दूसरे चरण के मतदान के लिए तैयार होते बिहार में पहले चरण की तरह ही रोजगार का मुद्दा प्रभावी बना हुआ है. सबसे अधिक प्रवासी मजदूर दूसरे चरण के इलाके से ही माने जाते हैं। ऐसे में उनका मुद्दा भी रोजगार के साथ नत्थी हो गया दिखता है. इसके क्या राजनीतिक निहितार्थ हैं, बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश.