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ट्रम्प प्रशासन अपने कार्यकाल के आख़िरी दिनों में चीन, क्यूबा और यमन के साथ तनाव बढ़ा रहा
डोनाल्ड ट्रम्प के पास बतौर राष्ट्रपति के कार्यकाल के लिए महज दस दिन बचे हैं लेकिन माना जा रहा है कि यूएस के विदेश नीति के लिए गहरे ज़ख्म छोड़ जाएंगे।
पीपल्स डिस्पैच
12 Jan 2021
ट्रम्प प्रशासन

डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल को समाप्त होने में कुछ ही दिन शेष है लेकिन उनके प्रशासन ने इस आखिरी समय में पूरी दुनिया में संघर्ष को बढ़ाने का कदम उठाया है। सोमवार 11 जनवरी को यूएस सेक्रेट्री ऑफ स्टेट माइक पोम्पिओ ने घोषणा की कि ट्रम्प प्रशासन क्यूबा को राज्य प्रायोजित आतंकवाद की श्रेणी में शामिल करेगा।

इस फैसले की विशेष रूप से आलोचना की गई है क्योंकि इस देश ने COVID-19 महामारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। क्यूबा ने 39 देशों को हेनरी रीव मेडिकल ब्रिगेड के 50 से अधिक दल को कोरोनोवायरस महामारी के खिलाफ उनकी लड़ाई में मदद करने के लिए भेजा है। ये देश सिएरा लियोने से लेकर पनामा व इटली तक फैला है।

इस बीच अमेरिका ने हाउथिस के नाम से प्रख्यात यमन के अंसार अल्लाह को 10 जनवरी को "आतंकवादी संगठन" घोषित कर दिया। ये घोषणा ट्रम्प का कार्यकाल समाप्त होने से एक दिन पहले 19 जनवरी तक लागू होगा। पोम्पिओ द्वारा शनिवार 8 जनवरी को ताइवान में रिपब्लिक ऑफ चाइना के रेनिगेडे स्टेट (renegade State) के साथ राजनयिक "संपर्क" को फिर से शुरू करने की घोषणा के कुछ ही दिन बाद इसकी घोषणा की गई है।

राष्ट्रपति कार्यकाल के समाप्त होने के महज दस दिन बचे होने के बावजूद ये फैसले लिए जा रहे हैं जिससे ये अंदाजा लगाया जाता है कि ट्रम्प प्रशासन आक्रामक विदेश नीति की विरासत को मजबूत करने के प्रयास कर रही है। इस बीच इन फैसलों को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन की आगामी सरकार को विशेष रूप से चीन के संबंध में निरंतर आक्रामकता के मार्ग पर धकेलने के रुप में देखा जा रहा है।

चीन ने यह कहकर ताइवान के साथ कूटनीतिक प्रक्रिया को फिर से बहाल करने के फैसले की निंदा की है कि ये "दुर्भावनापूर्ण तरीके से गहरे जख्म को कुरेदने" का प्रयास किया है और इसके लिए अमेरिका को "भारी कीमत" चुकानी पड़ेगी। पोम्पियो ने 13-15 जनवरी के बीच संयुक्त राष्ट्र में अपने स्थायी प्रतिनिधि राजदूत केली क्राफ्ट को दो दिवसीय राजनयिक यात्रा के हिस्से के रूप में ताइवान के लिए यात्रा की घोषणा की थी। यह भी ऐसे समय में हुआ है जब ताइवान में स्थित सरकार ने एक नया पासपोर्ट डिजाइन जारी किया है जो इसे चीन से अलग राष्ट्र के रूप में पेश करेगा।

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