NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
विज्ञान
भारत
एरियन रॉकेट से इसरो के जीसैट 30 उपग्रह का सफल प्रक्षेपण
यह उपग्रह उच्च गुणवत्ता वाली टेलीविजन, दूरसंचार एवं प्रसारण सेवाएं मुहैया कराएगा। 
भाषा
17 Jan 2020
ISRO

बेंगलुरु: भारत ने ‘‘उच्च गुणवत्ता’’ वाले संचार उपग्रह जीसैट 30 का फ्रेंच गुयाना से बृहस्पतिवार देर रात सफल प्रक्षेपण किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

एरियन 5 प्रक्षेपण यान के जरिए भेजा गया यह उपग्रह उच्च गुणवत्ता वाली टेलीविजन, दूरसंचार एवं प्रसारण सेवाएं मुहैया कराएगा। 

इसरो ने यहां बताया कि जीसैट-30 उपग्रह ने भारतीय समयानुसार देर रात दो बजकर 35 मिनट पर दक्षिण अमेरिका के उत्तरपूर्वी तट पर फ्रांसीसी क्षेत्र कौरू के एरियर प्रक्षेपण परिसर से उड़ान भरी। एरियन 5 यान ने करीब 38 मिनट की निर्बाध उड़ान के बाद उपग्रह को कक्षा में स्थापित किया। 

India's communication satellite #GSAT30 was successfully launched into a Geosynchronous Transfer Orbit by #Ariane5 #VA251.

Thanks for your support !!!

For details please visit: https://t.co/FveT3dGuo6

Image Courtesy: Arianespace pic.twitter.com/67csn0zZq7

— ISRO (@isro) January 16, 2020

इसरो ने ट्वीट किया, ‘‘जीसैट 30 एरियन 5 के ऊपरी चरण से सफलतापूर्वक अलग हो गया।’’

एरियनस्पेस के सीईओ स्टीफन इस्राइल ने सफल प्रक्षेपण की पुष्टि करते हुए ट्वीट किया, ‘‘2020 की मजबूत शुरुआत। एरियन 5 ने दो उपग्रहों यूटेलसैट कनेक्ट और जीसैट 30 को उनकी भूस्थिर अंतरण कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया। मैं इस मिशन पर भरोसा करने के लिए दोनों ग्राहकों यूटेलसैट और इसरो दोनों की सराहना करता हूं।’’

इसरो के यू आर राव उपग्रह केंद्र के निदेशक पी कुन्हीकृष्णन ने इस सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो समुदाय और एरियनस्पेस टीम को बधाई दी। कुन्हीकृष्णन इस मौके पर कौरू में ही मौजूद थे।

उन्होंने इस प्रक्षेपण को इसरो के लिए 2020 की ‘‘शानदार शुरुआत’’ बताते हुए कहा, ‘‘मास्टर कंट्रोल सुविधा में मिशन टीम उपग्रह के संपर्क में हैं और वे जल्द ही प्रक्षेपण के बाद के अभियान पूरे करेंगे।’’

जीसैट 30 उपग्रह का वजन 3,357 किलोग्राम है। इसे इसरो के संवर्धित ‘आई-2के बस’ में संरूपित किया गया है। यह उपग्रह भू-स्थिर कक्षा में सी और के.यू.बैंड क्षमता को बढ़ायेगा।

जीसैट 30 इनसैट/जीसैट उपग्रह श्रृंखला का उपग्रह है और यह 12 सी और 12 केयू बैंड ट्रांस्पॉन्डरों से लैस है। 

इसरो ने कहा कि जीसैट-30 इनसैट-4 ए की जगह लेगा और उसकी कवरेज क्षमता अधिक होगी। यह उपग्रह केयू बैंड में भारतीय मुख्य भूमि और द्वीपों को, सी बैंड में खाड़ी देशों, बड़ी संख्या में एशियाई देशों और आस्ट्रेलिया को कवरेज प्रदान करेगा।

उसने बताया कि 15 वर्ष की मिशन अवधि वाला जीसैट 30 उपग्रह डीटीएच, टेलीविजन अपलिंक और वीसैट सेवाओं के लिए एक क्रियाशील संचार उपग्रह है।

इसरो ने कहा कि जीसैट -30 के संचार पेलोड को इस अंतरिक्ष यान में अधिकतम ट्रांसपॉन्डर लगाने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है।

उसके अनुसार उसका उपयोग व्यापक रूप से वीसैट नेटवर्क, टेलीविजन अपलिंकिंग, टेलीपोर्ट सेवाएं, डिजिटल सैटेलाइट खबर संग्रहण (डीएसएनजी), डीटीएच टेलीविजन सेवाओं आदि के लिए किया जाएगा।

यूटेलसैट कनेक्ट को एरियन 5 पेलोड प्रबंधन में ऊपर रखा गया था और उड़ान भरने के 27 मिनट बाद इसे जीसैट 30 से पहले छोड़ा गया। 

भारत के परीक्षणात्‍मक संचार उपग्रह एप्‍पल का 1981 में एरियन फ्लाइट एल03 से प्रक्षेपण किए जाने के बाद से एरियनस्पेस ने इसरो के लिए जीसैट 30 समेत 24 उपग्रहों को उनकी कक्षा में स्थापित किया है। 

ISRO
GSAT-30
India's communication satellite
Kailasavadivoo Sivan

Related Stories

इसरो का 2022 का पहला प्रक्षेपण: धरती पर नज़र रखने वाला उपग्रह सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित

कार्टून क्लिक : काश! कोई 'धरती मित्र' भी मिले

नासा को मिला चंद्रयान-2 का मलबा, तस्वीर की साझा

पृथ्वी की बेहद साफ़ तस्वीर लेने वाले भारत के कार्टोसैट-3 उपग्रह का सफल प्रक्षेपण

विक्रम लैंडर की हुई थी हार्ड लैंडिंग: नासा ने तस्वीरें जारी करके बताया

चांद की सतह पर टकराने से झुका लैंडर ‘विक्रम’, लेकिन साबुत अवस्था में : इसरो

अंतरिक्ष के रहस्यों से भी ज्यादा चकित करता मीडिया का व्यवहार

चन्द्रयान -2 : लैंडर खोया लेकिन सब कुछ नहीं गंवाया 

चंद्रयान-2 के चंद्रमा पर उतरने का देश ही नहीं दुनिया को इंतज़ार

चंद्रयान 2 को निचली कक्षा में उतारने का दूसरा चरण पूरा : इसरो


बाकी खबरें

  • मुकुल सरल
    ज्ञानवापी प्रकरण: एक भारतीय नागरिक के सवाल
    17 May 2022
    भारतीय नागरिक के तौर पर मेरे कुछ सवाल हैं जो मैं अपने ही देश के अन्य नागरिकों के साथ साझा करना चाहता हूं। इन सवालों को हमें अपने हुक्मरानों से भी पूछना चाहिए।
  • ट्राईकोंटिनेंटल : सामाजिक शोध संस्थान
    कोविड-19 महामारी स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में दुनिया का नज़रिया नहीं बदल पाई
    17 May 2022
    कोविड-19 महामारी लोगों को एक साथ ला सकती थी। यह महामारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) जैसे वैश्विक संस्थानों को मज़बूत कर सकती थी और सार्वजनिक कार्रवाई (पब्लिक ऐक्शन) में नया विश्वास जगा सकती थी…
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    धनकुबेरों के हाथों में अख़बार और टीवी चैनल, वैकल्पिक मीडिया का गला घोंटती सरकार! 
    17 May 2022
    “सत्ता से सहमत होने के लिए बहुत से लोग हैं यदि पत्रकार भी ऐसा करने लगें तो जनता की समस्याओं और पीड़ा को स्वर कौन देगा?“
  • ukraine
    सी. सरतचंद
    यूक्रेन में संघर्ष के चलते यूरोप में राजनीतिक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव 
    16 May 2022
    यूरोपीय संघ के भीतर रुसी तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाने के हालिया प्रयास का कई सदस्य देशों के द्वारा कड़ा विरोध किया गया, जिसमें हंगरी प्रमुख था। इसी प्रकार, ग्रीस में स्थित शिपिंग कंपनियों ने यूरोपीय…
  • khoj khabar
    न्यूज़क्लिक टीम
    नफ़रती Tool-Kit : ज्ञानवापी विवाद से लेकर कर्नाटक में बजरंगी हथियार ट्रेनिंग तक
    16 May 2022
    खोज ख़बर में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने बताया कि किस तरह से नफ़रती Tool-Kit काम कर रही है। उन्होंने ज्ञानवापी विवाद से लेकर कर्नाटक में बजरंगी शौर्य ट्रेनिंग में हथियारों से लैस उन्माद पर सवाल उठाए…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License