NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
बिहार में बीजेपी गठबंधन की सरकार बनते ही गौरक्षक हुए सक्रिय
मॉब लिंचिंग का मामला आया सामने
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
08 Aug 2017
बिहार में बीजेपी गठबंधन की सरकार बनते ही गौरक्षक हुए सक्रिय

बिहार में जेडीयू और बीजेपी की सरकार बनते ही गौरक्षकों की सक्रियता का मामला सामने आया है। मांस व्यापारी 30 वर्षीय अलीमुद्दीन अंसारी को करीब 10 लोगों ने बुरी तरह हमला कर दिया जिससे अंसारी गंभीर रूप से जख्मी हो गया।

रिपोर्ट के अनुसार इस घटना की जानकारी सबसे पहले भोजपुर न्यूज नाम के व्हाट्सएप ग्रुप पर पोस्ट किया गया। ये ग्रुप चंदन पांडे द्वारा चलाया जाता है। पांडे शाहपुर शहर का बीजेपी का महासचिव है। 2 अगस्त की रात उसने ग्रुप में पोस्ट किया कि पश्चिम बंगाल की एक ट्रक रानीसागर के पास शहर से गुजरने वाली है जो 5 किलोमीटर दूर है। रिपोर्ट के मुताबिक सुबह 2 बजे तक बीजेपी और बजरंग दल कार्यकर्ताओं का एक समूह ट्रक को रोकने के लिए शहर के पेट्रोल पंप के पास पहुंच गया। ट्रक को जब्त कर लिया गया और मांस के नमूने को परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया है।

न्यूज क्लिक से बात करते हुए आरजेडी नेता मनोज झा ने कहा कि ‘बिहार में नई सरकार बनने के 96 घंटे के भीतर ये मॉब लिंचिंग की पहली घटना सामने आई है। यह प्रधानमंत्री के उस मिथक को भी उजगार करता है जिसमें कहा गया था कि गौरक्षकों का बीजेपी और आरएसएस से कोई लेना देना नहीं है। इस तरह की घटनाओं में दिल्ली की सरकार के चलते भीड़ को शक्ति मिल गई है।’

बिहार संरक्षण और पशु सुधार अधिनियम, 1955 की धारा 3 में "गायों, बछड़ों, बैल, भैंसों का वध उस वक्त तक नहीं किया जा सकता है जब तक कि अधिकारियों द्वारा स्पष्ट रूप से अनुमति नहीं दी जाती है। जब 25 वर्ष या उससे अधिक उम्र का बछड़ा, बैल और भैंस नहीं हो जाता या प्रजनन और दूध देने में असमर्थ हैं, तो अधिकारी इसे अनुमति दे सकते हैं।"

4 अगस्त को स्थानीय लोगों और पुलिस श्रोतों ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि स्थानीय बीजेपी नेताओं चंदन पांडे, अंकित पांडे, राकेश तिवारी और पंकज तिवारी तथा बजरंग दल के कार्यकर्ता निशू राव, कृषण कांत सिंह और धोनी उन लोगों में से थे जिन्होंने ट्रक को रोका था।

घटना के बाद शाहपुर में लोगों ने मांस के अवैध व्यापार पुलिस की निष्क्रियता को लेकर प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने चार लोगों को इस व्यापार में लिप्त होने के चलते गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों में स्लॉटर हाउस का मालिक सर्फुद्दीन खान और अजमुल्लाह खान को बिक्रमगंज से गिरफ्तार किया वहीं गुलाम खान को हरिहरगंज के रोहतास जिला से गिरफ्तार किया।  

न्यूज क्लिक द्वारा संग्रह किए गए आंकड़ों के अनुसार बिहार में वर्ष 2013 गौरक्षकों का मामला सामने आया था। इस घटना में पिक-अप वाहन के संदिग्ध चालक पर हमला किया गया था जिसमें उसके बाएं आंख की रौशनी चली गई थी।    

गायों की रक्षा के नाम पर गौरक्षकों ने देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों पर हमला किया जिसमें कई लोगों की जान चली गई। जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तब से मॉब लिंचिंग के 63 मामले सामने आ चुके हैं। वर्ष 2015 से अब तक 30 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है। इन घटनाओं में दलितों और मुस्लिमों को निशाना बनाया गया। जिन राज्यों में मॉब लिंचिंग की घटनाएं नहीं हुई थी वहां देखा गया है कि बीजेपी के सत्ता में आते ही इस तरह की घटना होने लगी है।  

 

बिहार
भाजपा
आरजेडी
जद(यू)
नितीश कुमार
गौ रक्षक

Related Stories

#श्रमिकहड़ताल : शौक नहीं मज़बूरी है..

आपकी चुप्पी बता रहा है कि आपके लिए राष्ट्र का मतलब जमीन का टुकड़ा है

महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय: आनिश्चित काल के लिए हुआ बंद

मध्यप्रदेश: एक और आश्रयगृह बना बलात्कार गृह!

मुज़फ्फरपुर सुधारगृह कांड: बिहार सरकार ने मुख्य आरोपी के अखबार को दिये थे लाखों के विज्ञापन

बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था के खस्ता हाल

अबकी बार, मॉबलिंचिग की सरकार; कितनी जाँच की दरकार!

यूपी-बिहार: 2019 की तैयारी, भाजपा और विपक्ष

आरक्षण खात्मे का षड्यंत्र: दलित-ओबीसी पर बड़ा प्रहार

झारखंड बंद: भूमि अधिग्रहण बिल में संशोधन के खिलाफ विपक्ष का संयुक्त विरोध


बाकी खबरें

  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: ये कहां आ गए हम! यूं ही सिर फिराते फिराते
    29 May 2022
    उधर अमरीका में और इधर भारत में भी ऐसी घटनाएं होने का और बार बार होने का कारण एक ही है। वही कि लोगों का सिर फिरा दिया गया है। सिर फिरा दिया जाता है और फिर एक रंग, एक वर्ण या एक धर्म अपने को दूसरे से…
  • प्रेम कुमार
    बच्चे नहीं, शिक्षकों का मूल्यांकन करें तो पता चलेगा शिक्षा का स्तर
    29 May 2022
    शिक्षाविदों का यह भी मानना है कि आज शिक्षक और छात्र दोनों दबाव में हैं। दोनों पर पढ़ाने और पढ़ने का दबाव है। ऐसे में ज्ञान हासिल करने का मूल लक्ष्य भटकता नज़र आ रहा है और केवल अंक जुटाने की होड़ दिख…
  • राज कुमार
    कैसे पता लगाएं वेबसाइट भरोसेमंद है या फ़र्ज़ी?
    29 May 2022
    आप दिनभर अलग-अलग ज़रूरतों के लिए अनेक वेबसाइट पर जाते होंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि कैसे पता लगाएं कि वेबसाइट भरोसेमंद है या नहीं। यहां हम आपको कुछ तरीके बता रहें हैं जो इस मामले में आपकी मदद कर…
  • सोनिया यादव
    फ़िल्म: एक भारतीयता की पहचान वाले तथाकथित पैमानों पर ज़रूरी सवाल उठाती 'अनेक' 
    29 May 2022
    डायरेक्टर अनुभव सिन्हा और एक्टर आयुष्मान खुराना की लेटेस्ट फिल्म अनेक आज की राजनीति पर सवाल करने के साथ ही नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र के राजनीतिक संघर्ष और भारतीय होने के बावजूद ‘’भारतीय नहीं होने’’ के संकट…
  • राजेश कुमार
    किताब: यह कविता को बचाने का वक़्त है
    29 May 2022
    अजय सिंह की सारी कविताएं एक अलग मिज़ाज की हैं। फॉर्म से लेकर कंटेंट के स्तर पर कविता की पारंपरिक ज़मीन को जगह–जगह तोड़ती नज़र आती हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License