भारत एक मौज के इस एपिसोड में, संजय राजौरा कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था के निजी अनुभव के बारे में बात कर रहे हैं। वह बता रहे हैं कि कैसे देश के नेताओं ने अपना सारा ध्यान "बेमानी" भाषणों, रैलियों में लगा दिया है और देश में बरपे इस संकट से नज़रें चुरा ली हैं।