संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 27 सितंबर को भारत बंद का असर पूरे देश में देखा गया. किसान नेताओं के मुताबिक पूर्वोत्तर भारत के राज्यों को छोड़कर कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक बंद कामयाब रहा है. गौरतलब है कि बंद को वामपंथी दलों समेत 19 राजनीतिक दलों ने पहले ही समर्थन की घोषणा कर दी थी.