राजस्थान के नागौर ज़िला के पांचौड़ी थाना क्षेत्र के करणु गांव से रूह कंपा देने वाली घटना वीडियो के तौर पर सामने आ रही है। यहां एक दलित नौजवान के साथ बुरी तरह मारपीट का मामला सामने आया है।आरोपियों ने जानवर की हद तक जाकर व्यवहार किया है। इनके भीतर भरी हुई क्रूरता इतनी अधिक थी कि इन्होंने दलित नौजवान के गुप्तांग में पेचकस में कपड़ा लपेटकर पेट्रोल डाल दिया।
इस दलित लड़के के साथ मौजूद एक और दलित युवक को पीटा गया है। वीडियो सामने आने के बाद 19 फरवरी को सात आरोपियों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की गई और पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह घटना 16 फरवरी की बताई जा रही है। मामले की जांच की जा रही हैं। क्रूर हिंसा का शिकार बने नौजवान के परिवार का कहना है कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही थी इसलिए शिकायत दर्ज नहीं करवाई। बताया जा रहा है कि यह नौजवान सोननगर के भोजावास का रहने वाला है।
पांचौड़ी के थाना प्रभारी राजपाल सिंह ने बताया कि घटना एक दोपहिया वाहन कंपनी के शोरूम में हुई। शोरूम के कर्मचारियों ने चोरी का आरोप लगाते हुए दलित नौजवान के अलावा एक और शख्स को पीटना शुरू किया और इनका वीडियो भी बनाया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सात आरोपियों भीव सिंह, लक्ष्मण सिंह, आईदान, जसू सिंह, सवाई सिंह, हड़मान सिंह, गणपत राम के ख़िलाफ़ मारपीट और गुप्तांग में पेट्रोल डालने का मामला दर्ज किया गया है। नागौर SP ने बताया कि पुलिस को समय पर सूचना नहीं मिली। उन्होंने कहा कि इस मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दलित नौजवान ने अपनी शिकायत में बताया कि 16 फरवरी को वो अपने चाचा के लड़के के साथ मोटरसाइकिल की सर्विसिंग कराने के लिए करणु गांव की एजेंसी गया था। उसने कहा कि यहां आरोपियों ने उस पर काउंटर से पैसे चुराने का आरोप लगाया और एजेंसी के पीछे ले जाकर बेल्ट और लात-घूसों से बुरी तरह पीटा। इसके बाद पेचकस पर पेट्रोल से भरा कपड़ा लपेटकर उसके गुप्तांग पर पेट्रोल डाला। नौजवान ने कहा कि इसके चाचा के लड़के के साथ भी मारपीट की गई। उसने आरोप लगाया कि पिटाई के बाद आरोपियों ने उसके पड़ोसी अर्जुन सिंह और जेठू सिंह को फोन कर बताया कि दोनों को आकर ले जाएं. इसके बाद घायल युवक का भाई एजेंसी पहुंचा और दोनों को अस्पताल ले गया।
अशोक गहलोत ने ट्वीट कर बताया है कि नागौर के भयावह घटना में तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की गई है और सात आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया गया है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों को कानून के तहत सजा दी जाएगी और हम सुनिश्चित करेंगे कि पीड़ितों को न्याय मिले।
(भाषा के इनपुट के साथ )