NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
स्वास्थ्य
भारत
वर्ष 2030 तक हार्ट अटैक से सबसे ज़्यादा मौत भारत में होगी
"युवाओं तथा मध्य आयु वर्ग के लोगों में हृदय संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं जो चिंताजनक है। हर चौथा व्यक्ति हृदय संबंधी रोग से पीड़ित होगा।"
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
23 May 2022
attack
Image courtesy : jagran

वर्ष 2030 तक भारत एक ऐसा देश बन जाएगा जहां हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या विश्व भर में सबसे ज्यादा होगी। प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सीएन मंजूनाथ ने चिंता जाहिर करते हुए चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि युवाओं तथा मध्य आयु वर्ग के लोगों में हृदय संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं जो चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि हर चौथा व्यक्ति हृदय संबंधी रोग से पीड़ित होगा। दूसरे देशों की तुलना में यहां इस बीमारी की चपेट में शुरुआती उम्र में ही लोग आ जाते हैं। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि पश्चिमी देशों की तुलना में भारतीय करीब दस वर्ष पहले ही हृदय संबंधी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।

स्ट्रेस मैनेजमेंट करना आवश्यक

श्री जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवैस्कुलर साइंसेज एंड रिसर्च के निदेशक डॉ. सीएन मंजूनाथ ने 'एचएएल मेडिकॉन 2022' विषय पर एचएएल के डॉक्टरों के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए गंभीर चिंता जाहिर की। उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि इनका मुकाबला करने के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट करना और हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाना आवश्यक है। साथ ही उन्होंने समग्र एकीकृत दृष्टिकोण विकसित करने की जरूरत पर बल दिया है।

उनका ये बयान विभिन्न शोधों में पाए गए श्वसन संबंधी बीमारी तथा हृदय संबंधी बीमारी पर आधारित है जिसमें बताया गया है कि विशेष रुप से ये युवाओं में बढ़ रहा है।

इस बीमारी के कारण में सुस्त जीवन शैली, मधुमेह, शराब के इस्तेमाल, धूम्रपान और उच्च रक्तचाप को बताया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अभी के समय में लोग कई तरह के तनाव से जूझ रहे हैं। अत्यधिक तनाव, नींद की कमी के साथ कुछ आदतें, अल्कोहल के इस्तेमाल, धुम्रपान, अनावश्यक तथा असुरक्षित सप्लीमेंट लेना, पतला होने की दवा लेना वगैरह इनके कारणों में शामिल हैं। डिप्रेशन से करीब करीब हर कोई जूझ रहा है।

कोविड भी एक कारण

मौजूदा समय से में हार्ट अटैक होने के कई कारणों में से एक कारण कोविड को भी माना गया है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि कोरोनावायरस हृदय में प्रवेश कर सकता है और आंतरिक परत को प्रभावित कर सकता है जिससे हार्ट अटैक हो सकता है। इस सिंड्रोम को मायोकार्डिटिस नाम दिया गया है।

पिछले दो वर्षों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें मरीज को कोविड से शुरूआती रिकवरी के तुरंत बाद आघात हुआ है। द लैंसेट जॉर्नल में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया है कि कोविड के बाद पहले दो सप्ताह में हार्ट अटैक के खतरे में तीन गुना इजाफा हुआ है।

वायु प्रदूषण है एक अन्य कारण

इसके अन्य कारणों में से एक वायु प्रदूषण है। भारत के शहरों में वायु प्रदूषण बेहद गंभीर समस्या है। अक्सर देखा जाता है कई शहरों की वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच जाती है जो जानलेवा बन जाती है। एक शोध की रिपोर्ट के मुताबिक वायु प्रदूषण की चपेट में आने से किसी व्यक्ति को एक घंटे के भीतर दिल का दौरा पड़ सकता है। शोध के अनुसार वायु प्रदूषण के चलते विश्व भर में करीब 42 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।

थाने स्थित जुपिटर अस्पताल के डॉ सुरासे ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा था कि "वर्ष 2020 में हमने 40 साल से कम उम्र के 116 रोगियों को प्राथमिक एंजियोप्लास्टी की। वर्ष 2021 में यह बढ़कर 168 हो गई।" अस्पताल की कार्डियोलॉजी टीम ने जनवरी से 15 अप्रैल के बीच 40 वर्ष से कम उम्र के 67 लोगों की प्राथमिक एंजियोप्लास्टी की है। यही स्थिति पवई के एलएच हीरानंदानी अस्पताल की है जो हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ गणेश कुमार द्वारा 10 साल के जुटाए गए आंकड़ों से पता चलता है। उनका कहना था कि "मेरी कैथ लैब में 2009 और 2019 के बीच प्राथमिक एंजियोप्लास्टी कराने वाले 40 साल से कम उम्र के लोगों की संख्या में 250 फीसदी की वृद्धि हुई है।"

डॉ गणेश कुमार के अनुसार वर्ष 2019 में उनकी देखरेख में 309 हृदय रोगियों में से 170 को मधुमेह था। लेकिन युवाओं में दिल का दौरा पड़ने की बढ़ती घटनाओं के लिए जीवनशैली और तनाव एक बड़ा कारक है।"

दोनों हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना था कि इनके अन्य कारकों में काम करने के दौरान तनाव, नौकरी खोने का डर, कम मनोरंजक स्तर और नींद की कमी और खाने की आदतें शामिल हैं।

वर्ष 2020 के मुंबई के मृत्यु दर के आंकड़ों से पता चलता है कि 1.1 लाख मौतों में से 25 फीसदी मौत हृदय संबंधी समस्याओं के कारण हुई थीं।

हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या में वृद्धि

ज्ञात हो कि वर्ष 2016 से वर्ष 2019 तक भारत में हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। वर्ष 2016 में जहां 21,914 लोगों ने हार्ट अटैक से अपनी जान गंवाई वहीं वर्ष 2017 में ये संख्या बढ़कर 23,249 हो गई जबकि वर्ष 2018 में इस आंकड़े में वृद्धि हुई और यह पहुंचकर 25,764 हो गया। वहीं वर्ष 2019 में 28,005 लोगों की मौत हार्ट अटैक से हुई थी। इन चार वर्षों में देखें तो हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या में करीब छह हजार की वृद्धि हुई जो काफी चिंता की बात है।

कब होता है हार्ट अटैक?

शरीर की नसों में जब खून जमने लगता है तो ऐसी स्थिति में खून का प्रवाह सुचारू रूप से नहीं हो पाता है जिससे खून हृदय तक ठीक ढ़ंग से नहीं पहुंच पाता है। ऐसी स्थित में हृदय को ऑक्सीजन कम मिलता है या कभी कभी ऑक्सीजन मिलना पूरी तरह बंद हो जाता है तब व्यक्ति को सीने में दर्द होता। समय पर इलाज होने पर व्यक्ति को बचाया जा सकता है।

India
Heart Attack
COVID-19
Air Pollution

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 84 दिन बाद 4 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज 

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के मामलों में 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी, 24 घंटों में दर्ज हुए 3,712 मामले 

भारत में तंबाकू से जुड़ी बीमारियों से हर साल 1.3 मिलियन लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में नए मामलों में करीब 16 फ़ीसदी की गिरावट

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 2,706 नए मामले, 25 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 2,685 नए मामले दर्ज

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,710 नए मामले, 14 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा


बाकी खबरें

  • सोनिया यादव
    समलैंगिक साथ रहने के लिए 'आज़ाद’, केरल हाई कोर्ट का फैसला एक मिसाल
    02 Jun 2022
    साल 2018 में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद भी एलजीबीटी कम्युनिटी के लोग देश में भेदभाव का सामना करते हैं, उन्हें एॉब्नार्मल माना जाता है। ऐसे में एक लेस्बियन कपल को एक साथ रहने की अनुमति…
  • समृद्धि साकुनिया
    कैसे चक्रवात 'असानी' ने बरपाया कहर और सालाना बाढ़ ने क्यों तबाह किया असम को
    02 Jun 2022
    'असानी' चक्रवात आने की संभावना आगामी मानसून में बतायी जा रही थी। लेकिन चक्रवात की वजह से खतरनाक किस्म की बाढ़ मानसून से पहले ही आ गयी। तकरीबन पांच लाख इस बाढ़ के शिकार बने। इनमें हरेक पांचवां पीड़ित एक…
  • बिजयानी मिश्रा
    2019 में हुआ हैदराबाद का एनकाउंटर और पुलिसिया ताक़त की मनमानी
    02 Jun 2022
    पुलिस एनकाउंटरों को रोकने के लिए हमें पुलिस द्वारा किए जाने वाले व्यवहार में बदलाव लाना होगा। इस तरह की हत्याएं न्याय और समता के अधिकार को ख़त्म कर सकती हैं और इनसे आपात ढंग से निपटने की ज़रूरत है।
  • रवि शंकर दुबे
    गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?
    02 Jun 2022
    गुजरात में पाटीदार समाज के बड़े नेता हार्दिक पटेल ने भाजपा का दामन थाम लिया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले चुनावों में पाटीदार किसका साथ देते हैं।
  • सरोजिनी बिष्ट
    उत्तर प्रदेश: "सरकार हमें नियुक्ति दे या मुक्ति दे"  इच्छामृत्यु की माँग करते हजारों बेरोजगार युवा
    02 Jun 2022
    "अब हमें नियुक्ति दो या मुक्ति दो " ऐसा कहने वाले ये आरक्षित वर्ग के वे 6800 अभ्यर्थी हैं जिनका नाम शिक्षक चयन सूची में आ चुका है, बस अब जरूरी है तो इतना कि इन्हे जिला अवंटित कर इनकी नियुक्ति कर दी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License