NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
मज़दूर-किसान
भारत
राजनीति
दिल्ली : स्वतंत्र पत्रकार मनदीप की रिहाई की मांग को लेकर पत्रकारों ने छेड़ा अभियान
युवा पत्रकार मनदीप पुनिया किसान आंदोलन को शुरुआत से ग्राउंड से रिपोर्ट कर रहे हैं। बताया जा रहा कि पुलिस ने उनपर कई धाराओं में मुक़दमा दर्ज किया है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
31 Jan 2021
मनदीप

दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने किसान आंदोलन को कवर कर रहे स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया को शनिवार को हिरासत में ले लिया। कई घंटों तक पता ही नहीं चला की पुलिस उन्हें कहाँ ले गई लेकिन अभी मिल रही जानकारी के मुताबिक पुलिस उन्हें स्वरूप नगर ठाणे से अलीनगर थाने लेकर आई है। बताया जा रहा है कि मनदीप पुनिया पर कई धाराओं में पुलिस ने मुक़दमा दर्ज किया है। पुलिस ने उन पर सिंघु बॉर्डर पर दिल्‍ली पुलिस के एसएचओ से अभद्रता करने और सरकारी काम में बाधा पहुँचाने के आरोप लगाए गए हैं।

आपको बता दें कि युवा पत्रकार मनदीप पुनिया किसान आंदोलन के शुरुआती दौर से ग्राउंड से रिपोर्ट कर रहे हैं। वो अधिकांशत ‘जनपथ’ और ‘कारवां’ वेबसाइट के लिए रिपोर्ट करते थे। क्योंकि वो स्वतंत्र पत्रकार थे तो उनके पास किसी संस्थान का आईडी कार्ड नहीं था।

जानकरी के मुताबिक ऑनलाइन इण्डिया के पत्रकार धर्मेंद्र को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था लेकिन उन्हें छोड़ दिया गया। जबकि मनदीप अभी भी पुलिस हिरासत में हैं। पुलिस का कहना है कि धर्मेंद्र सिंह नाम के एक अन्‍य पत्रकार को भी कुछ समय के लिए प‍कड़ा गया था, लेकिन उन्‍होंने अपना प्रेस आईडी कार्ड दिखाया तो उन्‍हें जाने दिया गया।

घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें दिख रहा है कि बड़ी संख्‍या में पुलिसकर्मी मनदीप पुनिया को लाठी के बल पर जबरन ले जा रहे हैं।

हिरासत में लिए जाने से कुछ घंटे पहले पत्रकार पुनिया ने शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर पर हुई हिंसा के संबंध में फेसबुक पर एक लाइव वीडियो शेयर किया था। इसमें उन्‍होंने जानकारी दी थी कि कैसे खुद को स्‍थानीय लोग होने का दावा करने वाली भीड़ ने आंदोलनस्‍थल पर पुलिस की मौजूदगी में पथराव किया था।

दिल्ली और देश के कई पत्रकार सोशल मिडिया के माध्यम से मनदीप की रिहाई की मांग उठा रहे हैं। आज रविवार को दिल्ली मुख्यालय में इसको विरोध प्रदर्शन का भी आह्वान किया गया है।

सोशल मीडिया पर जो संदेश है उसके मुताबिक किसान आंदोलन को कवर कर रहे निष्पक्ष पत्रकारों की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ जनसरोकार से जुड़े पत्रकारों का समूह दिल्ली पुलिस के नए हेडक्वॉर्टर (पटेल चौक) पर इकट्ठा हो रहा है।

कहा गया है कि “आप किसानों को बॉर्डर पर रोक सकते हैं पत्रकारों को नहीं। अन्याय के ख़िलाफ़ इस खुले युद्ध में चौतरफ़ा घेराव की ज़रूरत आन पड़ी है।”

पत्रकार की गिरफ़्तारी के साथ ही ट्विटर पर हैशटैग #releasemandip #releasemandippunia लगातर ट्रेंड कर रहा है। पत्रकार समुदाय पुलिस की इस कार्रवाई की लगातार निंदा कर रहा है। इसे स्वतंत्र आवाज़ को दबाने के कोशिश कहा जा रहा है।

हाल की कई घटनाएं दिल्ली पुलिस के रवैये पर सवाल उठाती हैं। गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड और हिंसा पर रिपोर्टिंग को लेकर छह वरिष्ठ पत्रकारों और संपादकों के खिलाफ देशद्रोह जैसे आरोप में मामले दर्ज किये जाने की मीडिया संगठनों ने शनिवार को निंदा की और आरोप लगाया कि देश में ‘अघोषित आपातकाल’ जैसे हालात हैं।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया, इंडियन वीमेन्स प्रेस कोर, दिल्ली पत्रकार संघ और भारतीय पत्रकार संघ समेत अनेक मीडिया संगठनों ने विरोध स्वरूप बैठक की और पत्रकारों के खिलाफ देशद्रोह के मामले दर्ज किये जाने की निंदा की है।

Mandeep Punia
Journalist Mandeep Punia
Mandeep Punia detained
delhi police
Singhu Border
BJP
Narendra Modi Government
farmers protest
Journalists

Related Stories

मूसेवाला की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ बताया

बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   

आशा कार्यकर्ताओं को मिला 'ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’  लेकिन उचित वेतन कब मिलेगा?

दिल्ली : पांच महीने से वेतन व पेंशन न मिलने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

राम सेना और बजरंग दल को आतंकी संगठन घोषित करने की किसान संगठनों की मांग

आईपीओ लॉन्च के विरोध में एलआईसी कर्मचारियों ने की हड़ताल

जहाँगीरपुरी हिंसा : "हिंदुस्तान के भाईचारे पर बुलडोज़र" के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

दिल्ली: सांप्रदायिक और बुलडोजर राजनीति के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

आंगनवाड़ी महिलाकर्मियों ने क्यों कर रखा है आप और भाजपा की "नाक में दम”?

NEP भारत में सार्वजनिक शिक्षा को नष्ट करने के लिए भाजपा का बुलडोजर: वृंदा करात


बाकी खबरें

  • सोनिया यादव
    सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक आदेश : सेक्स वर्कर्स भी सम्मान की हकदार, सेक्स वर्क भी एक पेशा
    27 May 2022
    सेक्स वर्कर्स को ज़्यादातर अपराधियों के रूप में देखा जाता है। समाज और पुलिस उनके साथ असंवेदशील व्यवहार करती है, उन्हें तिरस्कार तक का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश से लाखों सेक्स…
  • abhisar
    न्यूज़क्लिक टीम
    अब अजमेर शरीफ निशाने पर! खुदाई कब तक मोदी जी?
    27 May 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं हिंदुत्ववादी संगठन महाराणा प्रताप सेना के दावे की जिसमे उन्होंने कहा है कि अजमेर शरीफ भगवान शिव को समर्पित मंदिर…
  • पीपल्स डिस्पैच
    जॉर्ज फ्लॉय्ड की मौत के 2 साल बाद क्या अमेरिका में कुछ बदलाव आया?
    27 May 2022
    ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन में प्राप्त हुई, फिर गवाईं गईं चीज़ें बताती हैं कि पूंजीवाद और अमेरिकी समाज के ताने-बाने में कितनी गहराई से नस्लभेद घुसा हुआ है।
  • सौम्यदीप चटर्जी
    भारत में संसदीय लोकतंत्र का लगातार पतन
    27 May 2022
    चूंकि भारत ‘अमृत महोत्सव' के साथ स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है, ऐसे में एक निष्क्रिय संसद की स्पष्ट विडंबना को अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    पूर्वोत्तर के 40% से अधिक छात्रों को महामारी के दौरान पढ़ाई के लिए गैजेट उपलब्ध नहीं रहा
    27 May 2022
    ये डिजिटल डिवाइड सबसे ज़्यादा असम, मणिपुर और मेघालय में रहा है, जहां 48 फ़ीसदी छात्रों के घर में कोई डिजिटल डिवाइस नहीं था। एनएएस 2021 का सर्वे तीसरी, पांचवीं, आठवीं व दसवीं कक्षा के लिए किया गया था।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License