NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
ह्यूमन राइट वॉच रिपोर्ट: अल्पसंख्यों पर हिंसा रोकने में नाकाम रही मोदी सरकार
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली नरेंद्र मोदी सरकार देश में अल्पसंख्यकों पर हमलों को रोकने में नाकाम रही है I
सबरंग इंडिया
20 Jan 2018
सबरंग इंडिया

नई दिल्ली. अंतर्राष्ट्रीय संस्था ह्यूमन राइट वॉच ने मानवाधिकारों पर वर्ल्ड रिपोर्ट 2018 जारी किया है. रिपोर्ट में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने में नाकाम रहने पर कड़ी टिप्पणी की है I रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली नरेंद्र मोदी सरकार देश में अल्पसंख्यकों पर हमलों को रोकने में नाकाम रही है I 

रिपोर्ट की शुरुआत में ही लिखा गया है कि भारत में साल 2017 में धार्मिक अल्पसंख्यकों, समाज में हाशिए पर चल रहे समुदायों और सरकार की आलोचना करने वालों को बीजेपी समर्थित लोगों और समूह द्वारा बार-बार निशाना बनाया गया और उन्हें धमकी दी गई I रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सरकार ऐसे हमलों और धमकी की निष्पक्ष जांच कराने में भी नाकाम रही है, जबकि बीजेपी के कुछ सीनियर नेता हिन्दू आधिपत्य और उग्र राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए हिंसक समूह को उकसाते रहे हैं I

ह्यूमन राइट वॉच रिपोर्ट 2018 में कहा गया है कि देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी आघात हुआ है I कई सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, शिक्षाविदों को अपने खुले विचार रखने पर भी निशाना बनाया गया है और उनकी आवाज दबाने की कोशिश की गई है I रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि फॉरेन फंडिंग से जुड़े नियमों को उन गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के खिलाफ एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया है जो सरकार के कामकाज और नीतियों की आलोचना करते रहे हैं I

रिपोर्ट में कहा गया है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में सुरक्षाबलों ने पिछली गलतियों को न केवल दोहराया बल्कि उसकी जबावदेही से भी मुंह मोड़ा है I इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में सुरक्षाबलों द्वारा अत्याचार और गैर वाजिब तरीके से हत्या के आरोप भी लगाए गए हैं I रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2017 के पहले 10 महीनों में जम्मू-कश्मीर में 42 आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें 44 सुरक्षाकर्मियों समेत कुल 184 लोगों की मौत हुई है I रिपोर्ट में गुरमीत राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद पंचकुला, पंजाब और हरियाणा में हुई हिंसा का भी जिक्र किया गया है और कहा गया है कि इसमें 38 लोगों की जान चली गई I

Courtesy: सबरंग इंडिया
mob lynching
Communalism
violence against minorities
Dalit atrocities

Related Stories

भारत में धार्मिक असहिष्णुता और पूजा-स्थलों पर हमले को लेकर अमेरिकी रिपोर्ट में फिर उठे सवाल

मोदी@8: भाजपा की 'कल्याण' और 'सेवा' की बात

तिरछी नज़र: ये कहां आ गए हम! यूं ही सिर फिराते फिराते

विचार: सांप्रदायिकता से संघर्ष को स्थगित रखना घातक

दलितों पर बढ़ते अत्याचार, मोदी सरकार का न्यू नॉर्मल!

मोदी के आठ साल: सांप्रदायिक नफ़रत और हिंसा पर क्यों नहीं टूटती चुप्पी?

क्या पुलिस लापरवाही की भेंट चढ़ गई दलित हरियाणवी सिंगर?

क्यों अराजकता की ओर बढ़ता नज़र आ रहा है कश्मीर?

क्या ज्ञानवापी के बाद ख़त्म हो जाएगा मंदिर-मस्जिद का विवाद?

सारे सुख़न हमारे : भूख, ग़रीबी, बेरोज़गारी की शायरी


बाकी खबरें

  • इमाद उल हसन
    नफ़रती सिनेमाई इतिहास की याद दिलाती कश्मीर फ़ाइल्स
    24 Mar 2022
    यह फ़िल्म मुसलमानों के ख़िलाफ़ मौजूदा रूढ़ धारणाओं को मज़बूती देने के लिए फिल्मों का इस्तेमाल करते हुए एक हालिया घटना को बड़ा बनाकर पेश करती है और और इसका इस्तेमाल देश को ज़्यादा सांप्रदायिक बनाने के…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    बिहार: "मुख्यमंत्री के गृह जिले में दलित-अतिपिछड़ों पर पुलिस-सामंती अपराधियों का बर्बर हमला शर्मनाक"
    24 Mar 2022
    भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा के हिलसा में अतिपिछड़ी जाति से आने वाले विरेश चंद्रवंशी की बर्बर किस्म से की गई हत्या, उसके बाद अतिपिछड़े व दलित समुदाय पर ही…
  • आमिर मलिक
    भगत सिंह झुग्गियाँ- वह स्वतंत्रता सेनानी जो सदा लड़ते रहे
    24 Mar 2022
    ब्रितानिया सल्तनत के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ने वाले, भगत सिंह झुग्गियाँ सदा लोगों के हक़ में आवाज़ उठाते रहे। इसी महीने आठ तारीख़ को उन्होंने अंतिम साँस ली। लेखक उनकी ज़िंदगी की कुछ झलकियाँ दिखा रहे हैं...
  • सबरंग इंडिया
    मौन कोई विकल्प नहीं है: पत्रकारों ने भारत के संवैधानिक संस्थानों की चुप्पी पर सवाल उठाया
    24 Mar 2022
    वरिष्ठ पत्रकारों ने हेट स्पीच और नरसंहार के खुले आह्वान के खिलाफ कार्रवाई की अपील की
  • प्रभात पटनायक
    वैश्वीकरण और पूंजी तथा श्रम का स्थान परिवर्तन
    24 Mar 2022
    वैश्वीकरण के वर्तमान दौर में, उत्तर के उन्नत पूंजीवादी देशों से, दक्षिण के कम मजदूरी वाले देशों की ओर, पूंजी के स्थानांतरण पर तो काफ़ी चर्चा हुई है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License