NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
शिक्षा
भारत
राजनीति
बिहार: शिक्षक दिवस पर हज़ारों शिक्षकों का प्रदर्शन
बिहार भर के 72 हजार स्कूलों के नियोजित शिक्षक राजधानी पटना में 'समान काम-समान वेतन' की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसमें प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर के शिक्षक शामिल हैं।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
05 Sep 2019
Bihar teachers protest

5 सिंतबर को देशभर में शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति सभी ने देशवासियों को शिक्षक दिवस की बधाई दी है। लेकिन आज ही के दिन बिहार के 72 हज़ार स्कूलों के नियोजित शिक्षक राजधानी पटना में अपने 'समान काम-समान वेतन' की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। 

इसमें प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर के शिक्षक शामिल हैं।शिक्षक संघ ने बुधवार को ही कहा था कि पूर्व निर्धारित रणनीति के तहत धरना प्रदर्शन होगा और प्रदेश भर के शिक्षक राजधानी पटना में आ रहे हैं।

शिक्षकों को अन्य कर्मचारी महासंघ का भी समर्थन मिला। महासंघ ने कहा है कि राज्य के लाखों शिक्षकों द्वारा शिक्षक दिवस पर वेदना प्रकट करना राज्य सरकार के लिए ठीक नहीं है। प्रदर्शन कर रहे है शिक्षकों ने शिक्षा विभाग द्वारा हड़ताल को जबरन समाप्त करने की कोशिश की आलोचना की और इसे अलोकतांत्रिक बतया है।

शिक्षक संघ ने प्रदर्शन के लिए गांधी मैदान आवंटित नहीं करने को गलत कहा है। यह प्रदर्शन गर्दनीबाग स्थिति धरना स्थल के पास स्टेडियम में दिया गया है।

दूसरी तरफ इन शिक्षकों की मांग पर करवाई करने के बजाए सरकार ने एक तुगलकी फरमान जारी किया। सरकार ने कहा था कि किसी कीमत पर शिक्षक दिवस को शिक्षकों को स्कूल नहीं छोड़ना है।

ऐसा नहीं करने वाले शिक्षकों के ख़िलाफ़ नियम के मुताबिक कार्रवाई होगी। सरकार के इस फरमान के बाबजूद शिक्षक सड़कों पर उतर गए हैं। उन्होंने सरकार के विरोध में नारे लगाए और 'समान काम-समान वेतन' की मांग की। 

इसे भी पढ़े :बिहार : शिक्षकों की मांगों को अनसुना करती सरकार 

बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के अध्यक्ष मार्कडेंय पाठक ने मिडिया से बात करते हुए सरकार के रवैये पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि सरकार शिक्षकों की मांग को सुनने को तैयार नहीं है। 

शिक्षकों की प्रमुख मांगों में नियमित शिक्षकों की तरह ही नियोजित शिक्षकों को भी वेतनमान, पुरानी पेंशन योजना, सामान्य भविष्य निधि एवं ग्रुप बीमा का लाभ सभी शिक्षकों को उपलब्ध कराने, शिक्षकों के अप्रशिक्षित आश्रितों की अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति, समान स्कूल प्रणाली लागू करने की मांगें शामिल हैं। 

आगे उन्होंने कहा कि जब तक मांगें नहीं पूरी होती तब तक शिक्षक शांतिपूर्ण आंदोलन करते रहेंगे।

Bihar
Bihar teacher protest
teachers day
President Ram Nath Kovind
Prime Minister Narendra Modi
Bihar government

Related Stories

बिहार : जीएनएम छात्राएं हॉस्टल और पढ़ाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर

बिहार : सरकारी प्राइमरी स्कूलों के 1.10 करोड़ बच्चों के पास किताबें नहीं

बिहार : सातवें चरण की बहाली शुरू करने की मांग करते हुए अभ्यर्थियों ने सिर मुंडन करवाया

बिहार मिड-डे-मीलः सरकार का सुधार केवल काग़ज़ों पर, हक़ से महरूम ग़रीब बच्चे

बीपीएससी प्रश्न पत्र लीक कांड मामले में विपक्षी पार्टियों का हमला तेज़

कोरोना लॉकडाउन के दो वर्ष, बिहार के प्रवासी मज़दूरों के बच्चे और उम्मीदों के स्कूल

बिहारः प्राइवेट स्कूलों और प्राइवेट आईटीआई में शिक्षा महंगी, अभिभावकों को ख़र्च करने होंगे ज़्यादा पैसे

बिहार में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने की मांग में भाकपा-माले विधायकों का प्रदर्शन

बिहार : सीटेट-बीटेट पास अभ्यर्थी सातवें चरण की बहाली को लेकर करेंगे आंदोलन

बिहार और यूपी पढ़ाई में फिसड्डी: ईएसी-पीएम


बाकी खबरें

  • सरोजिनी बिष्ट
    विधानसभा घेरने की तैयारी में उत्तर प्रदेश की आशाएं, जानिये क्या हैं इनके मुद्दे? 
    17 May 2022
    ये आशायें लखनऊ में "उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन- (AICCTU, ऐक्टू) के बैनर तले एकत्रित हुईं थीं।
  • जितेन्द्र कुमार
    बिहार में विकास की जाति क्या है? क्या ख़ास जातियों वाले ज़िलों में ही किया जा रहा विकास? 
    17 May 2022
    बिहार में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है, इसे लगभग हर बार चुनाव के समय दुहराया जाता है: ‘रोम पोप का, मधेपुरा गोप का और दरभंगा ठोप का’ (मतलब रोम में पोप का वर्चस्व है, मधेपुरा में यादवों का वर्चस्व है और…
  • असद रिज़वी
    लखनऊः नफ़रत के ख़िलाफ़ प्रेम और सद्भावना का महिलाएं दे रहीं संदेश
    17 May 2022
    एडवा से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर सांप्रदायिकता और नफ़रत से दूर रहने की लोगों से अपील कर रही हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 43 फ़ीसदी से ज़्यादा नए मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए 
    17 May 2022
    देश में क़रीब एक महीने बाद कोरोना के 2 हज़ार से कम यानी 1,569 नए मामले सामने आए हैं | इसमें से 43 फीसदी से ज्यादा यानी 663 मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए हैं। 
  • एम. के. भद्रकुमार
    श्रीलंका की मौजूदा स्थिति ख़तरे से भरी
    17 May 2022
    यहां ख़तरा इस बात को लेकर है कि जिस तरह के राजनीतिक परिदृश्य सामने आ रहे हैं, उनसे आर्थिक बहाली की संभावनाएं कमज़ोर होंगी।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License