अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और कापू समुदायों से एक-एक उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस.जगन मोहन रेड्डी ने शुक्रवार को कहा कि उनके मंत्रिमंडल में पांच उप मुख्यमंत्री होंगे।
उन्होंने शुक्रवार को वाईएसआर कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों को संबोधित करने के दौरान इसकी घोषणा की। रेड्डी ने यह घोषणा मंत्रिमंडल विस्तार से एक दिन पहले की है।
जगन रेड्डी ने 30 मई को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके उप मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक व कापू समुदायों से होंगे।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि इस कदम का मकसद प्रमुख सामाजिक समूहों को उचित प्रतिनिधित्व देना है। यह राज्य में अब तक सबसे ज्यादा उप मुख्यमंत्रियों की संख्या होगी। जगन रेड्डी के पूर्ववर्ती एन.चंद्रबाबू नायडू के मंत्रिमंडल में दो उप मुख्यमंत्री थे।
वाईएसआरसीपी प्रमुख ने विधायक दल की बैठक में कहा कि वह 25 मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल करेंगे। उन्होंने अपने विधायकों को यह भी बताया कि कैबिनेट में मुख्य रूप से कमजोर वर्गों के सदस्य होंगे जबकि अपेक्षा यह की जा रही थी कि रेड्डी समुदाय को मंत्रिमंडल में मुख्य स्थान मिलेगा।
उन्होंने घोषणा की कि इसमें से आधे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक समुदाय के होंगे। रेड्डी ने बताया कि ढाई साल बाद सरकार के प्रदर्शन की समीक्षा के पश्चात फिर से मंत्रिमंडल में फेरबदल किया जाएगा।
मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह वेलागपुडी राज्य सचिवालय के निकट शनिवार को सुबह 11.49 बजे होगा। राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन मंत्रियों को पद की शपथ दिलाएंगे।
जगन के इस फैसले को एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है जिसका मकसद इन समुदायों को साधे रखना है।
(समाचार एजेंसी भाषा और आईएएनएस के इनपुट के साथ)