भाजपा बिहार में एंटी-इन्कम्बेन्सी की असलियत भांप चुकी है. इससे वह अपना पिंड छुड़ाने में जुटी है. वह हरचंद कोशिश कर रही है कि इसके निशाने पर सिर्फ़ नीतीश कुमार रहें, वो नहीं! इसके लिए वह तीन खास स्तरों पर काम कर रही है. क्या है उसकी रणनीति और क्या है उसका मकसद? वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विश्लेषण.