NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
खेल
विश्व चैम्पियनशिप के बाद लवलीना और निकहत एशियाई खेलों के लिये भारतीय महिला मुक्केबाजी टीम में
जरीन ने दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में हुए ट्रायल्स के बाद 51 किग्रा वजन वर्ग में जबकि बोरगोहेन ने 69 किग्रा में स्थान पक्का किया।
भाषा
15 Mar 2022
Lovlina and Nikhat

नयी दिल्ली: ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन और पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन निकहत जरीन ने सोमवार को यहां चयन ट्रायल फाइनल्स जीतकर चीन के हांगजोऊ में इस साल होने वाले एशियाई खेलों के लिये भारतीय महिला मुक्केबाजी टीम में अपना स्थान सुनिश्चित किया।

जरीन ने यहां इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में हुए ट्रायल्स के बाद 51 किग्रा वजन वर्ग में जबकि बोरगोहेन ने 69 किग्रा में स्थान पक्का किया।

दोनों ने पिछले हफ्ते विश्व चैम्पियनशिप के लिये भी टीम में जगह बनायी थी जिसमें जरीन ने ट्रायल्स में 52 किग्रा वर्ग के लिये क्वालीफाई किया था जबकि बोरेगोहेन ने 70 किग्रा में कट हासिल किया।

एशियाई खेलों के ट्रायल फाइनल्स सोमवार सुबह कराये गये जिसमें बोरगोहेन ने रेलवे की मुक्केबाज पूजा को हराया और जरीन ने 2019 विश्व चैम्पियनशिप की रजत पदक विजेता मंजू रानी को पराजित किया।

एशियाई खेल 10 से 25 सितंबर तक आयोजित होंगे।

विश्व चैम्पियनशिप के ट्रायल्स पिछले हफ्ते कराये गये थे। एशियाई खेलों के लिये तीन ‘ओवरलैपिंग’ वर्गों 57 किग्रा, 60 किग्रा और 75 किग्रा के लिये भी चयन की पुष्टि की गयी। एशियाई खेलों में पांच महिला वर्ग होंगे।

मनीषा ने 57 किग्रा ट्रायल मुकाबले में जीत दर्ज कर दोनों टूर्नामेंट के लिये जगह निश्चित की जबकि जैसमीन ने 60 किग्रा और अनुभवी स्वीटी बूरा (75 किग्रा) ने भी दोनों में चयन सुनिश्चित किया।

विश्व चैम्पियनशिप छह मई से इस्तांबुल में शुरू होगी जो बोरगोहेन के लिये एक तरह से वापसी टूर्नामेंट होगी क्योंकि तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद वह किसी प्रतियोगिता में नहीं खेली हैं।

असम की 24 वर्षीय मुक्केबाज पिछले महीने से ही राष्ट्रीय शिविर में ट्रेनिंग कर रही थी। तोक्यो में कांस्य पदक जीतने के बाद वह कई सम्मान समारोह में व्यस्त रहीं।

बोरगोहेन ओलंपिक पदक जीतने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज बन गयी थीं और वह उस क्लब का हिस्सा बनीं जिसमें विजेंदर सिंह (2008 बीजिंग) और एम सी मैरीकॉम (2012 लंदन) शामिल हैं।

जरीन (25 वर्षीय) की साल की शुरूआत अच्छी रही, उन्होंने बुल्गारिया के सोफिय में प्रतिष्ठित स्ट्रैंड्जा मेमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता था। यह उनका (2019 के बाद) टूर्नामेंट में दूसरा स्वर्ण पदक था जिससे वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय भी बनीं।

छह बार की विश्व चैम्पियन मैरीकॉम इस साल केवल राष्ट्रमंडल खेलों पर ध्यान लगाये हैं। वह एकमात्र भारतीय महिला मुक्केबाज हैं जिन्होंने एशियाड में स्वर्ण पदक जीता है।

मैरीकॉम ने 2014 इंचियोन एशियाड में पीला पदक जीता था। इससे पहले उन्होंने 2010 ग्वांग्जू खेलों में कांस्य पदक हासिल किया था।

केवल चार भारतीय महिला मुक्केबाज ही एशियाई खेलों में पदक जीत सकी हैं। एशियाड में महिला मुक्केबाजी स्पर्धा 2010 में शुरू हुई थी।

एल सरिता देवी (कांस्य, 2014), कविता गोयत (कांस्य, 2010) और पूजा रानी (कांस्य, 2014) तीन अन्य पदक विजेता महिला मुक्केबाज हैं।

राष्ट्रमंडल खेलों के लिये ट्रायल्स जून में होंगे। एशियाड और राष्ट्रमंडल खेल दोनों के लिये पुरूषों के ट्रायल्स मई में होंगे।

एशियाई खेलों के लिये भारतीय महिला टीम :

निकहत जरीन (51 किग्रा), मनीषा (57 किग्रा), जैसमीन (60 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) और स्वीटी बूरा (75 किग्रा)

asian games
Lovlina Borgohain
Nikhat Zareen
World Championship

Related Stories

नीरज चोपड़ा : एक अपवाद, जिसे हमें सामान्य बनाने की जरूरत है

ओलंपिक में लोवलिना बोर्गोहैन और असम की बॉक्सिंग का उदय

एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता पूर्व मुक्केबाज डिंको सिंह का निधन


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा
    20 May 2022
    एक तरफ भारत की बहुसंख्यक आबादी बेरोजगारी, महंगाई , पढाई, दवाई और जीवन के बुनियादी जरूरतों से हर रोज जूझ रही है और तभी अचनाक मंदिर मस्जिद का मसला सामने आकर खड़ा हो जाता है। जैसे कि ज्ञानवापी मस्जिद से…
  • अजय सिंह
    ‘धार्मिक भावनाएं’: असहमति की आवाज़ को दबाने का औज़ार
    20 May 2022
    मौजूदा निज़ामशाही में असहमति और विरोध के लिए जगह लगातार कम, और कम, होती जा रही है। ‘धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना’—यह ऐसा हथियार बन गया है, जिससे कभी भी किसी पर भी वार किया जा सकता है।
  • India ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता
    20 May 2022
    India Ki Baat के दूसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेताओं की। एक तरफ ज्ञानवापी के नाम…
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    पूजा स्थल कानून होने के बावजूद भी ज्ञानवापी विवाद कैसे?
    20 May 2022
    अचानक मंदिर - मस्जिद विवाद कैसे पैदा हो जाता है? ज्ञानवापी विवाद क्या है?पक्षकारों की मांग क्या है? कानून से लेकर अदालत का इस पर रुख क्या है? पूजा स्थल कानून क्या है? इस कानून के अपवाद क्या है?…
  • भाषा
    उच्चतम न्यायालय ने ज्ञानवापी दिवानी वाद वाराणसी जिला न्यायालय को स्थानांतरित किया
    20 May 2022
    सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश को सीपीसी के आदेश 7 के नियम 11 के तहत, मस्जिद समिति द्वारा दायर आवेदन पर पहले फैसला करने का निर्देश दिया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License