NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
अमेरिका
क्यूबा पर प्रतिबंधों के ख़िलाफ़ अमेरिका में "अनब्लॉक क्यूबा" प्रोटेस्ट
बड़ी संख्या में लोगों ने वाशिंगटन डीसी, सैन फ्रांसिस्को और देश के अन्य हिस्सों में बड़े पैमाने पर हुए प्रदर्शनों में भाग लिया। इन लोगों ने क्यूबा पर लगाए गए सभी प्रतिबंधों को समाप्त करने की राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन से मांग की।
पीपल्स डिस्पैच
26 Jul 2021
क्यूबा पर प्रतिबंधों के ख़िलाफ़ अमेरिका में "अनब्लॉक क्यूबा" प्रोटेस्ट

पूरे अमेरिका में लोगों ने क्यूबा पर अमेरिका द्वारा जारी प्रतिबंधों के खिलाफ एक राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। रविवार 25 जुलाई को पार्टी फॉर सोशलिज्म एंड लिबरेशन (पीएसएल) से जुड़े युद्ध-विरोधी समूह एएनएसडब्ल्यूईआर (एक्ट नाउ टू स्टॉप वॉर्स एंड इंड रेसिज्म) गठबंधन के आह्वान पर सैकड़ों लोगों ने वाशिंगटन डीसी, सैन फ्रांसिस्को और देश के अन्य हिस्सों में बड़े प्रदर्शन में भाग लिया। लोगों ने क्यूबा पर लगाए गए सभी प्रतिबंधों को समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन से आह्वान किया।

राष्ट्रीय राजधानी में अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस के पास विख्यात लाफायेट्टे पार्क में भारी संख्या में लोग जुटे। प्रदर्शनकारियों को क्यूबाई झंडे और 26 जुलाई के आंदोलन के झंडे लिए देखा गया। वे तख्तियां लिए हुए थे जिस पर लिखा था "हैंड्स ऑफ क्यूबा!", "लेट क्यूबा लिव!" और "अनब्लॉक क्यूबा"।

स्टॉप पुलिस टेरर प्रोजेक्ट डीसी और एएनएसडब्ल्यूईआर गठबंधन के आयोजक सीन ब्लैकमोन ने लाफायेट्टे पार्क में एकत्रित भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, "हम आज यहां क्यूबा के लोगों और क्यूबा के परिवारों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इकट्ठा हुएहैं।" आगे कहा कि, "62 वर्षों से, आपराधिक, एकतरफा और अवैध नाकाबंदी के कारण क्यूबा के लोग पीड़ित हैं... उन पर अमेरिकी सरकार द्वारा हमला किया गया है।"

पिछले साल नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हिंसक पुलिस और नेशनल गार्ड की कार्रवाई की याद दिलाते हुए ब्लैकमोन ने क्यूबा सरकार को दमनकारी मानने को लेकर बाइडेन प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा, "इस सरकार को किसी भी सरकार को दमनकारी कहने का कोई अधिकार नहीं है।"

राष्ट्रीय राजधानी में हुए प्रदर्शन के साथ साथ देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह के प्रदर्शन हुआ। सैन फ्रांसिस्को, कैलिफ़ोर्निया में एएनएसडब्ल्यूईआर गठबंधन द्वारा लंबी कार कारवां निकाला गया, जिसमें दर्जनों समर्थक और युद्ध-विरोधी प्रदर्शनकारी शामिल हुए।

ह्यूस्टन, टेक्सास और न्यूयॉर्क की तरह हर जगह एएनएसडब्ल्यूईआर और पीएसएल के एक्टिविस्टों ने क्यूबा पर अमेरिकी प्रतिबंधों के हानिकारक प्रभावों के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए आउटरीच प्रोग्राम और प्रदर्शन किए। अमेरिका में क्यूबा दूतावास ने पीएसएल और एएनएसडब्ल्यूईआर के प्रदर्शनों का स्वागत करते हुए हैशटैग #UnblockCuba के साथ ट्वीट किया कि "क्यूबा की नाकाबंदी अमेरिकी लोगों की इच्छा को व्यक्त नहीं करती है"।

America
cuba
Unblock Cuba protest

Related Stories

लखनऊ में नागरिक प्रदर्शन: रूस युद्ध रोके और नेटो-अमेरिका अपनी दख़लअंदाज़ी बंद करें

क्या पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर के लिए भारत की संप्रभुता को गिरवी रख दिया गया है?

भारतीय वामपंथियों ने क्यूबा के क्रांतिकारी फिदेल कास्त्रो की 5वीं पुण्यतिथि पर उनके जीवन को याद किया

क्यूबा के प्रति अमेरिका की बीमार मनोग्रंथि 

भारत को अफ़ग़ानिस्तान पर प्रभाव डालने के लिए स्वतंत्र विदेश नीति अपनाने की ज़रूरत है

विश्लेषण: मोदी की बेचारगी से भरी अमेरिका यात्रा

तिरछी नज़र: ‘सरकार जी’ गये परदेस…वाह...आह...लेकिन

9/11 के बाद भारत में भी हालात हुए हैं ख़राब

अफ़ग़ानिस्तान को पश्चिमी नजर से देखना बंद करे भारतीय मीडिया: सईद नक़वी

नज़रिया: दिल्ली को काबुल से रिश्ता बनाना चाहिए


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    बिहार : गेहूं की धीमी सरकारी ख़रीद से किसान परेशान, कम क़ीमत में बिचौलियों को बेचने पर मजबूर
    30 Apr 2022
    मुज़फ़्फ़रपुर में सरकारी केंद्रों पर गेहूं ख़रीद शुरू हुए दस दिन होने को हैं लेकिन अब तक सिर्फ़ चार किसानों से ही उपज की ख़रीद हुई है। ऐसे में बिचौलिये किसानों की मजबूरी का फ़ायदा उठा रहे है।
  • श्रुति एमडी
    तमिलनाडु: ग्राम सभाओं को अब साल में 6 बार करनी होंगी बैठकें, कार्यकर्ताओं ने की जागरूकता की मांग 
    30 Apr 2022
    प्रदेश के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 22 अप्रैल 2022 को विधानसभा में घोषणा की कि ग्रामसभाओं की बैठक गणतंत्र दिवस, श्रम दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती के अलावा, विश्व जल दिवस और स्थानीय शासन…
  • समीना खान
    लखनऊ: महंगाई और बेरोज़गारी से ईद का रंग फीका, बाज़ार में भीड़ लेकिन ख़रीदारी कम
    30 Apr 2022
    बेरोज़गारी से लोगों की आर्थिक स्थिति काफी कमज़ोर हुई है। ऐसे में ज़्यादातर लोग चाहते हैं कि ईद के मौक़े से कम से कम वे अपने बच्चों को कम कीमत का ही सही नया कपड़ा दिला सकें और खाने पीने की चीज़ ख़रीद…
  • अजय कुमार
    पाम ऑयल पर प्रतिबंध की वजह से महंगाई का बवंडर आने वाला है
    30 Apr 2022
    पाम ऑयल की क़ीमतें आसमान छू रही हैं। मार्च 2021 में ब्रांडेड पाम ऑयल की क़ीमत 14 हजार इंडोनेशियन रुपये प्रति लीटर पाम ऑयल से क़ीमतें बढ़कर मार्च 2022 में 22 हजार रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गईं।
  • रौनक छाबड़ा
    LIC के कर्मचारी 4 मई को एलआईसी-आईपीओ के ख़िलाफ़ करेंगे विरोध प्रदर्शन, बंद रखेंगे 2 घंटे काम
    30 Apr 2022
    कर्मचारियों के संगठन ने एलआईसी के मूल्य को कम करने पर भी चिंता ज़ाहिर की। उनके मुताबिक़ यह एलआईसी के पॉलिसी धारकों और देश के नागरिकों के भरोसे का गंभीर उल्लंघन है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License