NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
दाभोलकर हत्याकांड की सुनवाई जल्द शुरू होगी; पुणे कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ आरोप तय किए
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नरेंद्र दाभोलकर की सुबह की सैर के दौरान दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, सभी आरोपी दक्षिणपंथी सनातन संस्था के हैं।
सबरंग इंडिया
18 Sep 2021
Narendra Dabholkar

पुणे की एक विशेष अदालत ने डॉक्टर नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के मामले में कट्टरपंथी संगठन सनातन संस्था से जुड़े पांच आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए हैं। दाभोलकर अंधविश्वास के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले एक योद्धा थे और अंधविश्वास विरोधी संगठन महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति (MANS) के संस्थापक थे। पुणे में 20 अगस्त 2013 को वी.आर. शिंदे ब्रिज पर दो हमलावरों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।
 
आरोपी डॉक्टर वीरेंद्र सिंह तावड़े, सचिन अंदुरे शरद कालस्कर और विक्रम भावे पर हत्या, हत्या की साजिश रचने के साथ-साथ आतंकवादी कृत्य से संबंधित गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धारा 16 और शस्त्र अधिनियम की कुछ धाराओं का आरोप लगाया गया है। पांचवें आरोपी संजीव पुनालेकर पर सबूत मिटाने का आरोप लगाया गया है।
 
जब अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एस आर नवंदर ने आरोपियों से पूछा कि क्या वे दोषी हैं या नहीं, तो कालस्कर, तावड़े और अंदुरे ने और समय मांगा। लेकिन अदालत ने इसे देने से इनकार कर दिया और सभी पांचों आरोपियों ने खुद को दोषी नहीं ठहराया। अदालत ने सभी आरोपियों को निर्देश दिया है जो पुणे की यरवदा जेल में नहीं हैं, उन्हें मुकदमे के लिए वहां स्थानांतरित किया जाए।
 
इंडियन एक्सप्रेस ने बताया, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2014 में इस मामले को अपने हाथ में लिया था और तावड़े को साजिश का मास्टरमाइंड माना था और अंततः अन्य आरोपियों को चार्जशीट किया गया था। एजेंसी ने दावा किया कि भावे ने निशानेबाजों को बाइक खरीदने, टोह लेने और भागने का रास्ता खोजने में मदद की। पुनालेकर और भावे जमानत पर बाहर हैं। जांच के दौरान तीन अन्य सनातन सदस्य अमोल काले, अमित दिग्वेकर और राजेश बंगेरा को भी गिरफ्तार किया गया था, हालांकि उन्हें चार्जशीट नहीं किया गया है। कलास्कर के साथ तीनों को बेंगलुरु की पत्रकार गौरी लंकेश की 2017 की हत्या में आरोपी बनाया गया है।
 
बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले में जांच की निगरानी जारी रखी है, और मार्च की शुरुआत में, जांच पूरी नहीं करने के लिए सीबीआई की खिंचाई की थी। धीमी गति की जांच आखिरकार उस चरण में पहुंच गई है जहां मुकदमा शुरू हो सकता है।
 
मामले की अगली सुनवाई 20 सितंबर को होगी।

साभार : सबरंग 

narendra dabholkar
Narendra Dabholkar murder case
Pune Court

Related Stories

वे दाभोलकर, पानसरे, कलबुर्गी या गौरी लंकेश को ख़ामोश नहीं कर सकते

सताए हुए लोगों की ‘अक्का’ बन गई थीं गौरी

"वैज्ञानिक मनोवृत्ति" विकसित करने का कर्तव्य

देश में रिकॉर्ड 4 लाख 12 हज़ार नए मामले, दाभोलकर हत्याकांड और अन्य ख़बरें

दाभोलकर हत्याकांड : उच्च न्यायालय ने आरोपी विक्रम भावे को जमानत दी

गौरी लंकेश : सांप्रदायिकता के ख़िलाफ़ मुखर आवाज़ बनने की कहानी

अविनाश पाटिल के साथ धर्म, अंधविश्वास और सनातन संस्था पर बातचीत

एएन-32 विमान के दुर्घटना वाली जगह के लिए रवाना हुआ बचाव दल

क्या सनातन संस्था और अभिनव भारत के बीच कोई संबंध है?

नरेन्द्र दाभोलकर और गोविंद पानसरे की हत्या की जाँच में हो रही देरी पर हाई कोर्ट ने जताई नाराज़गी


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में करीब दो महीने बाद एक दिन में कोरोना के सबसे ज़्यादा मामले दर्ज
    07 May 2022
    देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3,805 नए मामले सामने आए हैं। देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 20 हज़ार से भी ज़्यादा यानी 20 हज़ार 303 हो गयी है।
  • मुकुंद झा
    जेएनयू: अर्जित वेतन के लिए कर्मचारियों की हड़ताल जारी, आंदोलन का साथ देने पर छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष की एंट्री बैन!
    07 May 2022
    कर्मचारियों को वेतन से वंचित करने के अलावा, जेएनयू प्रशासन 2020 से परिसर में कर्मचारियों की संख्या लगातार कम कर रहा है। इसके परिणामस्वरूप मौजूदा कर्मचारियों पर काम का भारी दबाव है। कर्मचारियों की…
  • असद रिज़वी
    केंद्र का विदेशी कोयला खरीद अभियान यानी जनता पर पड़ेगा महंगी बिजली का भार
    07 May 2022
    कोल इंडिया का कोयल लगभग रुपया 3000 प्रति टन है.अगर विदेशी कोयला जो सबसे कम दर रुपया 17000 प्रति टन को भी आधार मान लिया जाए, तो एक साल में केवल 10 प्रतिशत  विदेशी कोयला खरीदने से 11000 करोड़ से ज्यादा…
  • बी. सिवरामन
    प्रेस स्वतंत्रता पर अंकुश को लेकर पश्चिम में भारत की छवि बिगड़ी
    07 May 2022
    प्रधानमंत्री के लिए यह सरासर दुर्भाग्य की बात थी कि यद्यपि पश्चिमी मीडिया में उनके दौरे के सकारात्मक कवरेज को सुनिश्चित करने के लिए उनके बैकरूम प्रचारक ओवरटाइम काम कर रहे थे, विश्व प्रेस स्वतंत्रता…
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    सिख इतिहास की जटिलताओं को नज़रअंदाज़ करता प्रधानमंत्री का भाषण 
    07 May 2022
    प्रधानमंत्री द्वारा 400वें प्रकाश पर्व समारोह के मौके पर दिए भाषण में कुछ अंश ऐसे हैं जिनका दूरगामी महत्व है और बतौर शासक  देश के संचालन हेतु उनकी भावी कार्यप्रणाली एवं चिंतन प्रक्रिया के संकेत भी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License