NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
ग्रामीण मध्य प्रदेश में पेट्रोल की क़ीमत सौ रूपए प्रति लीटर
"भाईया हम लोग तो पेट्रोल 100 रुपए में ख़रीदते हैं खुला हुआ, क्योंकि सबसे नज़दीक पेट्रोल पंप 17 किमी दूर है।"
काशिफ काकवी
18 Oct 2018
petrol

रिपोर्ट के मुताबिक़ ग्रामीण मध्य प्रदेश में पेट्रोल और डीज़ल 15 से 20 प्रतिशत ज़्यादा क़ीमत पर बेची जा रही है। मध्यप्रदेश में लगभग 3,200 पेट्रोल पंप हैं लेकिन प्रदेश की 7 करोड़ आबादी की ज़रूरत को पूरा करने के लिए आपूर्ति कम पड़ सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों या पर्यटन स्थलों के नज़दीक पेट्रोल 100 से 110 रुपए प्रति लीटर बेची जा रही है।

पेट्रोलियम उत्पादों की आसमान छूती कीमतों ने पहले से परेशान लोगों को और परेशान कर दिया गया है, और पिछले हफ्ते केंद्र सरकार द्वारा कीमत में2.50 रुपए की कमी के बावजूद उनके जेब पर अतिरिक्त बोझ पर रहा है। माना जाता है कि मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा इसकी क़ीमत में कमी की गई।

मंगलवार को बड़े शहरों में पेट्रोल की क़ीमत 82 रुपए और 88 रुपए के बीच पहुंच गई, जबकि कुछ शहरों में इसे 90 रुपए प्रति लीटर पर बेचा जा रहा था।

न्यूज़क्लिक टीम ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्वाचन क्षेत्र बुद्धनी और अस्था, सीहोर, इछावर जैसे आस-पास के अन्य निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा किया।

सुरेश सिंह (35) नाम के एक ग्रामीण ने न्यूज़़क्लिक को बताया, "भाईया हम लोग तो पेट्रोल 100 रुपए में ख़रीदते हैं खुला हुआ, क्योंकि सबसे नज़दीक पेट्रोल पंप 17 किमी दूर है।"

उनके दावे को पड़ताल करने के लिए, हमारी टीम ने आस-पास के इलाकों का दौरा किया जहां यह सच साबित हुआ। गांव में एक छोटी सी दुकान है जहां ड्रम में पेट्रोल को स्टोर करके रखा हुआ था और इसे 100 रुपए प्रति लीटर बेचा जा रहा था। दुकानदार महेंद्र सिंह (बदला हुआ नाम) ने कहा, "पेट्रोल पंप गांव से 17-18 किमी दूर है। हर दूसरे दिन मैं पास के पेट्रोल पंपों पर जाता हूं, और थोक में पेट्रोल, डीज़ल खरीदता हूं, जो न केवल जोखिम भरा काम है बल्कि बहुत मेहनत भी करता है। तो, मेरे आपातकालीन पेट्रोल पंप में, आप कभी भी पेट्रोल और डीजल ले सकते हैं, लेकिन आपको इसे पाने के लिए ज़्यादा भुगतान करना होगा।"

हालांकि एक स्थानीय ऑटोमोबाइल मैकेनिक ने कहा, "वे न केवल पेट्रोल को अधिक क़ीमत पर बेचते हैं, बल्कि मात्रा बढ़ाने और लाभ बढ़ाने के लिए उसमें किरासन तेल भी मिलाते हैं। ये मिलावटी पेट्रोल इंजन को प्रभावित करता है।"

भारत के आदर्श गांव बालागुडा (मंदसौर) में पेट्रोल 105 रुपए

बालागुडा गांव मंदसौर से क़रीब 21 किमी दूर है और यह संसद आदर्श ग्राम योजना (24 अगस्त, 2016 को घोषित) के अनुसार भारत के 10 सर्वश्रेष्ठ गांवों में से एक है जहां पेट्रोल 105 रुपए प्रति लीटर पर बेचा जा रहा है।

गांव के पूर्व सरपंच अमृत लाल पाटीदार से पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "यह 'आदर्श गांव' की विडंबना है जहां आपको पेट्रोल या डीज़ल ख़रीदने के लिए मंदसौर 21 किमी का सफ़र करना पड़े। हमें अधिक क़ीमत पर मिलावटी पेट्रोल ख़रीदने के लिए मजबूर होना पड़ता है।"

राज्य में पेट्रोल पंप की गंभीर स्थिति के बारे में पूछे जाने पर मध्य प्रदेश पेट्रोल पंप ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में राज्य बेहतर स्थिति में है।

उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम कंपनियां समय-समय पर सर्वे करती हैं और यदि उन्हें लगता है कि एक ख़ास क्षेत्र में खपत 50,000 लीटर प्रति माह के आसपास है तो वे वहां पंप खोलते हैं।

सिंह ने कहा, "अगर कंपनियों को लगता है कि एक महीने में खपत 50,000 लीटर से कम है तो न कोई व्यवसायी और न ही कोई कंपनी पंप खोलने में दिलचस्पी लेती है क्योंकि किसी को पेट्रोल पंप खोलने और चलाने के लिए 1 करोड़ रुपए की ज़रूरत होती है। अगर बिक्री कम होती है तो इस नुकसान को कौन सहन करेगा? " 

Madhya Pradesh
petrol prices
Shivraj Singh Chauhan
Modi Govt

Related Stories

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति

परिक्रमा वासियों की नज़र से नर्मदा

सरकारी एजेंसियाँ सिर्फ विपक्ष पर हमलावर क्यों, मोदी जी?

भाजपा के लिए सिर्फ़ वोट बैंक है मुसलमान?... संसद भेजने से करती है परहेज़

कड़ी मेहनत से तेंदूपत्ता तोड़ने के बावजूद नहीं मिलता वाजिब दाम!  

भारत में संसदीय लोकतंत्र का लगातार पतन

जन-संगठनों और नागरिक समाज का उभरता प्रतिरोध लोकतन्त्र के लिये शुभ है

मनासा में "जागे हिन्दू" ने एक जैन हमेशा के लिए सुलाया

मोदी सरकार 'पंचतीर्थ' के बहाने अंबेडकर की विचारधारा पर हमला कर रही है


बाकी खबरें

  • सत्येन्द्र सार्थक
    आंगनवाड़ी महिलाकर्मियों ने क्यों कर रखा है आप और भाजपा की "नाक में दम”?
    25 Apr 2022
    सरकार द्वारा बर्खास्त कर दी गईं 991 आंगनवाड़ी कर्मियों में शामिल मीनू ने अपने आंदोलन के बारे में बताते हुए कहा- “हम ‘नाक में दम करो’ आंदोलन के तहत आप और भाजपा का घेराव कर रहे हैं और तब तक करेंगे जब…
  • वर्षा सिंह
    इको-एन्ज़ाइटी: व्यासी बांध की झील में डूबे लोहारी गांव के लोगों की निराशा और तनाव कौन दूर करेगा
    25 Apr 2022
    “बांध-बिजली के लिए बनाई गई झील में अपने घरों-खेतों को डूबते देख कर लोग बिल्कुल ही टूट गए। उन्हें गहरा मानसिक आघात लगा। सब परेशान हैं कि अब तक खेत से निकला अनाज खा रहे हैं लेकिन कल कहां से खाएंगे। कुछ…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 2,541 नए मामले, 30 मरीज़ों की मौत
    25 Apr 2022
    दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच, ओमिक्रॉन के BA.2 वेरिएंट का मामला सामने आने से चिंता और ज़्यादा बढ़ गयी है |
  • सुबोध वर्मा
    गहराते आर्थिक संकट के बीच बढ़ती नफ़रत और हिंसा  
    25 Apr 2022
    बढ़ती धार्मिक कट्टरता और हिंसा लोगों को बढ़ती भयंकर बेरोज़गारी, आसमान छूती क़ीमतों और लड़खड़ाती आय पर सवाल उठाने से गुमराह कर रही है।
  • सुभाष गाताडे
    बुलडोजर पर जनाब बोरिस जॉनसन
    25 Apr 2022
    बुलडोजर दुनिया के इस सबसे बड़े जनतंत्र में सरकार की मनमानी, दादागिरी एवं संविधान द्वारा प्रदत्त तमाम अधिकारों को निष्प्रभावी करके जनता के व्यापक हिस्से पर कहर बरपाने का प्रतीक बन गया है, उस वक्त़…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License