कोई क्षेत्रीय दल अपने राज्य की जनता के लिए मुफ़्त कोरोना वैक्सीन का वादा करता तो समझा जा सकता था, लेकिन एक राष्ट्रीय दल जो केंद्र और राज्य दोनों की सत्ता में है वो चुनाव जीतने के लिए ऐसा वादा करे, ये बेहद घटिया और एक तरह से चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।
भाजपा के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार में चुनावी दौरे पर हैं। जिसके लिए कल, 22 अक्टूबर को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में घोषणापत्र जारी कर भूमिका जमाई गई। लेकिन इस भूमिका में एक बेहद ख़राब उदाहरण पेश किया गया।
भारतीय जनता पार्टी ने बिहार चुनाव के लिए जारी किए गए अपने घोषणा पत्र में राज्य में फिर से एनडीए सरकार बनने पर सबके लिए मुफ़्त कोरोना वैक्सीन लगाने की घोषणा की है। ये आपदा में अवसर का सबसे निकृष्ट उदाहरण है। साथ ही इस बात का सुबूत कि महामारी के नाम पर भी भाजपा लगातार राजनीति कर रही है। कोई क्षेत्रीय दल इस तरह का वादा करता तो समझा जा सकता था, लेकिन एक राष्ट्रीय दल जो केंद्र और राज्य दोनों की सत्ता में है वो चुनाव जीतने के लिए ऐसा वादा करे, ये बेहद घटिया और एक तरह से चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।
हालांकि नहीं लगता कि बिहार कोरोना से डरा है और उसे मुफ़्त वैक्सीन का लालच कुछ ज़्यादा प्रभावित कर पाएगा। लगातार ये रिपोर्ट मिल रही हैं कि बिहार में भूख, बेरोज़गारी लगातार केंद्रीय मुद्दा बनता जा रहा है।