लंबे अरसे बाद कांग्रेस विधिवत चिंतन कर रही है. इसके लिए उसने उदयपुर में चिंतन शिविर आयोजित किया. वर्षो से बेहाल कांग्रेस को क्या ऐसे शिविर से कुछ रास्ता दिखेगा? क्या उसका राजनीतिक गतिरोध खत्म होगा? #HafteKiBaat के नये अंक मे वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विचारोत्तेजक विश्लेषण: