NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
कार्टून क्लिक : सरकार, क्या वैक्सीन लगवाने से भूख भी नहीं लगेगी!
कोई क्षेत्रीय दल अपने राज्य की जनता के लिए मुफ़्त कोरोना वैक्सीन का वादा करता तो समझा जा सकता था, लेकिन एक राष्ट्रीय दल जो केंद्र और राज्य दोनों की सत्ता में है वो चुनाव जीतने के लिए ऐसा वादा करे, ये बेहद घटिया और एक तरह से चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।
आज का कार्टून
23 Oct 2020
कार्टून क्लिक : सरकार, क्या वैक्सीन लगवाने से भूख भी नहीं लगेगी!

भाजपा के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार में चुनावी दौरे पर हैं। जिसके लिए कल, 22 अक्टूबर को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में घोषणापत्र जारी कर भूमिका जमाई गई। लेकिन इस भूमिका में एक बेहद ख़राब उदाहरण पेश किया गया।  

भारतीय जनता पार्टी ने बिहार चुनाव के लिए जारी किए गए अपने घोषणा पत्र में राज्य में फिर से एनडीए सरकार बनने पर सबके लिए मुफ़्त कोरोना वैक्सीन लगाने की घोषणा की है। ये आपदा में अवसर का सबसे निकृष्ट उदाहरण है। साथ ही इस बात का सुबूत कि महामारी के नाम पर भी भाजपा लगातार राजनीति कर रही है। कोई क्षेत्रीय दल इस तरह का वादा करता तो समझा जा सकता था, लेकिन एक राष्ट्रीय दल जो केंद्र और राज्य दोनों की सत्ता में है वो चुनाव जीतने के लिए ऐसा वादा करे, ये बेहद घटिया और एक तरह से चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।

हालांकि नहीं लगता कि बिहार कोरोना से डरा है और उसे मुफ़्त वैक्सीन का लालच कुछ ज़्यादा प्रभावित कर पाएगा। लगातार ये रिपोर्ट मिल रही हैं कि बिहार में भूख, बेरोज़गारी लगातार केंद्रीय मुद्दा बनता जा रहा है।

Bihar Elections 2020
Narendra modi
BJP

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति


बाकी खबरें

  • सोनिया यादव
    सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक आदेश : सेक्स वर्कर्स भी सम्मान की हकदार, सेक्स वर्क भी एक पेशा
    27 May 2022
    सेक्स वर्कर्स को ज़्यादातर अपराधियों के रूप में देखा जाता है। समाज और पुलिस उनके साथ असंवेदशील व्यवहार करती है, उन्हें तिरस्कार तक का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश से लाखों सेक्स…
  • abhisar
    न्यूज़क्लिक टीम
    अब अजमेर शरीफ निशाने पर! खुदाई कब तक मोदी जी?
    27 May 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं हिंदुत्ववादी संगठन महाराणा प्रताप सेना के दावे की जिसमे उन्होंने कहा है कि अजमेर शरीफ भगवान शिव को समर्पित मंदिर…
  • पीपल्स डिस्पैच
    जॉर्ज फ्लॉय्ड की मौत के 2 साल बाद क्या अमेरिका में कुछ बदलाव आया?
    27 May 2022
    ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन में प्राप्त हुई, फिर गवाईं गईं चीज़ें बताती हैं कि पूंजीवाद और अमेरिकी समाज के ताने-बाने में कितनी गहराई से नस्लभेद घुसा हुआ है।
  • सौम्यदीप चटर्जी
    भारत में संसदीय लोकतंत्र का लगातार पतन
    27 May 2022
    चूंकि भारत ‘अमृत महोत्सव' के साथ स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है, ऐसे में एक निष्क्रिय संसद की स्पष्ट विडंबना को अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    पूर्वोत्तर के 40% से अधिक छात्रों को महामारी के दौरान पढ़ाई के लिए गैजेट उपलब्ध नहीं रहा
    27 May 2022
    ये डिजिटल डिवाइड सबसे ज़्यादा असम, मणिपुर और मेघालय में रहा है, जहां 48 फ़ीसदी छात्रों के घर में कोई डिजिटल डिवाइस नहीं था। एनएएस 2021 का सर्वे तीसरी, पांचवीं, आठवीं व दसवीं कक्षा के लिए किया गया था।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License