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भारत
राजनीति
तेलंगाना बलात्कार-हत्या: सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे 'एनकांउटर' की जांच
सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस एनकाउंटर की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया है। पीठ कहा, 'हमारा विचार है कि एनकाउंटर की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।'
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
12 Dec 2019
Supreme court
Image courtesy: Bitcoin News

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि तेलंगाना में पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले के चार आरोपियों के मुठभेड़ में मारे जाने की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने दो जनहित याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान यह कहा। याचिकाओं में पिछले सप्ताह मुठभेड़ में मारे गए आरोपियों की स्वतंत्र जांच की मांग की गई थी।

पीठ ने कहा, ‘हमारा मानना है कि तेलंगाना में पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले के चार आरोपियों के मुठभेड़ में मारे जाने की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।’

पीठ में न्यायमूर्ति एसए नजीर और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना भी शामिल थे। पीठ ने कहा कि आपकी (तेलंगाना सरकार) कहानी के कई पहलू हैं, जिनकी जांच की आवश्यकता है।

तेलंगाना सरकार की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि किसी पुलिस कर्मी को गोली नहीं लगी है लेकिन वे आरोपियों द्वारा किए हमले में घायल हुए।

आपको बता दें कि पीठ ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस वीए एस सिरपुरकर की अगुवाई में तीन सदस्य वाले जांच आयोग का गठन किया है। एनकाउंटर की जांच के लिए बने आयोग का दफ्तर हैदराबाद में बनाया जाएगा। इस आयोग के सभी सदस्यों को सुरक्षा भी दी जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस तीन सदस्यीय जांच आयोग को छह महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। आयोग का पूरा खर्च तेलंगाना सरकार को उठाने का आदेश दिया गया है।

गौरतलब है कि संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ स्वतंत्र जांच कराने के लिए शीर्ष अदालत में दो याचिकाएं दायर की गई हैं। पहली याचिका अधिवक्ता जी एस मणि और प्रदीप कुमार यादव ने दायर की है जबकि दूसरी याचिका अधिवक्ता मनोहर लाल शर्मा ने दायर की है।

मणि और यादव की जनहित याचिका में दावा किया गया है कथित मुठभेड़ फर्जी है और इस घटना में शामिल पुलिस अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दायर की जानी चाहिए।

तेलंगाना पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि ये आरोपी पुलिस के साथ हुई फायरिंग में मारे गए। यह घटना सवेरे करीब साढ़े छह बजे हुई जब जांच की प्रक्रिया के दौरान उन्हें वारदात की रीक्रिऐशन के लिए घटनास्थल पर ले जाया गया था।

इन चारों आरोपियों को हैदराबाद के पास एनएच 44 पर गोली मारी गई थी, जहां 27 वर्षीय महिला पशु चिकित्सक का जला हुआ शव मिला था।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

Hyderabad Rape Case
Hyderabad Encounter
Supreme Court
Encounter Investigation
रिटायर्ड जस्टिस वीए एस सिरपुरकर

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