NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
मज़दूर-किसान
भारत
राजनीति
पंजाब : किसानों को सीएम चन्नी ने दिया आश्वासन, आंदोलन पर 24 दिसंबर को फ़ैसला
पंजाब के 20 दिसंबर से किसान पूर्ण क़र्ज़ माफ़ी, कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ साल भर चले आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवज़ा देने और उनके ख़िलाफ़ दर्ज आपराधिक मामलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
23 Dec 2021
Punjab

पंजाब में किसान मज़दूर संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने सोमवार को आंदोलन शुरू किया था। इस दौरान किसानों ने कई ज़िलों में रेल रोको आंदोलन चलाया हुआ है। पंजाब में विभिन्न स्थानों पर बुधवार को आंदोलन के चौथे दिन भी किसानों ने रेल पटरियों को अवरुद्ध किया, जिससे 128 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई।

किसान पूर्ण क़र्ज़ माफ़ी, कृषि क़ानूनों के खिलाफ साल भर चले आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवज़ा देने और उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

इसी तरह की मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के नेतृत्व में किसान पंजाब के सभी ज़िला सचिवालयों के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। बीकेयू (उगराहां) ने 20 दिसंबर से जिला सचिवालयों के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू किए हैं। बीकेयू उगराहां ने अपने प्रदर्शनों को 24 दिसंबर तक चलाने का फ़ैसला किया है।

बीकेयू (उगराहां) के मुखिया जोगिंद्र सिंह उगराहां का कहना है कि वह 24 दिसंबर के बाद आंदोलन को लेकर अपनी आगे की रणनीति बताएंगे। इस बीच 23 दिसंबर को जोगिंद्र सिंह उगराहां की मीटिंग मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ हुई। इस मीटिंग में मुख्यमंत्री चन्नी ने किसानों की सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है। मगर किसानों का कहना है कि मांगें पूरी होने तक उन्हें सरकार पर भरोसा नहीं होगा। आंदोलन की आगे की रणनीति कल यानी 24 दिसंबर को बताई जाएगी।

दिल्ली की सीमाओं से वापसी के बाद ही पंजाब के किसान संगठनों ने साफ़ कर दिया था कि वह राज्य सरकार के खिलाफ केस वापसी और आंदोलन में जान गंवाने लोगों के परिजनों के मुआवज़े की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे। 

इसके अलावा पंजाब के किसान संगठनों की ओर से कांग्रेस सरकार पर 2017 के विधानसभा चुनाव में किए गए वादों को पूरा करने के लिए दबाव भी बनाया जा रहा है।

किसान संगठनों का कहना है कि पंजाब की सरकार जानबूझकर कोई फ़ैसला नहीं ले रही और वो आचार संहिता लागू होने का इंतज़ार कर रही है।

आंदोलन से ट्रेन सेवा प्रभावित

रेलवे के फ़िरोज़पुर मंडल के अधिकारियों के अनुसार किसानों के रेल रोको अभियान की वजह से 59 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। 34 ट्रेनों को उनके नियत प्रस्थान स्टेशन की जगह किसी दूसरे स्टेशन से चलाया गया और 35 ट्रेनों को उनके निर्धारित गंतव्य स्टेशन से पहले ही रोक दिया गया।

प्रभावित होने वाली 128 ट्रेनों में से 104 ट्रेनें मेल या एक्सप्रेस ट्रेनें थीं, जबकि 24 यात्री ट्रेनें थीं। मंडल रेल प्रबंधक (फ़िरोज़पुर मंडल) सीमा शर्मा ने कहा कि यात्रियों को हर संभव मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए रेलवे ने सभी स्टेशनों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं।

उन्होंने कहा, ”हम यात्रियों को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए कम दूरी के स्टेशनों के बीच ट्रेनें चलाने की कोशिश कर रहे हैं।”

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ )

punjab
farmers protest
Charanjit Singh Channi
Congress
Rail Roko
BKU

Related Stories

मूसेवाला की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ बताया

आशा कार्यकर्ताओं को मिला 'ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’  लेकिन उचित वेतन कब मिलेगा?

लुधियाना: PRTC के संविदा कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू

राम सेना और बजरंग दल को आतंकी संगठन घोषित करने की किसान संगठनों की मांग

देशव्यापी हड़ताल को मिला कलाकारों का समर्थन, इप्टा ने दिखाया सरकारी 'मकड़जाल'

ट्रेड यूनियनों की 28-29 मार्च को देशव्यापी हड़ताल, पंजाब, यूपी, बिहार-झारखंड में प्रचार-प्रसार 

मध्य प्रदेश : आशा ऊषा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन से पहले पुलिस ने किया यूनियन नेताओं को गिरफ़्तार

यूपी चुनाव: किसान-आंदोलन के गढ़ से चली परिवर्तन की पछुआ बयार

केंद्र सरकार को अपना वायदा याद दिलाने के लिए देशभर में सड़कों पर उतरे किसान

प्रधानमंत्री मोदी की फिरोज़पुर रैली रद्द होने पर राजनीति तेज़, वार और पलटवार


बाकी खबरें

  • निखिल करिअप्पा
    कर्नाटक : कच्चे माल की बढ़ती क़ीमतों से प्लास्टिक उत्पादक इकाईयों को करना पड़ रहा है दिक़्क़तों का सामना
    02 May 2022
    गलाकाट प्रतियोगिता और कच्चे माल की क़ीमतों में बढ़ोत्तरी ने लघु औद्योगिक इकाईयों को बहुत ज़्यादा दबाव में डाल दिया है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    बिजली संकट को लेकर आंदोलनों का दौर शुरू
    02 May 2022
    पूरा देश इन दिनों बिजली संकट से जूझ रहा है। कोयले की प्रचुर मात्रा होने के बावजूद भी पावर प्लांट में कोयले की कमी बनी हुई है। इसे लेकर देश के कई इलाके में विरोध शुरू हो गए हैं।  
  • सतीश भारतीय
    मध्यप्रदेश के कुछ इलाकों में सैलून वाले आज भी नहीं काटते दलितों के बाल!
    02 May 2022
    भारतीय संविधान का अनुच्छेद 14 भारत के हर नागरिक को समानता का दर्जा देता है। मगर हक़ीक़त यह है कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी दलित आवाम असमानताओं में जीने को विवश है। आज भी ऊंची जाति ने दलित समाज को सिर के…
  • पीपल्स डिस्पैच
    "एएलबीए मूल रूप से साम्राज्यवाद विरोधी है": सच्चा लोरेंटी
    02 May 2022
    एएलबीए मूवमेंट्स की तीसरी कंटिनेंटल असेंबली के दौरान संबद्ध मंचों ने एकता स्थापित करने और साम्राज्यवाद व पूंजीवाद के ख़िलाफ़ एक साथ लड़ने की अहमियत के बारे में चर्चा की।
  • राजु कुमार
    6 से 9 जून तक भोपाल में होगी 17वीं अखिल भारतीय जन विज्ञान कांग्रेस
    02 May 2022
    “भारत का विचार : वैज्ञानिक स्वभाव, आत्मनिर्भरता और विकास“ के साथ-साथ देश की वर्तमान चुनौतियों पर मंथन एवं संवाद के लिए 600 से अधिक जन विज्ञान कार्यकर्ता एवं वैज्ञानिक शिरकत करेंगे।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License