पुलिस ने बताया कि दलित आइकन बी. आर.अम्बेडकर की एक प्रतिमा को शुक्रवार को उत्तराखंड के हरिद्वार ज़िले के एक गांव में शरारती तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दी |त्रिपुरा, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाओं की एक श्रृंखला के बाद यहाँ भी मामला दर्ज किया गया है।
इससे पहले, त्रिपुरा में, बीजेपी-आईपीएफटी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने हाल ही में संपन्न हुई विधानसभा चुनाव में जीत के बाद, समाजवादी क्रांतिकारी व्लादिमिर लेनिन की प्रतिमा को तोड़ दिया था । राज्य बीजेपी-आईपीएफटी कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसक हमलों का साक्षी रहा है।
त्रिपुरा घटना के बाद, द्रविड़ आइकन पेरियार की एक प्रतिमा, जिन्हें ईवी रामास्वामी के नाम से भी जाना जाता है, उसे भाजपा नेता एच.राजा के एक उत्तेजक फेसबुक पोस्ट के बाद उसे भी क्षतिग्रस्त किया गया था ।,एक और मामले में, 6 मार्च को उत्तर प्रदेश के मेरठ ,मवाना में अज्ञात लोगों ने डॉ. बी.आर. अम्बेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया था।
हरिद्वार के एक जिला अधिकारी ने कहा कि बदमाशों ने कन्हवाली(Kanhawaali) गांव में प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया,जब वहाँ अंधेरा था। निरीक्षक भगवान मेहर और उप-विभागीय मजिस्ट्रेट(SDM) कौस्तुभ मिश्रा (Kaustubh Mishra)प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए मौके पर गए, जो ज़्यादातर दलित थे I
अधिकारियों ने कहा कि अम्बेडकर की मूर्ति पूर्व में भी क्षतिग्रस्त कि गई थी, उन्होंने कहा कि जिस जगह पर यह स्थापित किया गया है उस पर दो ग्रामीणों के बीच विवाद चल रहा है।
पुलिस ने कहा कि ये बर्बरता इस विवाद का परिणाम हो सकता है। अधिकारी ने कहा, "हम
शरारती तत्वों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।"
(Inputs from IANS)
(आईएएनएस से इनपुट)