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डच मेटल वर्कर्स के आंदोलन के बाद नया समझौता हुआ तैयार
कई महीनों के विरोध प्रदर्शन और ट्रेड यूनियनों और नियोक्ताओं के बीच सौदेबाजी के बाद नया कॉलेक्टिव लेबर अग्रीमेंट (सामूहिक श्रम समझौता) आख़िरकार नतीजे पर पहुंचा। इसने लगभग 8% के चरणबद्ध वेतन वृद्धि को प्रस्ताव मंज़ूर किया है।
पीपल्स डिस्पैच
19 Sep 2019
dutch metal worker

महीनों के लगातार विरोध-प्रदर्शन और बातचीत के बाद डच मेटल वर्कर्स आख़िरकार 5 सितंबर को एक निष्पक्ष कॉलेक्टिव लेबर अग्रीमेंट (सामूहिक श्रम समझौते) हासिल करने में कामयाब रहे हैं। इस नए श्रम समझौते में लगभग 8% की वेतन वृद्धि का प्रस्ताव है, जिसे 28 महीनों में तीन चरणों में बढ़ाया जाना है।

एफएनवी मेटल ट्रेड ट्रेड यूनियन ने बताया है कि इस वेतन वृद्धि को तीन किश्तों में विभाजित किया गया है। 1 दिसंबर 2019 तक 3.5% की पहली वृद्धि होनी निर्धारित है जबकि 1 जुलाई 2020 को अगला 3.5% और 1 मार्च 2021 को 0.93% वृद्धि होना निर्धारित है। फरवरी 2021 में ईयूआर 306 का अंतिम एकमुश्त नाममात्र का भुगतान भी किया जाएगा। इसके अलावा नियोक्ताओं ने कम से कम 5,000 फ्लेक्सिबल वर्कर्स को स्थायी अनुबंध देने का वादा किया है।

युवा श्रमिकों के लिए वेतन वृद्धि को लेकर भी एक समझौता किया गया है। वेतन में वृद्धि की गई है और उसे समायोजित कर दिया गया है खासकर उन लोगों के लिए जो 21 वर्ष की आयु वर्ग में आते हैं। इसी समय जनरेशन पैक्ट ने सुनिश्चित किया है कि पुराने कर्मचारियों के पास रिटायरमेंट की उम्र तक कम काम करके अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने का विकल्प है। उनके अनुसार उनका वेतन समायोजित किया जा रहा है। 60 वर्ष की आयु से कर्मचारी 90% मजदूरी और 100% पेंशन के साथ भिन्न रुपों में 80% काम करने के लिए भाग लेने के हक़दार हैं। इससे युवाओं को कार्यबल में शामिल होने का अवसर मिलेगा।

डच मेटल सेक्टर में लगभग 300,000 कर्मचारी कार्यरत हैं जो मुख्य रूप से इंस्टॉलेशन, इंसुलेशन, मशीनिंग, बॉडीवर्क, गोल्ड और सिल्वर इंडस्ट्री में हैं। कई अन्य छोटी मेटालर्जिकल कंपनियों द्वारा भर्ती किए जाने के अलावा वे बड़ी कंपनियों जैसे इंजी (Engie), एसपीआईई (SPIE), स्ट्रकटन (Strukton), टीएमएस (TMS) द्वारा भर्ती किए जाते हैं।

सॉलिडेयर ने रिपोर्ट किया है कि मार्च 2018 में दो मुख्य धातु श्रमिकों की ट्रेड यूनियनों, एफएनवी मेटाल और सीएनवी प्रोफेशनल्स ने अपने सदस्यों का सर्वे किया था और कुछ सामूहिक मांगों को सामने रखा था। इनमें 1 जून तक 5% की मज़दूरी बढ़ोतरी, मामूली युवा मज़दूरी को हटाने, 60 साल की उम्र के लोगों से कम काम कराने का अधिकार और "फ्लेक्स वर्कर्स" के लिए निश्चित अनुबंध शामिल थें। शुरु में नियोक्ताओं की तरफ से मिले उदासीन प्रतिक्रियाओं से गुस्सा होकर इन मेटल श्रमिकों ने जून और सितंबर में हड़ताल करने की धमकी दी थी।

एफएनवी मेटाल के निदेशक जैकी वान स्टिग्ट ने कहा कि, “मेटल एंड टेक्नोलॉजी में हड़ताल करने वालों का शुक्रिया, अब लगभग 8% की अच्छी वेतन वृद्धि के साथ एक संतोषजनक सीएलए है। केवल अभियानों के दबाव के ज़रिए से मेटल नियोक्ताओं को एहसास हुआ कि उन्हें बेहतर समझौते करने होंगे। सेवानिवृत्ति तक काम करते रहने में सक्षम होने के लिए जेनेरेशनल पैक्ट का अधिकार बहुत महत्वपूर्ण है। 5,000 फ्लेक्स वर्कर्स को मिलने वाले स्थायी अनुबंध की प्रतिबद्धता से मैं भी बहुत खुश हूं। इस पैकेज ने इस क्षेत्र को श्रमिकों के लिए और अधिक आकर्षक बना दिया है, और तकनीकी कर्मचारियों की भारी कमी के इस समय में इसकी सख्त ज़रूरत है।"

Collective Labor Agreement
CLA
FNV Metaal
FNV Onderwijs en Onderzoek
r Workers' Rights
Labour Right

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