NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका में पुलिस द्वारा एक किशोर की हत्या के बाद ताज़ा विरोध प्रदर्शन
वाशिंगटन डीसी के एक दक्षिण-पूर्वी इलाक़े में पुलिस द्वारा पीछा करने के दौरान एक किशोर को गोली मार दी गई।
पीपल्स डिस्पैच
03 Sep 2020
अमेरिका में पुलिस द्वारा एक किशोर की हत्या के बाद ताज़ा विरोध प्रदर्शन

पुलिस की गोलीबारी की एक अन्य घटना के बाद अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में एक पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया। रिपोर्ट्स के अनुसार डीसी के दक्षिण-पूर्व के एक इलाके में अधिकारियों ने बुधवार 2 सितंबर को एक किशोर की गोली मारकर हत्या कर दी। मेट्रोपॉलिटन पुलिस डिपार्टमेंट (एमपीडी) के प्रमुख पीटर न्यूशैम ने इस गोलीबारी की पुष्टि की और कहा कि पीड़ित किशोरा था।

पुलिस के अनुसार गोलीबारी में शामिल अधिकारी उस क्षेत्र में थे जब किसी ने उन्हें एक कार के अंदर बंदूकों के होने के बारे में बताया। आधिकारिक में कहा गया कि जब अधिकारी उक्त वाहन के पास पहुंचे तो अंदर में मौजूद लोग भाग खड़े हुए। इस बयान के अनुसार पुलिस ने पीछा करने के दौरान उन पर गोली चलाई जो पीड़ित को लगी । न्यूशैम ने यह भी कहा कि अधिकारियों को संदेह था कि जिन लोगों का पीछा किया जा रहा था उनके पास हथियार थे।

यह पुष्टि नहीं की गई है कि पीड़ित के पास कोई बंदूक थी या वह पीछा करने वालों में से था। एक स्थानीय नगर परिषद सदस्य ट्रायोन व्हाइट जो गोलीबारी की घटना के दौरान मौजूद थे उन्होंने पुलिस की इस बात पर सवाल खड़ा किया है। "उन्होंने कहा कि दो हथियार बरामद किए गए थे, लेकिन जब सवाल पूछा गया कि 'क्या उसके पास हथियार था?’ तो कोई सीधा जवाब नहीं था इसलिए हम इस युवा के साथ जो हुआ उस सच्चाई को हासिल करना चाहते हैं।"

पीड़ित के नाम और उम्र का अभी खुलासा नहीं किया गया है लेकिन व्हाइट के अनुसार, पीड़ित की मां ने उन्हें बताया कि वह "बच्चा" था। न्यूशैम की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी एक महिला प्रदर्शनकारी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पीड़ित 17 साल का था। गोलीबारी के तुरंत बाद बनाए गए घटनाक्रम के दृश्य के एक वीडियो में पड़ोस के लोगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि "पुलिस ने एक बच्चे को गोली मार दी।" ये बात गन्स डाउन फ्राइडे द्वारा WUSA9 को दिए गए वीडियो में सामने आई है।

गोलीबारी की निंदा करने के कुछ ही घंटों के भीतर प्रदर्शनकारी एमपीडी के 7 वें ज़िला पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गए। डीसी नगर परिषद ने हाल ही में आपातकालीन पुलिस सुधारों को पारित किया था जिसमें पुलिस को ड्यूटी करते समय बॉडी कैम पहनने की आवश्यकता थी और गोलीबारी के बाद परिवार के सदस्यों और पीड़ितों को एक दिन के भीतर और पांच दिनों के भीतर जनता को फुटेज साझा करने के लिए एमपीडी की आवश्यकता है।

मई महीने में जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद डीसी में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और पुलिस हिंसा और गोलीबारी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन के बाद इस नियम को लागू किया गया था।

America
Protest in USA
American police
Washington

Related Stories

लखनऊ में नागरिक प्रदर्शन: रूस युद्ध रोके और नेटो-अमेरिका अपनी दख़लअंदाज़ी बंद करें

अमेरिकी नागरिक समाज समूह ने "प्रोटेक्ट द रिज़ल्ट" के लिए देशव्यापी प्रदर्शन की योजना बनाई

अमेरिका में नस्लवाद-विरोध तेज़ होने के साथ प्रदर्शनकारियों पर हिंसा बढ़ी

नस्लवादियों के खिलाफ उठ खड़े होइए : स्कॉटलैंड यार्ड के भारतीय मूल के आतंक रोधी प्रमुख ने कहा

अमेरिकी बहुत ही चालाक हैं, हमें ट्विटर पर आंदोलन करना सिखा दिया और खुद सड़क पर निकले हैं

अमेरिका को जो चिंगारी जला रही है उसका बारूद सदियों से तैयार होते आ रहा है

जॉर्ज फ़्लॉयड हत्या मामला : चारों आरोपी पुलिस अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज

अमेरिका में क्यों टूट जाती है इंसाफ़ की उम्मीद !

विरोध-प्रदर्शन को कुचलने के लिए "बड़ी संख्या में सशस्त्र सैनिकों" की तैनाती करेंगे ट्रम्प

जनविरोधी बजट के खिलाफ जंतर मंतर में विरोध प्रदर्शन, नफरत में झुलसता दिल्ली का चुनाव


बाकी खबरें

  • सरोजिनी बिष्ट
    विधानसभा घेरने की तैयारी में उत्तर प्रदेश की आशाएं, जानिये क्या हैं इनके मुद्दे? 
    17 May 2022
    ये आशायें लखनऊ में "उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन- (AICCTU, ऐक्टू) के बैनर तले एकत्रित हुईं थीं।
  • जितेन्द्र कुमार
    बिहार में विकास की जाति क्या है? क्या ख़ास जातियों वाले ज़िलों में ही किया जा रहा विकास? 
    17 May 2022
    बिहार में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है, इसे लगभग हर बार चुनाव के समय दुहराया जाता है: ‘रोम पोप का, मधेपुरा गोप का और दरभंगा ठोप का’ (मतलब रोम में पोप का वर्चस्व है, मधेपुरा में यादवों का वर्चस्व है और…
  • असद रिज़वी
    लखनऊः नफ़रत के ख़िलाफ़ प्रेम और सद्भावना का महिलाएं दे रहीं संदेश
    17 May 2022
    एडवा से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर सांप्रदायिकता और नफ़रत से दूर रहने की लोगों से अपील कर रही हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 43 फ़ीसदी से ज़्यादा नए मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए 
    17 May 2022
    देश में क़रीब एक महीने बाद कोरोना के 2 हज़ार से कम यानी 1,569 नए मामले सामने आए हैं | इसमें से 43 फीसदी से ज्यादा यानी 663 मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए हैं। 
  • एम. के. भद्रकुमार
    श्रीलंका की मौजूदा स्थिति ख़तरे से भरी
    17 May 2022
    यहां ख़तरा इस बात को लेकर है कि जिस तरह के राजनीतिक परिदृश्य सामने आ रहे हैं, उनसे आर्थिक बहाली की संभावनाएं कमज़ोर होंगी।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License