NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
कानून
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
ट्यूनीशियाई राज्य समाचार एजेंसी टीएपी के विवादास्पद प्रमुख ने विरोध के बाद इस्तीफा दिया
देश के पत्रकार संघ ने बाद में घोषणा की कि वह 22 अप्रैल को अपनी पहली हड़ताल की योजना को वापस लेगा और इसके साथ ही सरकार के बारे में समाचारों के बहिष्कार को भी बंद करेगा।

पीपल्स डिस्पैच
20 Apr 2021
Tunisia

विवादास्पद नियुक्ति के खिलाफ कुछ दिनों तक चले तीव्र विरोध प्रदर्शनों के बाद, राज्य के स्वामित्व वाली ट्यूनीशियाई ट्यूनिस अफ्रिक प्रेस (टीएपी) समाचार एजेंसी, के बाद उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी कामेल बेन यून्स, ने सोमवार 19 अप्रैल, 2021 को अपना इस्तीफा दे दिया। टीएपी के पत्रकारों के बीच उनकी नियुक्ति के खिलाफ काफी रोष था। प्रदर्शनकारियों का आरोप था  कि यून्स की नियुक्ति राजनीतिक थी और यह संपादकीय स्वतंत्रता को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर्ता जो समाचार एजेंसी ने 2011 की ट्यूनीशियाई क्रांति के बाद से पिछले 10 वर्षों में बनाई है ।

रॉयटर्स समाचार एजेंसी को भेजे गए एक पत्र में, बेन यून्स ने इस्तीफा देने के अपने कारणों को समझाया। उन्होंने तर्क दिया कि, "मैंने राजनीतिक तनाव या राज्य मीडिया संगठन के उत्कृष्ट  प्रबंधन, जिसमें व्यापक सुधार योजना की आवश्यकता है, इसमें प्रशासक और पत्रकार शामिल हैं, मैंने इन सब में शामिल होने से बचने के लिए इस्तीफा दिया है।"

यूनुस पर विरोध करने वाले पत्रकारों ने आरोप लगाया था कि को इस्लामवादी एन्नाहदा पार्टी के कारीबी हैं, जिसकी ट्यूनीशियाई संसद में सबसे अधिक सीटें हैं। और इसके परिणामस्वरूप, कई लोग उनकी नियुक्ति को प्रधान मंत्री की राजनीतिक मजबूरी के रूप में देख रहे थे। ऐसा फैसला जो उन्होंने अपनी गठबंधन सरकार के लिए भविष्य में एननाहदा पार्टी के समर्थन को सुनिश्चित करने के लिए लिया था।

बेन यून्स ने पहले अपने खिलाफ सभी आरोपों से लगातार इनकार किया था और कहा था कि वह राजनीतिक रूप से स्वतंत्र पत्रकार हैं।

वह पूर्व ट्यूनीशियाई राष्ट्रपति ज़ीन एल अबिदीन बेन अली के तानाशाही शासनकाल के दौरान अपनी पिछली भूमिका के कारण भी उन्हें जबरदस्त  विरोध झेलना पड़ा था। पत्रकारों ने उन पर शासन के लिए एक प्रचारक के रूप में कार्य करने का आरोप लगाया। उन पर कथित तौर पर भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को रोकने और सीमित करने के साथ-साथ प्रेस की आजादी और देश में संघ की गतिविधि के खिलाफ बोलने का भी आरोप है।

इस्तीफे की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए, द नैशनल सिंडिकेट फॉर ट्यूनीशियन जर्नलिस्ट्स (एसएनजेटी) ने घोषणा की कि वह 22 अप्रैल को होने वाली अपनी नियोजित पहली हड़ताल को रद्द करेगा। एसएनजेटी ने यह भी घोषणा की कि वह सरकारी खबरों के बहिष्कार को भी समाप्त कर देगा और फिर से सरकार से संबंधित समाचारों की रिपोर्टिंग और कवर करना शुरू कर देगा।

Tunisia

Related Stories

आर्थिक अधिकारों और राजनीतिक परिवर्तन की मांग करते हुए ट्यूनीशिया के लोगों ने संसद तक रैली निकाली

आर्थिक गिरावट को लेकर ट्यूनीशिया में तीसरे दिन भी विरोध जारी, सैकड़ों लोग गिरफ़्तार

बढ़ते आर्थिक संकट और पुलिस की बर्बरता को लेकर ट्यूनीशिया में विरोध प्रदर्शन जारी

ट्यूनीशिया : जनता का बेरोज़गारी, पुलिस हिंसा के ख़िलाफ़ विरोध तेज़

ट्यूनीशिया में श्रमिकों ने लॉकडाउन के समय सरकार से मदद न मिलने पर प्रदर्शन किया


बाकी खबरें

  • सरोजिनी बिष्ट
    विधानसभा घेरने की तैयारी में उत्तर प्रदेश की आशाएं, जानिये क्या हैं इनके मुद्दे? 
    17 May 2022
    ये आशायें लखनऊ में "उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन- (AICCTU, ऐक्टू) के बैनर तले एकत्रित हुईं थीं।
  • जितेन्द्र कुमार
    बिहार में विकास की जाति क्या है? क्या ख़ास जातियों वाले ज़िलों में ही किया जा रहा विकास? 
    17 May 2022
    बिहार में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है, इसे लगभग हर बार चुनाव के समय दुहराया जाता है: ‘रोम पोप का, मधेपुरा गोप का और दरभंगा ठोप का’ (मतलब रोम में पोप का वर्चस्व है, मधेपुरा में यादवों का वर्चस्व है और…
  • असद रिज़वी
    लखनऊः नफ़रत के ख़िलाफ़ प्रेम और सद्भावना का महिलाएं दे रहीं संदेश
    17 May 2022
    एडवा से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर सांप्रदायिकता और नफ़रत से दूर रहने की लोगों से अपील कर रही हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 43 फ़ीसदी से ज़्यादा नए मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए 
    17 May 2022
    देश में क़रीब एक महीने बाद कोरोना के 2 हज़ार से कम यानी 1,569 नए मामले सामने आए हैं | इसमें से 43 फीसदी से ज्यादा यानी 663 मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए हैं। 
  • एम. के. भद्रकुमार
    श्रीलंका की मौजूदा स्थिति ख़तरे से भरी
    17 May 2022
    यहां ख़तरा इस बात को लेकर है कि जिस तरह के राजनीतिक परिदृश्य सामने आ रहे हैं, उनसे आर्थिक बहाली की संभावनाएं कमज़ोर होंगी।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License