नयी दिल्ली: सुरक्षा गश्त के दौरान सीआईएसएफ के दस्ते पर कथित हमला और उस दौरान एक बच्चे का घायल होना पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले के मतदान केन्द्र पर हिंसा की शुरुआत का कारण बना। आधिकारिक सूत्रों ने उक्त जानकारी दी। इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने चुनावी हिंसा के लिए ममता बनर्जी को दोषी ठहराया है, जबकि ममता ने पलटवार करते हुए इस हिंसा के लिए गृह मंत्री अमित शाह को ज़िम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफ़े की मांग की है। इसी के साथ ममता ने प्रभावित इलाके के दौरा करने का भी ऐलान किया।
वाम दलों ने भी मतदान के दौरान केंद्रीय बलों की फायरिंग की कड़ी निंदा करते हुए, चार लोगों के मारे जाने पर शोक-संवदेना जताई है और चुनाव आयोग से इस पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
सूत्रों ने घटना के बारे में बताया कि इसकी शुरुआत सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुई, जब एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में सीआईएसएफ की टीम स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर सीतलकूची विधानसभा क्षेत्र के जोर पातकी इलाके की निगरानी कर रही थी। उन्होंने बताया कि बल अमताली माध्यमिक शिक्षा केन्द्र में बने मतदान केन्द्र संख्या 126 और आसपास के क्षेत्रों में मतदाताओं को पहुंचने से रोकने का प्रयास करने वाले तत्वों को हटा रहा था।
सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने करीब 50-60 लोगों की भीड़ को हटाने का प्रयास किया और इसी क्रम में एक बच्चा गिर गया और घायल हो गया। इसके बाद कुछ ‘बदमाशों’ ने केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) को लेकर जा रहे चार पहिया वाहन और उसमें सवार कर्मियों पर हमला कर दिया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘क्यूआरटी ने आत्मरक्षा में कार्रवाई करते हुए भीड़ को हटाने के लिए हवा में छह गोलियां चलायीं। बाद में डिप्टी कमांडर रैंक का अधिकारी और सीआईएसएफ यूनिट (567/चार्ली कंपनी) के प्रभारी मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत कराया। फिर अधिकारी वहां से चले गए।’’
अधिकारी ने बताया कि करीब एक घंटे बाद करीब 150 लोगों की भीड़ परिसर में बूथ संख्या 186 पर पहुंची और ‘‘मतदान कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया।’’
उन्होंने बताया कि भीड़ ने होम गार्ड के एक जवान और एक आशा कार्यकर्ता की कथित रूप से पिटाई कर दी और इसमें हस्तक्षेप करने पर ड्यूटी पर तैनात सीआईएसएफ कर्मी का हथियार छीनने का प्रयास किया।
अधिकारियों ने बताया कि भीड़ के ‘उग्र’ होने पर हवा में दो गोलियां चलायीं गईं, लेकिन ‘‘जान पर खतरा बनने’’ को भांपते हुए सुरक्षा बलों ने भीड़ पर सात गोलियां चलायीं।
पुलिस ने बताया कि केन्द्रीय बलों की गोलीबारी में चार लोग मारे गए हैं।
उन्होंने बताया कि इसबीच सीआईएसएफ क्यूआरटी और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने कहा कि मतदान रुकने के बाद भीड़ वहां से छंटने लगी।
सीतलकूची के एक मतदान केंद्र पर मतदान स्थगित
कोलकाता: सीतलकूची में सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा की गई गोलीबारी में चार व्यक्तियों की मौत के बाद उक्त मतदान केंद्र पर मतदान रोक दिया गया। यह जानकारी एक वरिष्ठ चुनाव अधिकारी ने दी।
अधिकारी ने यह भी कहा कि दुखद घटना को देखते हुए जिले के सीतलकूची क्षेत्र में स्थित बूथ नंबर 126/5 पर’’ पुन: मतदान होगा।
उन्होंने कहा,‘‘विशेष पर्यवेक्षक की अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर निर्वाचन आयोग ने कूच बिहार जिले के सीतलकूची क्षेत्र में जोरपातकी बूथ नंबर 126/5 पर मतदान प्रक्रिया रोकने का फैसला किया। आगे की जांच जारी है। पुन: मतदान होगा ...।’’
सीईओ आरिज आफ़ताब के कार्यालय में पेश की गई प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय सुरक्षा बलों को "आत्मरक्षा" में सीतलकूची के एक बूथ के पास गोली चलानी पड़ी, क्योंकि उन्हें 350 लोगों की भीड़ से खतरा महसूस हुआ जिसने उन्हें घेर लिया था।
अधिकारी के अनुसार, बंगाल के प्रभारी उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन ने आफताब से इस घटना की विस्तृत रिपोर्ट और वीडियो मांगे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जैन ने यह जानना चाहा कि क्या सुरक्षा कर्मियों को किसी ने उकसाया था।’’
मोदी ने चुनावी हिंसा के लिए ममता को दोषी ठहराया
कृष्णानगर (पश्चिम बंगाल): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर हिंसा के ‘पुराने खेल’ पर उतर आने का आरोप लगाया और कहा कि लोकतंत्र के उत्सव में भी वह माताओं-बहनों के आंसूओं की वजह बन रही हैं।
यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जो केंद्रीय बल पूरे देश में निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराता है, उसे भी ममता बनर्जी नहीं बख्श रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दीदी ये समस्या आपकी हिंसक राजनीति की है...ये समस्या छप्पा वोट रुकने पर आपकी बौखलाहट की है...समस्या आपकी भड़काऊ बयानबाजी की है।’’
ममता ने अमित शाह से मांगा इस्तीफा, बंगाल में विरोध-प्रदर्शन करेगी तृणमूल
बादुड़िया/हिंगलगंज (पश्चिम बंगाल): मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कूच बिहार के सीतलकूची में केंद्रीय सुरक्षा बलों की गोलीबारी में शनिवार को चार लोगों के मारे जाने की घटना के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफा मांगा।
बनर्जी ने उत्तर 24 परगना के बादुड़िया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह रैलियां करने के बाद कूच बिहार रवाना होंगी और उस स्थल का दौरा करेंगी, जहां विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के दौरान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों ने मतदान के दौरान गोलीबारी की।
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो बनर्जी ने कहा, ‘‘शाह को इस नीच, नृशंस एवं अप्रत्याशित घटना की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए।’’
बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस घटना के विरोध में रविवार को पूरे राज्य में रैलियां करेगी और उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपराह्न दो से अपराह्न चार बजे तक काले बैज पहनकर शांतिपूर्वक विरोध- प्रदर्शन करने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इस बात की लंबे समय से आशंका थी कि बल इस प्रकार की कार्रवाई करेंगे। भाजपा जानती है कि उसने जनाधार खो दिया है, इसलिए वह लोगों को मारने का षड्यंत्र रच रही है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि यह शाह की रची साजिश का हिस्सा था।
बनर्जी ने कहा, ‘‘बहरहाल, मैं सभी से शांत रहने और शांतिपूर्ण तरीके से मतदान करने की अपील करूंगी। उन्हें हराकर मौत का बदला लें।’’
इस बीच, तृणमूल नेता एवं लोकसभा सदस्य सौगत रॉय ने कहा कि पार्टी निर्दोष लोगों पर केंद्रीय बलों द्वारा बिना उकसावे के गोलीबारी की निंदा करती है।
रॉय ने कहा, ‘‘हम गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग करते हैं। हम चाहते हैं कि निर्वाचन आयोग गोलीबारी की वीडियो फुटेज दिखाए, ताकि लोगों को सच पता चल सके।’’
तृणमूल नेता सुब्रत मुखर्जी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं शाह पश्चिम बंगाल चुनाव में अपनी आसन्न हार को स्वीकार नहीं कर सकते। यह (गोलीबारी) अमित शाह के कहने पर की गई है।’’
मुखर्जी ने कहा कि यह ‘‘आमजन में घबराहट पैदा करने के लिए सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्या’’ थी, ताकि लोग आगामी चरणों में मतदान करने नहीं जा सकें।
उन्होंने कहा कि बनर्जी मृतकों के घर जाएंगी।
मुखर्जी ने कहा, ‘‘तृणमूल इन दु:खी परिवारों के साथ हमेशा खड़ी रहेगी।’’
इससे पहले, बनर्जी ने कहा कि इस चुनाव में मारे गए लोगों की संख्या तीन साल पहले हुए पंचायत चुनाव से कहीं अधिक है।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप चुनाव की शुरुआत होने से लेकर अब तक मारे गए लोगों की कुल संख्या की गिनती करें, तो करीब 17-18 लोग मारे जा चुके हैं। कम से कम 12 लोग केवल हमारी पार्टी के थे।’’
वाम दलों ने भी केंद्रीय बलों की फायरिंग में चार लोगों की मौत की कड़ी निंदा की है और पीड़ित परिवारों के प्रति शोक संवेदना जताई है। सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट कर चुनाव आयोग से इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषियों को दंडित करने की मांग की है।