NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
ट्यूनीशियाः पुलिस की बर्बरता के ख़िलाफ़ प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों की हिंसक कार्रवाई
ड्रग्स से जुड़े आरोप में गिरफ़्तार एक व्यक्ति की हिरासत में मौत के बाद बंदियों के साथ पुलिस दुर्व्यवहार के ख़िलाफ़ ट्यूनीशिया में पिछले कुछ दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है।
पीपल्स डिस्पैच
14 Jun 2021
ट्यूनीशियाः पुलिस की बर्बरता के ख़िलाफ़ प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों की हिंसक कार्रवाई

पुलिस की बर्बरता के खिलाफ ट्यूनीशिया में विरोध प्रदर्शन उस समय हिंसक हो गया जब सुरक्षा बलों ने ट्यूनीशिया की राजधानी ट्यूनीश में सिदी हसीन के मजदूर वर्ग इलाके में सैकड़ों निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी। इसकी जानकारी रविवार 13 मई को प्रकाशित की गई।

पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत के बाद से ट्यूनीशिया में पिछले सप्ताह मंगलवार से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस व्यक्ति को ड्रग्स के कारोबार में शामिल होने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। मृतक के परिवार ने पुलिस पर उसकी पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया है और इस घटना की जांच भी शुरू कर दी गई है। उधर आंतरिक मंत्रालय ने पहले ही इनकार कर दिया है कि गिरफ्तार होने के बाद उसे किसी भी शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा।

रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण करने और प्रदर्शनों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया, साथ ही उन पर लाठियां बरसाईं और उन्हें लात मारी। कथित तौर पर कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया गया था। विभिन्न वामपंथी संगठनों के सदस्यों और कार्यकर्ताओं के साथ शहर के मजदूर वर्ग के इलाके के कई लोगों द्वारा आंतरिक मंत्रालय की इमारत के सामने इससे जुड़े प्रदर्शन भी किए गए थे। इनमें तीन युवा ट्यूनीशियाई लोगों की माताएं भी शामिल रहीं जिनकी पिछले तीन वर्षों में गिरफ्तारी के बाद पुलिस हिरासत में मौत हो गई।

ट्यूनीशियाई लीग ऑफ़ ह्यूमन राइट्स (एलटीडीएच) ने एक बयान में इन निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों द्वारा की गई हिंसा की निंदा की और प्रधानमंत्री हिचेम मेचिची की सरकार पर आरोप लगाया।

कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और अन्य नागरिक समाज समूहों ने चेतावनी दी है कि पुलिस की बर्बरता की घटनाएं 2011 में क्रांति के बाद सरकार द्वारा शुरू किए गए पुलिस सुधारों की विश्वसनीयता को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगी जिसने लंबे समय तक राष्ट्रपति ज़ीन एल अबिदीन बेन अली की तानाशाही व दमनकारी शासन को उखाड़ फेंका था। उन्होंने इन घटनाओं को इस क्रांति के बाद से देश में हुई लोकतांत्रिक प्रगति के लिए एक झटका के रूप में भी बताया और दोषी पुलिस अधिकारियों के लिए जवाबदेह ठहराने और सजा देने की मांग की क्योंकि अतीत में सुरक्षा बलों के जवान अपने सत्ता के दुरुपयोग के कारण मुकदमा और सजा से बच गए हैं।

Tunisia
Police brutality

Related Stories

बदायूं : मुस्लिम युवक के टॉर्चर को लेकर यूपी पुलिस पर फिर उठे सवाल

ग्राउंड रिपोर्ट: चंदौली पुलिस की बर्बरता की शिकार निशा यादव की मौत का हिसाब मांग रहे जनवादी संगठन

अब ट्यूनीशिया के लोकतंत्र को कौन बचाएगा?

झारखंड : हेमंत सोरेन शासन में भी पुलिस अत्याचार बदस्तूर जारी, डोमचांच में ढिबरा व्यवसायी की पीट-पीटकर हत्या 

बिहार : बालू खनन का विरोध कर रहे ग्रामीणों के साथ पुलिस ने की बर्बरता, 13 साल की नाबालिग को भी भेजा जेल 

बांग्लादेश: सड़कों पर उतरे विश्वविद्यालयों के छात्र, पुलिस कार्रवाई के ख़िलाफ़ उपजा रोष

रेलवे भर्ती मामला: बर्बर पुलिसया हमलों के ख़िलाफ़ देशभर में आंदोलनकारी छात्रों का प्रदर्शन, पुलिस ने कोचिंग संचालकों पर कसा शिकंजा

रेलवे भर्ती मामला: बिहार से लेकर यूपी तक छात्र युवाओं का गुस्सा फूटा, पुलिस ने दिखाई बर्बरता

ट्यूनीशिया: पहली डिजिटल राजनीतिक सुझाव प्रक्रिया पर लोगों में मत-विभाजन

यूपी की मित्र पुलिस!: ‘बच्चे को लग जाएगी सर...’, पिता चिल्लाता रहा, लेकिन उनकी लाठी न रुकी


बाकी खबरें

  • सरोजिनी बिष्ट
    विधानसभा घेरने की तैयारी में उत्तर प्रदेश की आशाएं, जानिये क्या हैं इनके मुद्दे? 
    17 May 2022
    ये आशायें लखनऊ में "उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन- (AICCTU, ऐक्टू) के बैनर तले एकत्रित हुईं थीं।
  • जितेन्द्र कुमार
    बिहार में विकास की जाति क्या है? क्या ख़ास जातियों वाले ज़िलों में ही किया जा रहा विकास? 
    17 May 2022
    बिहार में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है, इसे लगभग हर बार चुनाव के समय दुहराया जाता है: ‘रोम पोप का, मधेपुरा गोप का और दरभंगा ठोप का’ (मतलब रोम में पोप का वर्चस्व है, मधेपुरा में यादवों का वर्चस्व है और…
  • असद रिज़वी
    लखनऊः नफ़रत के ख़िलाफ़ प्रेम और सद्भावना का महिलाएं दे रहीं संदेश
    17 May 2022
    एडवा से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर सांप्रदायिकता और नफ़रत से दूर रहने की लोगों से अपील कर रही हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 43 फ़ीसदी से ज़्यादा नए मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए 
    17 May 2022
    देश में क़रीब एक महीने बाद कोरोना के 2 हज़ार से कम यानी 1,569 नए मामले सामने आए हैं | इसमें से 43 फीसदी से ज्यादा यानी 663 मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए हैं। 
  • एम. के. भद्रकुमार
    श्रीलंका की मौजूदा स्थिति ख़तरे से भरी
    17 May 2022
    यहां ख़तरा इस बात को लेकर है कि जिस तरह के राजनीतिक परिदृश्य सामने आ रहे हैं, उनसे आर्थिक बहाली की संभावनाएं कमज़ोर होंगी।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License