चक्रवात ‘वायु’ के ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ में बदल जाने के कारण महाराष्ट्र में मुंबई और पड़ोस के कुछ तटीय इलाकों में बुधवार सुबह तेज हवाएं चलीं। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने चक्रवात की गंभीर स्थिति को अद्यतन करते हुए कहा है कि चक्रवात पड़ोसी राज्य गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों की ओर लगातार बढ़ रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार ‘वायु’ के 13 जून को तड़के गुजरात तट पर पहुंचने की आशंका है। इससे गुजरात के तटीय जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा, ‘‘चक्रवात वायु बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। इसके कारण बृहस्पतिवार सुबह 145 से 170 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलेगी।’’
भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी तट पर रह रहे लोगों को एहतियाती तौर पर निकालने में आईएएफ की मदद करने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें गुजरात पहुंचनी शुरू हो गई है।
आईएमडी ने बताया कि चक्रवाती तूफान के कारण अरब सागर में तेज लहरें उठ रही हैं जो तटीय इलाकों की ओर बढ़ रही हैं।
महाराष्ट्र के सिंधदुर्ग जिले की मालवन तहसील के देवबाग गांव में बुधवार को भारी समुद्री लहरों ने तबाही मचा दी।
जिला कलेक्ट्रेट के एक अधिकारी ने बताया कि देवबाग के निचले इलाके में स्थित रहने के कारण यह अक्सर समुद्र में लहर उठने पर जलमग्न हो जाता है। उन्होंने बताया कि अभी तक स्थिति नियंत्रण में है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को लोगों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया।
एक अधिकारी ने पूर्व में बताया था कि भारतीय तटरक्षक बल, नौसेना, सेना और वायु सेना की इकाइयों को आपात स्थिति के लिए तैयार रखा गया है और निगरानी विमान और हेलीकॉप्टर हवाई सुरक्षा के लिए अभियान चला रहे हैं।
अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात सरकार ने भी हाई अलर्ट जारी करते हुये सौराष्ट्र और कच्छ इलाकों में राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) के जवानों को तैनात किया है। तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। साथ ही बंदरगाहों को खतरे के संकेत और सूचना जारी करने को कहा गया है। राज्य में स्कूल और कॉलेज भी दो दिन 12 और 13 जून के लिए बंद कर दिए गए हैं। और सभी से अलर्ट रहने को कहा गया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने भी अलर्ट जारी करते हुए आम नागरिकों के लिए गाइड लाइन भी जारी की है, कि किस तरह चक्रवात से पहले, चक्रवात के समय और बाद में व्यवहार किया जाए। एनडीएमए के अनुसार किसी भी तरह की अफवाह में नहीं फंसना है और न ही डर पैदा करना है। सतर्क रहना है और टीवी रेडियो के माध्यम से ख़बरों को जानना है। अपने ज़रूरी कागज़ात वाटर प्रूफ कन्टेनर में रखने हैं। ज़रूरी सामान की एक किट बनानी है। चक्रवात के समय में बिजली और गैस सप्लाई बंद रखनी है। और दरवाज़े-खिड़कियां भी अच्छी तरह बंद रखने हैं।
लोगों की मदद को तैयार रहें कांग्रेस कार्यकर्ता : राहुल
चक्रवाती तूफान 'वायु' के गुजरात के तट पर दस्तक देने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को राज्य के पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे प्रभावित लोगों की मदद के लिए कमर कस लें।
गांधी ने ट्वीट किया, ''चक्रवात 'वायु' गुजरात तट के करीब पहुँचने वाला है। मैं गुजरात के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे इसके रास्ते में आने वाले सभी क्षेत्रों में मदद के लिए तैयार रहें।''
उन्होंने कहा, '' मैं चक्रवात से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के सभी लोगों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं। ''
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)