न्यूज़क्लिक ने गौमांस पर लगे प्रतिबन्ध और उसके इतिहास पर अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में इतिहास के प्राध्यापक सलिल मिश्रा से बात की। सलिल के अनुसार यह केवल खान पान पर प्रतिबन्ध नहीं बल्कि हिन्दुस्तान की विविधता पर भी चोट है। उनके अनुसार यह प्रतिबन्ध हिन्दू धर्म को देश के एकमात्र धर्म के रूप में स्थापित करने को कोशिश है और खुद हिन्दू धर्म में भी गाय को लेकर विभिन्न समझ मौजूद है। साथ ही सलिल ने गाय की रक्षा को लेकर गाँधी और दयानन्द सरस्वती के विचारों के मतभेद पर भी चर्चा की ।
