सुप्रीम कोर्ट ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में जंतर- मंतर पर प्रदर्शन की मांग करने वाले किसानों के रुख पर आपत्ति जताई और कहा कि लंबे समय से विरोध कर रहे किसानों ने पूरे शहर का गला घोंट दिया है। उधर, किसानों ने इस ख़बर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि काश! सुप्रीम कोर्ट सरकार से भी यह पूछ लेता कि काले कानूनों के जरिये किसानों की गला किसने घोंटा!
सुप्रीम कोर्ट ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में जंतर- मंतर पर प्रदर्शन की मांग करने वाले किसानों (किसान महापंचायत) के रुख पर आपत्ति जताई जो अदालतों में कानूनों की वैधता को चुनौती देने के बावजूद विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने किसान महापंचायत संगठन पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि लंबे समय से विरोध कर रहे किसानों ने पूरे शहर का गला घोंट दिया है और अब शहर के अंदर आकर उत्पात मचाना चाहते हैं। क्या शहर के लोग अपना कारोबार बंद कर दें या आपके प्रदर्शन से लोग खुश होंगे। हालांकि याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में सड़के अवरुद्ध कर रहे लोगों के साथ महापंचायत नहीं है और सड़कें किसानों ने नहीं पुलिस ने रोक रखी हैं। बहुत से किसानों ने इस ख़बर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि काश! सुप्रीम कोर्ट सरकार से भी यह पूछ लेता कि काले कानूनों के जरिये किसानों की गला किसने घोंटा!