NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
एक्जिट पोल: बंगाल में कड़ा मुकाबला, असम में भाजपा एवं केरल में एलडीएफ को बढ़त
एक्जिट पोल के नतीजों में पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर का पूर्वानुमान जताया गया है जबकि केरल में सत्तारूढ़ वाम मोर्चे और असम में भाजपा के फिर से सत्ता में लौटने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
भाषा
30 Apr 2021
एक्जिट पोल: बंगाल में कड़ा मुकाबला, असम में भाजपा एवं केरल में एलडीएफ को बढ़त
Image courtesy : The Financial Express

नयी दिल्ली: विभन्न चैनलों व एजेंसियों द्वारा बृहस्पतिवार को जारी किए गए एक्जिट पोल के नतीजों में पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर का पूर्वानुमान जताया गया है जबकि केरल में सत्तारूढ़ वाम मोर्चे और असम में भाजपा के फिर से सत्ता में लौटने का अनुमान व्यक्त किया गया है।

एक्जिट पोल के अनुमानों के मुताबिक, तमिलनाडु में ऑल इंडिया अन्नाद्रमुक मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) सत्ता से बाहर जा सकती है और एक दशक के बाद द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) वहां की सत्ता में वापसी कर सकती है। कुछ चुनावी सर्वेक्षणों के मुताबिक पुडुचेरी में कांग्रेस के हाथ से सत्ता से जा सकती है।

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के तहत आठवें और आखिरी चरण का मतदान संपन्न होने के साथ ही चैनलों और एजेंसियों के एक्जिट पोल सामने आने लगे। चैनलों व एजेंसियों का बंगाल को लेकर अलग-अलग अनुमान सामने आया है। हालांकि अधिकांश पूर्वानुमानों में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है।

इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच बहुत ही कांटे की टक्कर का अनुमान लगाया है। उसके मुताबिक भाजपा को 134 से 160 सीटें मिल सकती हैं जबकि तृणमूल कांग्रेस को 130 से 156 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है।

रिपब्लिक-सीएनएक्स के सर्वेक्षण में भाजपा को तृणमूल कांग्रेस पर थोड़ी बढ़त दिखायी गई है। उसके मुताबिक राज्य की 294 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 138 से 148 सीटें मिल सकती है जबकि तृणमूल कांग्रेस 128 से 138 सीटों के बीच सिमट सकती है।

हालांकि, टाइम्स नाउ-सी वोटर के सर्वेक्षण में तृणमूल कांग्रेस को 162 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है जबकि भाजपा को 115 सीटें मिल सकती हैं।

जन की बात ने अपने सर्वेक्षण में पश्चिम बंगाल में भाजपा को 162 से 185 सीटें मिलने का अनुमान जताया है जबकि उसके मुताबिक तृणमूल कांग्रेस 104 से 121 सीटों पर सिमट सकती है।

वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 211 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।

इन अनुमानों के बीच दिल्ली विश्वविद्यालय के विकासशील देशों के शोध केंद्र (डीसीआरसी) ने अपने सर्वेक्षण में दावा किया है कि बंगाल में ममता बनर्जी की वापसी होगी जबकि असम में भाजपा अपनी सत्ता बचाने में सफल रहेगी।

इस सर्वेक्षण में 1000 छात्रों ने हिस्सा लिया और इसमें पश्चिम बंगाल और असम के विभिन्न विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों और शोधकर्ताओं ने भी भागीदारी की है।

इस सर्वेक्षण के मुताबिक बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को 149 के करीब सीटें मिलेंगी जबकि भाजपा को 123 के करीब सीटें मिल सकती हैं।

इस सर्वेक्षण के मुताबिक असम में भाजपा 99 सीटों के साथ सत्ता में वापसी करती दिख रही है जबकि कांग्रेस 19 सीटों पर सिमट सकती है।

अनुमानों के मुताबिक भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच दोतरफा लड़ाई में कांग्रेस और वामपंथी दल पहले के मुकाबले और सिमट जाएंगे।

इंडिया टुडे-एक्सिस के सर्वेक्षण के मुताबिक 126 सदस्यीय असम विधानसभा में भाजपा 75 से 85 सीटें जीतकर एक बार फिर सत्ता में वापसी कर सकती है जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को 40 से 50 सीटें मिल सकती हैं।

असम में रिपब्लिक-सीएनएक्स के सर्वेक्षण के मुताबिक भाजपा गठबंधन को 74 से 84 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है जबकि विपक्षी गठबंधन को 40 से 50 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है।

टुडेज चाणक्या के सर्वेक्षण के मुताबिक असम में भाजपा को 70 सीटें जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को 56 सीटें मिल सकती हैं।

केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा की सरकार के फिर से सत्ता में लौटने का अनुमान जताया गया है। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन एलडीएफ और यूडीएफ के बारी-बारी से सत्ता में आने की परंपरा के इतर लगातार दूसरी बार सरकार बना सकते हैं।

एक्सिस माई इंडिया के सर्वेक्षण के मुताबिक एलडीएफ को 140 सदस्यीय विधानसभा में 104 सीटें मिल सकती हैं जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ को 20 से 36 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है।

टुडेज चाणक्या के अनुमान में एलडीएफ को 93 से 111 के बीच सीटे मिलने की संभावना जताई गई है जबकि यूडीएफ को 26 से 44 सीटें मिलने का पूर्वानुमान जताया गया है।

तमाम सर्वेक्षणों में तमिलनाडु में द्रमुक के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन सत्ता में वापसी के आसार जताए गए हैं।

एक्सिस माई इंडिया के मुताबिक तमिलनाडु में द्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन को 175 से 195 सीटें मिल सकती हैं जबकि सीएनएक्स के सर्वेक्षण के मुताबिक उसे 160 से 170 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। इन सर्वेक्षणों के मुताबिक अन्नाद्रमुक 70 सीटों के भीतर सिमट सकती है।

टुडेज चाणक्य के सर्वे में द्रमुक को 164 से 186 सीटों के जीतने का अनुमान है। इसके मुताबिक अन्नाद्रमुक गठबंधन को 46 से 68 सीटें मिल सकती हैं।

exit polls
West Bengal Elections
Assam Elections
Kerala Election
TMC
BJP
left parties

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • aaj ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    धर्म के नाम पर काशी-मथुरा का शुद्ध सियासी-प्रपंच और कानून का कोण
    19 May 2022
    ज्ञानवापी विवाद के बाद मथुरा को भी गरमाने की कोशिश शुरू हो गयी है. क्या यह धर्म भावना है? क्या यह धार्मिक मांग है या शुद्ध राजनीतिक अभियान है? सन् 1991 के धर्मस्थल विशेष प्रोविजन कानून के रहते क्या…
  • hemant soren
    अनिल अंशुमन
    झारखंड: भाजपा काल में हुए भवन निर्माण घोटालों की ‘न्यायिक जांच’ कराएगी हेमंत सोरेन सरकार
    18 May 2022
    एक ओर, राज्यपाल द्वारा हेमंत सोरेन सरकार के कई अहम फैसलों पर मुहर नहीं लगाई गई है, वहीं दूसरी ओर, हेमंत सोरेन सरकार ने पिछली भाजपा सरकार में हुए कथित भ्रष्टाचार-घोटाला मामलों की न्यायिक जांच के आदेश…
  • सोनिया यादव
    असम में बाढ़ का कहर जारी, नियति बनती आपदा की क्या है वजह?
    18 May 2022
    असम में हर साल बाढ़ के कारण भारी तबाही होती है। प्रशासन बाढ़ की रोकथाम के लिए मौजूद सरकारी योजनाओं को समय पर लागू तक नहीं कर पाता, जिससे आम जन को ख़ासी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है।
  • mundka
    न्यूज़क्लिक टीम
    मुंडका अग्निकांड : क्या मज़दूरों की जान की कोई क़ीमत नहीं?
    18 May 2022
    मुंडका, अनाज मंडी, करोल बाग़ और दिल्ली के तमाम इलाकों में बनी ग़ैरकानूनी फ़ैक्टरियों में काम कर रहे मज़दूर एक दिन अचानक लगी आग का शिकार हो जाते हैं और उनकी जान चली जाती है। न्यूज़क्लिक के इस वीडियो में…
  • inflation
    न्यूज़क्लिक टीम
    जब 'ज्ञानवापी' पर हो चर्चा, तब महंगाई की किसको परवाह?
    18 May 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस एपिसोड में अभिसार शर्मा सवाल उठा रहे हैं कि क्या सरकार के पास महंगाई रोकने का कोई ज़रिया नहीं है जो देश को धार्मिक बटवारे की तरफ धकेला जा रहा है?
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License