गैर लाभकारी मीडिया संगठन टीआरसी के कुमार संभव, श्रीगिरीश जलिहाल और एड.वॉच की नयनतारा रंगनाथन ने यह जांच की है कि फेसबुक ने अपने प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल होने दिया। मामला यह है किसी भी राजनीतिक पार्टी को प्रश्रय ना देने और उससे जुड़ी पोस्ट को खुद से प्रोत्सान न देने के अपने नियम का फ़ेसबुक ने धड़ल्ले से उल्लंघन किया है। फ़ेसबुक ने कुछ अज्ञात और अप्रत्यक्ष ढंग से विज्ञापन देने वाले सरोगेट विज्ञापनकर्ताओं को 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी को प्रोत्साहित करने और विपक्ष के खिलाफ़ गलत धारणा फैलाने के लिए अपना मंच प्रदान किया। इसी मुद्दे पर वरिष्ठ आर्थिक पत्रकार परंजय गुहा ठाकुरता ने इस पूरे मामले की छानबीन से जुड़े पत्रकार कुमार संभव श्रीवास्तव से बातचीत की है।