NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
स्वास्थ्य
भारत
राजनीति
यूपी: केजीएमयू की नर्स कोरोना पॉजिटिव, बीमारी के बावजूद ड्यूटी लगाए जाने का आरोप
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के ट्रॉमा सेंटर की नर्स कोरोना से संक्र‍मित मिली है। आरोप है कि नर्स को जुकाम, बुखार होने के बावजूद आईसीयू में ड्यूटी लगाई गई।  
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
27 Apr 2020
KGMU
Image courtesy: Shiksha

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में ड्यूटी पर तैनात नर्स के कोरोना टेस्ट पॉज़िटिव होने से हड़कंप मच गया। कोरोना के लक्षण स्पष्ट दिखते हुए भी 51 वर्षीया नर्स को ड्यूटी लगाने से केजीएमयू प्रशासन पर लापरवाही नज़र आ रही है।

केजीएमयू में लापरवाही का यह पहला उदाहरण नहीं है। इससे पहले 13 अप्रैल को एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कोरोना संक्रमित मरीज़ को केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर (कैजअल्टी) में भर्ती करा दिया था। जिससे प्रतिदिन आने वाले सैकड़ों मरीज़ों की जान को ख़तरा पैदा गया था। बाद में कोरोना संक्रमित रोग़ी की मौत हो गई थी।

अब शनिवार की रात कोरोना के लक्षण वाली नर्स की ड्यूटी क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग में लगाकर वहां भर्ती मरीज़ों को ख़तरे में डाल दिया गया। जब संक्रमित नर्स वहां ड्यूटी दे रही थी उस समय विभाग में क़रीब 14 मरीज़ वेंटिलेटर पर भर्ती थे। विभाग में गंभीर रोगियों को वेंटिलेटर पर रखा जाता है।

उल्लेखनीय है कि पुराने शहर के नक्ख़ास में रहने वाली नर्स को सर्दी, जुकाम और बुख़ार के बावजूद 25 अप्रैल की रात सीसीएम विभाग में ड्यूटी पर लगाया गया। सूत्र बताते हैं कि नर्स केजीएमयू में संविदा पर काम करती है। वह 21 अप्रैल की रात तक ड्यूटी थी लेकिन सुबह वह अपनी तबियत ख़राबी की बात बताकर छुट्टी लेकर चली गयी थी। छुट्टी लेते समय उसने सर्दी, जुकाम और बुख़ार की बात बता दी थी।

नर्स के पास 24 अप्रैल को फ़ोन आया कि तुरंत ड्यूटी पर आयें वरना नौकरी भी जा सकती है। वह 25 अप्रैल की रात 8 बजे से दोबारा ड्यूटी पर तैनात हो गई। जब उसकी तबियत ज़्यादा बिगड़ी तो उसने इसके बारे में वार्ड प्रभारी को बताया।

जिसके बाद उसके लक्षण देखते हुए एक रेज़िडेंट डाक्टर ने नर्स को संदिग्ध वार्ड में भर्ती कराया। बाद में कोरोना की जांच के लिए नमूना लिया गया। रविवार की सुबह नर्स की रिपोर्ट पॉज़िटिव आने से हड़कंप मच गया। नर्स के कोरोना पॉज़िटिव होने की पुष्टि होने के बाद वार्ड में भर्ती सभी मरीज़ों और 25 केजीएमयू कर्मचारियों (डॉक्टरों समेत) को क्वॉरंटीन कर दिए गए है।

केजीएमयू कर्मचारी परिषद ने कहा है कि स्टाफ़ को ड्यूटी पर रोस्टर प्रणाली पर बुलाया जाए।परिषद के अध्यक्ष प्रदीप गंगवार का कहना कि अगर रोस्टर प्रणाली लागू नहीं हुई तो भविष्य में  क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग की तरह दूसरे विभागों का काम भी ठप हो जाएगा। प्रदीप गंगवार के अनुसार अगर रोस्टर प्रणाली से ड्यूटी लगे तो कुछ कर्मचारी अगर संक्रमित होते हैं, तो दूसरे काम को संचालित रख सकेंगे।

कर्मचारी परिषद का कहना है कि इस समय केजीएमयू प्रशासन का स्टाफ़ पर बहुत दबाव है, लेकिन ड्यूटी लगाने से पहले कर्मचारी की स्वास्थ्य की हालत भी देखना चाहिए। बता दें कि कोरोना प्रकोप के बाद से कई बार केजीएमयू को अपनी अलग-अलग इकाइयाँ बंद करनी पड़ी हैं।

केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि संक्रमित नर्स के सम्पर्क में आने वाले सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों को तुरंत क्वॉरंटीन कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह के अनुसार नर्स के परिवार को भी उसके कोरोना होने की सूचना दे दी गई है और उन्हें भी क्वॉरंटीन में रहने को कहा गया है।

सीसीएम विभाग में आने-जाने पर रोक लगा दी गई है। यह प्रश्न करने पर की नर्स को ख़राब स्वास्थ्य के बावजूद ड्यूटी पर क्यूँ और किसने बुलाया। उन्होंने कहा यह सारी जाँच की रिपोर्ट आने के बात बताया जा सकता है। फ़िलहाल यह जाँच हो रही है कि नर्स संक्रमित कैसे हुई।

ट्रॉमा के डॉक्टर संदीप तिवारी ने बताया कि सीसीएम में भर्ती सभी रोगियों और वहाँ तैनात सभी मेडिकल स्टाफ़ की कोरोना रिपोर्ट जाँच के लिए भेजी गईं हैं। जब रिपोर्ट आ जाएगी तब विभाग को दोबारा शुरू करने पर विचार किया जाएगा।

इसके अलावा सीसीएम विभाग अभी सील कर दिया गया है। फ़िलहाल विभाग में नये मरीज़ों को नहीं लिया जा रहा है और केवल रविवार को ही क़रीब 05 रोगियों को बिना भर्ती हुए लौटना पड़ा।

केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में इस से पहले भी बड़ी लापरवाही सामने आई थी। जब कैजुअल्टी वार्ड में कोरोना पॉजिटिव रोग़ी भर्ती कर दिया गया। केजीएमयू के सूत्रों के मुताबिक उसे वहां एक डॉक्टर की सिफारिश पर भर्ती किया गया। इस घटना के रोग़ी के संपर्क में आए 13 रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ ही 52 और मेडिकल कर्मचारियों को 14 दिन के लिए क्वारंटीन करना पड़ा था।

केजीएमयू चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार उस समय इस ग़लती से निपटने के लिए ट्रॉमा सेंटर के मेडिसिन विभाग को सील करना पड़ा था और कैजुअल्टी की धुलाई की गई थी। क्योंकि ट्रामा में भर्ती अन्य मरीजों पर भी कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा था।

उल्लेखनीय है कि इस पहले भी केजीएमयू के रेज़िडेंट डॉक्टर कोरोना से संक्रमित हो गया था।हालाँकि वह अब स्वस्थ हैं और उन्होंने प्लाज़्मा भी डोनेट (दान) किया है। उत्तर प्रदेश स्वस्थ विभाग से प्राप्त आँकड़ों के अनुसार 26 अप्रैल (रविवार) शाम 07 बजे तक लखनऊ में कोरोना के पुष्ट रोगियों की संख्या 194 है।

Coronavirus
COVID-19
Health workers
Nurses
KGMU
UttarPradesh
yogi sarkar
Yogi Adityanath

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 84 दिन बाद 4 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज 

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के मामलों में 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी, 24 घंटों में दर्ज हुए 3,712 मामले 

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में 2,745 नए मामले, 6 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में नए मामलों में करीब 16 फ़ीसदी की गिरावट

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 2,706 नए मामले, 25 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 2,685 नए मामले दर्ज

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,710 नए मामले, 14 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा


बाकी खबरें

  • सरोजिनी बिष्ट
    विधानसभा घेरने की तैयारी में उत्तर प्रदेश की आशाएं, जानिये क्या हैं इनके मुद्दे? 
    17 May 2022
    ये आशायें लखनऊ में "उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन- (AICCTU, ऐक्टू) के बैनर तले एकत्रित हुईं थीं।
  • जितेन्द्र कुमार
    बिहार में विकास की जाति क्या है? क्या ख़ास जातियों वाले ज़िलों में ही किया जा रहा विकास? 
    17 May 2022
    बिहार में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है, इसे लगभग हर बार चुनाव के समय दुहराया जाता है: ‘रोम पोप का, मधेपुरा गोप का और दरभंगा ठोप का’ (मतलब रोम में पोप का वर्चस्व है, मधेपुरा में यादवों का वर्चस्व है और…
  • असद रिज़वी
    लखनऊः नफ़रत के ख़िलाफ़ प्रेम और सद्भावना का महिलाएं दे रहीं संदेश
    17 May 2022
    एडवा से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर सांप्रदायिकता और नफ़रत से दूर रहने की लोगों से अपील कर रही हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 43 फ़ीसदी से ज़्यादा नए मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए 
    17 May 2022
    देश में क़रीब एक महीने बाद कोरोना के 2 हज़ार से कम यानी 1,569 नए मामले सामने आए हैं | इसमें से 43 फीसदी से ज्यादा यानी 663 मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए हैं। 
  • एम. के. भद्रकुमार
    श्रीलंका की मौजूदा स्थिति ख़तरे से भरी
    17 May 2022
    यहां ख़तरा इस बात को लेकर है कि जिस तरह के राजनीतिक परिदृश्य सामने आ रहे हैं, उनसे आर्थिक बहाली की संभावनाएं कमज़ोर होंगी।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License