तरी क्षेत्र को जोड़ने वाला मुख्य बिंदु भी है।

इदलिब पर पूर्व अल-क़ायदा सहयोगी हयात ताहिर अल-शाम (एचटीएस) बलों का नियंत्रण है। सीरिया ने पिछले साल दिसंबर में इस क्षेत्र को मुक्त करने के लिए एक आक्रामक अभियान शुरू किया था। तुर्की जो एचटीएस बलों का समर्थन करता है, का दावा है कि आक्रामक देश में सीरियाई शरणार्थियों के नए आगमन को जन्म दे सकता है। तुर्की इसे तुर्की और रूस के बीच हुए युद्ध विराम समझौते का उल्लंघन भी कहता है।

रूस और तुर्की के बीच युद्ध विराम सौदा 12 जनवरी को किया गया था। हालांकि, रूस और सीरियाई बलों का दावा है कि इसके संरक्षण में तुर्की और विद्रोही बल संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहे हैं और सीरियाई बलों पर हमला कर रहे हैं।

3 फ़रवरी को एचटीएस और सीरियाई बलों के बीच मोर्चा संभाल रहे तुर्की के आठ सैनिक सीरियाई बलों के एक हमले में मारे गए थे। तुर्की ने लगभग 30 सीरियाई सैनिकों को मारकर तुरंत जवाबी कार्रवाई की।

सीरिया ने यह भी दावा किया है कि गुरुवार 6 फ़रवरी को इदलिब में तुर्की एयरस्ट्राइक में 15 नागरिक भी मारे गए थे। सीरिया ने यह भी दावा किया है कि 6 फरवरी को इज़रायल ने राजधानी डमस्कस और डेर्रा और क्यूनित्रा के दक्षिणी क्षेत्रों के पास के क्षेत्रों को निशाना बनाते हुए दो राउंड मिसाइलों से भी हमला किया था।

सीरिया सरकार के समर्थन वाले रूसी सुरक्षा बल की कोशिश है कि वो इदलिब पर नियंत्रण वापस ले ले, ताकि उससे 9 साल से चल रहा युद्ध ख़त्म किया जा सके। इस जंग में अब तक सैंकड़ों हज़ार लोग मारे जा चुके हैं और लगभग 7 मिलियन सीरियावासियों को देश छोड़ कर जाना पड़ा है, जो अब तुर्की और अन्य देशों में अमानवीय हालात में जीने को मजबूर हैं।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

Syria
Syria Government
alkayada
Turkish Syrian Border
Russia
HTS
Syrian forces
Turkish Airstrike

Related Stories

डेनमार्क: प्रगतिशील ताकतों का आगामी यूरोपीय संघ के सैन्य गठबंधन से बाहर बने रहने पर जनमत संग्रह में ‘न’ के पक्ष में वोट का आह्वान

रूसी तेल आयात पर प्रतिबंध लगाने के समझौते पर पहुंचा यूरोपीय संघ

यूक्रेन: यूरोप द्वारा रूस पर प्रतिबंध लगाना इसलिए आसान नहीं है! 

पश्चिम बैन हटाए तो रूस वैश्विक खाद्य संकट कम करने में मदद करेगा: पुतिन

और फिर अचानक कोई साम्राज्य नहीं बचा था

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन में हो रहा क्रांतिकारी बदलाव

90 दिनों के युद्ध के बाद का क्या हैं यूक्रेन के हालात

यूक्रेन युद्ध से पैदा हुई खाद्य असुरक्षा से बढ़ रही वार्ता की ज़रूरत

खाड़ी में पुरानी रणनीतियों की ओर लौट रहा बाइडन प्रशासन

फ़िनलैंड-स्वीडन का नेटो भर्ती का सपना हुआ फेल, फ़िलिस्तीनी पत्रकार शीरीन की शहादत के मायने


बाकी खबरें

  • सोनिया यादव
    सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक आदेश : सेक्स वर्कर्स भी सम्मान की हकदार, सेक्स वर्क भी एक पेशा
    27 May 2022
    सेक्स वर्कर्स को ज़्यादातर अपराधियों के रूप में देखा जाता है। समाज और पुलिस उनके साथ असंवेदशील व्यवहार करती है, उन्हें तिरस्कार तक का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश से लाखों सेक्स…
  • abhisar
    न्यूज़क्लिक टीम
    अब अजमेर शरीफ निशाने पर! खुदाई कब तक मोदी जी?
    27 May 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं हिंदुत्ववादी संगठन महाराणा प्रताप सेना के दावे की जिसमे उन्होंने कहा है कि अजमेर शरीफ भगवान शिव को समर्पित मंदिर…
  • पीपल्स डिस्पैच
    जॉर्ज फ्लॉय्ड की मौत के 2 साल बाद क्या अमेरिका में कुछ बदलाव आया?
    27 May 2022
    ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन में प्राप्त हुई, फिर गवाईं गईं चीज़ें बताती हैं कि पूंजीवाद और अमेरिकी समाज के ताने-बाने में कितनी गहराई से नस्लभेद घुसा हुआ है।
  • सौम्यदीप चटर्जी
    भारत में संसदीय लोकतंत्र का लगातार पतन
    27 May 2022
    चूंकि भारत ‘अमृत महोत्सव' के साथ स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है, ऐसे में एक निष्क्रिय संसद की स्पष्ट विडंबना को अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    पूर्वोत्तर के 40% से अधिक छात्रों को महामारी के दौरान पढ़ाई के लिए गैजेट उपलब्ध नहीं रहा
    27 May 2022
    ये डिजिटल डिवाइड सबसे ज़्यादा असम, मणिपुर और मेघालय में रहा है, जहां 48 फ़ीसदी छात्रों के घर में कोई डिजिटल डिवाइस नहीं था। एनएएस 2021 का सर्वे तीसरी, पांचवीं, आठवीं व दसवीं कक्षा के लिए किया गया था।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License