बिहार में मतदान से ऐन पहले सत्ता-विरोधी जनभावना को बदलने-पलटने के लिए अब 'टीवीपुरम्' को आगे किया गया है. कुछ प्रमुख टीवी चैनलों के जरिये विपक्षी महागठबंधन के खिलाफ़ दो स्तरीय अभियान तेज हो गया है. एक तरफ 'झूठे और भावनात्मक मुद्दों' की बौछार की जा रही है तो दूसरी तरफ सत्ताधारी गठबंधन के पक्ष में ओपिनियन निर्मित करने के लिए रंग-बिरंगे 'ओपिनियन पोल' या चुनाव सर्वेक्षण कराये जा रहे हैं. बिहार चुनाव के खास परिदृश्य पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विश्लेषण :